11. दक्षिण भारतीय राजवंश (चोल/चालुक्य/पल्लव/संगम)

[South Indian Dynasties (Chola/Chalukya/Pallava/Sangama)]

 

243. संगम साहित्य की रचना किस शास्त्रीय भाषा में हुई थी ?

(a) संस्कृत
(b) ओड़िया
(c) मलयालम
(d) तमिल
 
RRB Group-D – 19/09/2022 (Shift-1)
 
Ans. (d): संगम साहित्य की रचना तमिल भाषा में हुई थी। ऐतिहासिक युग के प्रारम्भ में दक्षिण भारत का क्रम बद्ध इतिहास जिस साहित्य से प्राप्त होता है, उसे संगम साहित्य कहा जाता है। संगम युग के दौरान दक्षिण भारत पर तीन राजवंशों चेर, चोल और पाण्ड्य का शासन था। संगमकालीन प्रमुख रचनाएं तोलकाप्पियम, इत्थुथोकै तथा शिलप्पादिकारम आदि है।
 

244. चोल शिलालेख से उल्लिखित गुरुकुल के अनुरक्षण हेतु प्रदान की गई भूमि को कहा जाता था।

 
(a) ब्रह्मदेय
(b) वेल्लनवगाई
(c) पल्लिच्चंदम
(d) शालाभोग
 
RRB NTPC 26.07.2021 (Shift-II) Stage Ist
 
Ans. (d): चोल शिलालेख में उल्लिखित गुरुकुल के अनुरक्षण हेतु प्रदान की गयी भूमि को शालाभोग कहा जाता था। ब्रह्मदेय, ब्राह्मणों को उपहार दी गयी भूमि थी। वही वेल्लनवगाई गैर ब्राह्मणों व किसानों को प्रदान की गयी भूमि थी। पल्लिच्चंदम, जैन संस्थाओं को प्रदान की गयी भूमि थी।
 

245. होयसल (Hoysala) साम्राज्य की राजधानी थी।

(a) देवगिरि
(b) द्वारसमुद्र
(c) मैसूर
(d) कल्याणी
 
RRB NTPC 10.02.2021 (Shift-1) Stage Ist
 
Ans. (b): होयसल यादवों के वंशज थे तथा ये चोल या पश्चिमी चालुक्यों के सामन्त थे। ये कर्नाटक के एक छोटे से भाग पर शासन करते थे। होयसल वंश की स्थापना विष्णुवर्धन ने की थी। इनकी राजधानी द्वारसमुद्र थी।
 

246. दिए गए विकल्पों में से, किस राजवंश ने दक्षिण पूर्व एशिया में शिपिंग उद्यम स्थापित किए?

 
(a) चालुक्य वंश
(b) गुप्त वंश
(c) चेर वंश
(d) चोल वंश
 
RRB NTPC 08.02.2021 (Shift-II) Stage Ist
 
Ans. (d): चोल राजवंश पेन्नार और कावेरी नदियों के बीच पूर्वी समुद्र तट पर स्थित था। इस राजवंश की स्थापना विजयालय (850 887) ने की थी। चोलकालीन प्रमुख बन्दरगाह महाबलिपुरम्, कावेरी पत्तनम्, शालियूर, कोरकई आदि थे।
 

247. राजा सिंह विष्णु…… वंश के शासक थे।

(a) चोल
(b) पल्लव
(c) पाल
(d) चालुक्य
 
RRB NTPC 26.07.2021 (Shift-1) Stage Ist
 
Ans. (b): राजा सिंहविष्णु (575-600 ई.) पल्लव वंश के शासक थे। सातवाहनों के ध्वंसावशेषों पर निर्मित होने वाले पल्लव वंश की स्थापना इन्होंने ही की थी। सातवाहन साम्राज्य के दक्षिण-पूर्वी भाग में शासन करने वाले पल्लवों की राजधानी कांचीपुरम (तमिलनाडु) थी। उल्लेखनीय है कि संस्कृत भाषा के प्रसिद्ध कवि व ‘किरातार्जुनीयम’ के रचयिता भारवि सिंहविष्णु के दरबार में रहते थे।
 

248. पुलकेशिन प्रथम और पुलकेशिन द्वितीय नामक शासक ….से संबंधित थे। 

(a) चोल वंश
(b) चालुक्य वंश
(c) कुषाण वंश
(d) मगध वंश
 
RRB NTPC 23.07.2021 (Shift-I) Stage Ist
 
Ans. (b): वातापी के चालुक्य वंश की स्थापना राजा जयसिंह ने की थी। इसकी राजधानी वातापी (बीजापुर के निकट) थी। इस वंश के प्रमुख शासक थे-पुलकेशिन प्रथम, कीर्तिवर्मन, पुलकेशिन द्वितीय, विक्रमादित्य, विनयादित्य एवं विजयादित्य। इन सब में से सबसे प्रतापी राजा पुलकेशिन द्वितीय था। पुलकेशिन द्वितीय ने हर्षवर्धन को हराकर परमेश्वर की उपाधि धारण की थी। इसने दक्षिणा पथेश्वर की उपाधि धारण की थी। वातापी के चालुक्य वंश का अंतिम राजा कीर्तिवर्मन द्वितीय था जिसे दन्तिदुर्ग ने परास्त कर राष्ट्रकूट वंश की स्थापना की थी।
 

249. पुलकेशिन द्वितीय किस राजवंश का सर्वाधिक प्रख्यात शासक था ?

(a) चालुक्य
(b) काकतीय
(c) पांड्य
(d) होयसल
 
RRB NTPC 06.04.2021 (Shift-1) Stage Ist
 
Ans. (a): पुलकेशिन द्वितीय वातापी के चालुक्य वंश का प्रतापी शासक था। यह कीर्ति वर्मन प्रथम का पुत्र था। पुलकेशिन-11 के युद्ध एव विजयों के विषयों में जानकारी ऐहोल अभिलेख से मिलती हैं। इसकी रचना उसके समकालीन कवि रविकीर्ति ने की थी। प्लकेशिन द्वितीय ने हर्षवर्धन को नर्मदा नदी के तट पर हराकर सम्पूर्ण दक्षिण भारत को अपने नियंत्रण में कर लिया। हर्षवर्धन को पराजित करने के पश्चात पुलकेशिन द्वितीय ने अपना दूसरा नाम परमेश्वर रखा। लोहनेर अभिलेख में पुलकेशिन द्वितीय को ‘पूरब एवं पश्चिमी पयोधि का स्वामी’ कहा गया है। इसी अभिलेख में इसे परमभागवत् कहा गया है।
 

250 ……….सातवीं और आठवीं सदी में बहुत शक्तिशाली हो गए और कांचीपुरम उनकी राजधानी थी।

(a) पल्लव
(b) प्रतिहार
(c) पाल
(d) चोल
 
RRB Group-D 26-10-2018 (Shift-II)
 
Ans: (a) सातवीं और आठवीं सदी में पल्लव एक शक्तिशाली वंश के रूप में स्थापित हुए, जिसका वास्तविक संस्थापक सिंहविष्णु (570-600 ई.) को माना जाता है। इन्होंने ‘अवनिसिंह’ की उपाधि धारण की। इस वंश के सबसे प्रतापी शासक नरसिंहवर्मन द्वितीय ने काँची के कैलाशनाथ तथा ऐरावतेश्वर मंदिर और महाबलीपुरम के तटीय मंदिर का निर्माण करवाया था।
 

251. कांची ……… की राजधानी थी –

(a) राष्ट्रकूट
(b) चोल
(c) पल्लव
(d) चालुक्य
 
RRB JE CBT-11 28-08-2019 (morning)
 
Ans. (c): उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
 

252. …… पांड्य वंश की राजधानी थी।

(a) गया
(b) कांचीपुरम
(c) मदुरै
(d) द्वारसमुद्र
 
RRB Group-D 01-10-2018 (Shift-II)
 
Ans. (c) तमिल प्रदेश का इतिहास मुख्य रूप से तीन राजवंशों का रहा है-चोल, चेर, पाय। पांड्य राजवंश का साम्राज्य तमिल प्रदेश के दक्षिण पूर्वी छोर पर बेल्लारी नदी के किनारे स्थित है। पांड्यों की राजधानी का नाम ‘मदुरै’ था।
 

253. ………..ने मदुरै के आस-पास के क्षेत्र पर शासन किया और तेरहवीं शताब्दी में सर्वोच्चता प्राप्त की-

 
(a) राजपूत
(b) चोल
(c) चेर
(d) पांड्या
 
RRB Group-D 24-10-2018 (Shift-1)
 
Ans: (d) पांड्य वंश के शासकों ने मदुरै पर शासन किया। पाण्ड्य वंश का इतिहास तीन चरणों में विभाजित किया जाता है।
(1) संगमकालीन पाण्ड्य राज्य
(2) कंडुगोन द्वारा स्थापित प्रथम पाण्ड्य साम्राज्य
(3) सुन्दरपाण्ड्य द्वारा स्थापित द्वितीय पाण्ड्य साम्राज्य
 
तमिल रचना ‘संगम साहित्य’ से पाण्ड्य वंश की जानकारी प्राप्त होती है। मदुरै दक्षिण भारत के तमिलनाडु राज्य का एक मुख्यालय नगर है। यह नगर अपने प्राचीन मंदिरों के लिए जाना जाता है। यहाँ का मुख्य आकर्षण ‘मीनाक्षी मंदिर’ है।
 

254. पूर्व चोल राजाओं में से किसे सबसे महान माना जाता है ?

(a) पुलकेशीन II
(b) राजसिम्हा
(c) करिकाल
(d) नन्दीवर्मन
 
RRB NTPC 16.04.2016 (Shift-III) Stage I”
 
Ans: (c) चोलों की प्रारम्भिक राजधानी ‘उत्तरी मनलूर’ थी, बाद में उरैयुर एवं तंजावूर बनी। संगम कालीन तीनों राज्यों में सर्वप्रथम चोलों का अभ्युदय हुआ। इस वंश का सबसे प्रतापी शासक करिकाल (करीकला) था, जिसने वण्णि के युद्ध में पांड्य तथा चेर सहित 11 राजाओं को हराया। करिकाल ने कावेरी नदी के तट पर पुहार पत्तन (कावेरीपत्तनम) नामक नगर की स्थापना की। चोलों का प्रमुख बंदरगाह कावेरीपत्तनम तथा राजकीय चिन्ह बाघ था।
 

255. पल्लव वंश के कौन से राजा संस्कृत नाटक भी लिखा करते थे ?

(a) राजा राज चोल
(b) महेंद्रवर्मन
(c) राजसिम्हा
(d) विक्रमादित्य
 
RRB NTPC 16.04.2016 (Shift-II) Stage I
Ans: (b) पल्लव वंश के राजा महेन्द्रवर्मन-1 (600-630 ई.) के समय में पल्लव साम्राज्य न केवल राजनीतिक दृष्टि से बल्कि सांस्कृतिक, साहित्यिक एवं कलात्मक दृष्टि से भी अपने चरमोत्कर्ष पर था। महेन्द्रवर्मन-1 ने ‘मत्तविलासप्रहसन’ तथा “भगवद्ज्जुकीयम” जैसे महत्वपूर्ण ग्रन्थों की रचना की तथा संस्कृत में भी कई नाटक लिखे।
 
 

256. किस चालुक्य राजा ने कन्नौज के राजा हर्ष को पराजित किया था ?

(a) सिद्धराज सोलंकी
(b) वास्तुपाल
(c) पुलकेशिन II
(d) मुलराज
 
 
RRB NTPC 18.04.2016 (Shift-III) Stage P™
 
Ans: (c) कन्नौज के राजा हर्ष को बादामी के चालुक्य शासक पुलकेशिन द्वितीय ने नर्मदा नदी के तट पर हराया था। दोनों राजाओं की साम्राज्यवादी महत्वाकांक्षाओं ने संघर्ष को अनिवार्य बना दिया।
 

257. चोल राजवंश के अंतिम शासक कौन थे ?

(a) राजाराज चोल II
(b) राजेन्द्र चोल III
(c) विजयालय चोल
(d) कुलोतुंग चोल III
Ans : (b) चोल वंश का अंतिम शासक अधिराजन या राजेन्द्र चोल III था। विजयालय ने 850 ई. में चोल वंश की स्थापना की जिसकी राजधानी तंजौर थी। यह राज्य पेन्नार एवं कावेरी नदियों के बीच पूर्वी तट पर अवस्थित था।
 
 

258. कौन से चोल राजा (Chola King) ने मालदीव के द्वीपों पर दरियाई विजय पाई थी ?

(a) करीकाला
(b) राजाराज
(c) महेन्द्र
(d) विक्रम
 
RRB NTPC 07.04.2016 (Shift-II) Stage F
 
Ans: (b) राजराज ने मालदीव के द्वीपों पर दरियाई विजय प्राप्त की थी। इसकी अन्य विजय केरल, पांड्य, सिंहल एवं पश्चिमी गंग थी। राजराज की प्रथम विजय केरल थी जबकि अंतिम विजय मालदीव था।
 
 
 

259. प्रारम्भिक चेर वंशीय (Chera Dynasty) राजाओं ने किन राज्यों पर शासन किया था?

(a) तमिलनाडु और केरल
(b) बंगाल और उड़ीसा
(c) अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम
(d) महाराष्ट्र और गुजरात
 
RRB NTPC 18.04.2016 (Shift-II) Stage I
 
Ans: (a) प्रारंभिक चेर वंश के राजाओं ने तमिलनाडु और केरल राज्यों पर शासन किया था। चेरों का शासनकाल संगम साहित्य युग के पूर्व आरम्भ हुआ था, उसमें आधुनिक त्रावणकोर, कोचीन, मालाबार, कोयंबटूर और सलेम (दक्षिणी) जिलों के प्रदेश सम्मिलित थे।
 

260. किस भारतीय राजा ने पूर्व एशिया के कुछ हिस्सों को जीतने के लिए नौसैनिक शक्ति का इस्तेमाल किया था ?

(a) अकबर
(b) कृष्णदेव
(c) राजेन्द्र चोल
(d) शिवाजी
 
RRB NTPC 29.03.2016 (Shift-I) Stage 1
 
Ans: (c) भारतीय राजा राजेन्द्र चोल ने दक्षिण पूर्व एशिया को जीतने के लिए नौसैनिक शक्ति का इस्तेमाल किया। भारत के इतिहास में केवल चोल वंश ही है, जिसने नौसेना पर अधिक ध्यान दिया। इसने गंगईकोण्ड की उपाधि धारण की थी।
 
 

12. सीमावर्ती राजवंश (Borderline Dynasties)

 

261. 9वीं शताब्दी में स्थापित प्रसिद्ध विक्रमशिला विश्वविद्यालय की स्थापना किसने कराई थी ?

(a) सामंत सेन
(b) बल्लाल सेन
(c) धर्मपाल
(d) गोपाल
 
RRB NTPC 09.02.2021 (Shift-I) Stage Ist
 
Ans. (c): पालवंश का संस्थापक गोपाल (750 ई.) था। पाल शासक बौद्ध धर्म के अनुयायी थे। गोपाल ओदन्तपुरी में एक मठ का निर्माण करवाया था। पालवंश का सबसे महान शासक धर्मपाल था जिसने विक्रमशिला विश्वविद्यालय (भागलपुर, बिहार) की स्थापना की थी। धर्मपाल ने सर्वप्रथम पालवंश की ओर से त्रिपक्षीय संघर्ष में हिस्सा लिया था।
 

262 . सबसे प्रसिद्ध पशुचारण और शिकारी जनजातियों ‘मंगोल’ बसे हुए हैं………

(a) दक्षिण एशिया
(b) अरब प्रायद्वीप
(c) दक्षिण-पूर्वी एशिया
(d) मध्य एशिया
 
RRB NTPC 23.07.2021 (Shift-II) Stage Ist
 
Ans. (d): मंगोल मध्य एशिया में रहने वाली एक जनजाति है। ये वर्तमान में मंगोलिया, चीन एवं रूस में निवास करते हैं। ये शिकारी, तीरंदाजी एवं घुड़सवारी में कुशल थे। चंगेज खान भी मंगोल था।
 
 

263. विंध्याशक्ति …….. वंश के संस्थापक थे ?

(a) वाकाटक
(b) काकतीय
(c) पांडव
(d) चोल
 
RRB Group-D 17-09-2018 (Shift-III)
 
Ans. (a) विंध्यशक्ति, वाकाटक राजवंश के संस्थापक थे। वाकाटक राजवंश मध्य प्रदेश के ऊपरी भाग पर तथा बरार (आन्ध्र प्रदेश) तक विस्तृत था। विंध्यशक्ति का उल्लेख वायुपुराण तथा अजंतालेख में मिलता है। इस वंश का सबसे शक्तिशाली राजा प्रवरसेन प्रथम था। प्रवरसेन इस वंश का इकलौता शासक था जिसने ‘सम्राट’ की उपाधि धारण की।
 
 
 

264. पाल राजवंश का पहला राजा कौन था ?

(a) गोपाल
(b) देवपाल
(c) मैदनपाल
(d) नन्दलाल
 
RRB Group-D 22-10-2018 (Shift-II)
 
Ans: (a) पालवंश का संस्थापक व प्रथम राजा गोपाल (750 ई) था।
 

265. इनमें से कौन सा राजवंश दक्षिण भारत से संबद्ध नहीं है ?

(a) पाण्ड्य
(b) पाल
(c) सातवाहन
(d) पहल्लव
 
RRB NTPC Stage It 19.01.2017 (Shift-I)
 
Ans : (b) पाण्ड्य, सातवाहन तथा पहल्लव वंश दक्षिण भारत के प्रसिद्ध राजवंश है, जबकि पाल वंश की स्थापना बंगाल में गोपाल ने की। पाल वंश की राजधानी मुंगेर थी। पाल वंश का द्वितीय शासक धर्मपाल (770-810 ई.) हुआ, जिसके काल में त्रिपक्षीय संघर्ष की शुरूआत हुई। इसने विक्रमशिला विश्वविद्यालय एवं सोमपुर महाविहार की स्थापना की तथा नालन्दा विश्वविद्यालय का जीर्णोद्धार कराया। इसका उत्तराधिकारी देवपाल हुआ। इसी के काल में जावा के शैलेन्द्र शासक बालपुत्रदेव ने नालन्दा में बौद्ध बिहार बनवाया। पाल वंश का अंतिम शासक रामपाल हुआ।
 

13. प्राचीनकालीन साहित्य एवं साहित्यकार

(Ancient Literature and Litterateur)

 

266. गुणाढ्य का/की………. पैशाची भाषा में लिखित है।

(a) मृच्छकटिकम
(b) पंचतंत्र
(c) कथासरित्सागर
(d) बृहत्कथा
 
RRB NTPC (Stage-2) 15/06/2022 (Shift-II)
 
Ans. (d): प्राचीन साहित्य के कथाकारों में गुणाढ्य बहुत प्रसिद्ध है। वह सातवाहन नरेश ‘हाल’ के दरबार में निवास करता था। इन्होंने ही पैशाची भाषा में ‘बृहत्कथा’ की रचना की थी। मृच्छकटिकम के लेखक शूद्रक है यह संस्कृत भाषा में लिखित नाट्य साहित्य है। पंचतंत्र के लेखक विष्णुशर्मा तथा कथासरित्सागर के लेखक महाकवि सोमदेव भट्ट हैं।
 

267. ………. द्वारा रचित नागानंद, एक संस्कृत नाटक है, जिसमे नागों को बचाने के लिए विद्याधर राजा जिमुतवाहन के आत्म-बलिदान की लोकप्रिय गाथा का वर्णन है।

(a) अशोक
(b) हर्ष
(c) चंद्र गुप्त प्रथम
(d) बिंदुसार
 
RRB NTPC (Stage-2) 14/06/2022 (Shift-I)
 
Ans. (b): हर्षवर्धन (606-647 ई०) कन्नौज का प्रतापी सम्म्राट था। वह साहित्य व कला का पोषक था। उसने संस्कृत में तीन नाटकों की रचना की रत्नावली, नागानन्द तथा प्रियदर्शिका । नागानन्द में नागों को बचाने के लिए विद्याधर राजा जीमुतवाहन के आत्म-बलिदान की लोकप्रिय गाथा का वर्णन किया गया है।
 

268. निम्न में से उस विकल्प का चयन करें, जो कालिदास के ‘विक्रमोर्वशीयम’ नाटक में वर्णित है।

(a) मालविका के लिए राजा अग्निमित्र का प्रेम
(b) नल और दमयंती की कथा
(c) दुष्यंत और शकुंतला की कथा
(d) पुरुरवा और उर्वशी की प्रेम-कथा
 
RRB NTPC (Stage-2) 13/06/2022 (Shift-I)
 
Ans. (d): विक्रमोर्वशीयम कालिदास का प्रसिद्ध नाटक है। इसमें राजा पुरूरवा तथा अप्सरा उर्वशी की प्रणय कथा वर्णित है। विक्रमोर्वशीयम में श्रृंगार रस की प्रधानता है। इसकी कथा ऋग्वेद तथा शतपथ ब्राह्मण से ली गयी है। महाकवि कालिदास ने विक्रमोर्वशीयम नाटक को मानवीय प्रेम की अत्यन्त मधुर एवं सुकुमार कहानी में परिणत किया है। कालीदास ने अपने इस नाटक का दृश्यांकन झूसी (प्राचीन प्रतिष्ठानपुर) में किया था।
 

269. इनमें से कौन से प्रचीन यूनानी इतिहासकार और राजनयिक ‘इंडिका (Indica)’ नामक पुस्तक के लेखक हैं ?

(a) मेगस्थनीज
(b) सेल्यूकस
(c) डाइमेंकस
(d) डायोनिसियस
 
Ans. (a) :
 
पुस्तक लेखक
इण्डिका मेगस्थनीज
सी-यू-की ह्वेनसाँग
किताब-उल-हिन्द
अलबरूनी
किताब-ए-रेहला इब्न-बतूता

 

270. भारतीय महाकाव्य महाभारत (व्यास कृत) के अठारह पर्वों में से छठा पर्व कौन सा है, जिसमें व्यापक रूप से भगवद्‌गीता का वर्णन है?

(a) भीष्म पर्व
(b) विराट पर्व
(c) सभा पर्व
(d) आदि पर्व
 
RRB NTPC (Stage-2) 17/06/2022 (Shift-1)
 
Ans. (a): महाभारत के भीष्म पर्व में श्रीमद् भगवद्गीता का वर्णन है। भीष्म पर्व के अंतर्गत महाभारत में चार उपपर्व एवं 122 अध्याय हैं। इन उपपर्व के नाम जंबूखण्ड विनिर्माण पर्व, भूमि पर्व, श्रीमद् भगवद्‌गीता पर्व एवं भीष्म वध पर्व है।
 

271. राजकुमारी रत्नावली की प्रेम कहानी के संबंध में संस्कृत नाटक ‘रत्नावली’ ………. द्वारा लिखित माना जाता है।

(a) विशाखदत्त
(b) कालिदास
(c) हर्ष
(d) भवभूति
 
RRB NTPC (Stage-2) 12/06/2022 (Shift-1)
 
Ans. (c): हर्ष ने रत्नावली, प्रियदर्शिका एवं नागानंद नाटक की रचना की। चीनी बौद्ध यात्री हेनसांग ने अपने लेखन में राजा हर्षवर्धन के कार्यों की सहाहना की।
 

272. कालिदास ने मेघदूत नामक अपने काव्य को निम्नलिखित में से किस भाषा में लिखा था ?

(a) पाली
(b) प्राकृत
(c) हिन्दी
(d) संस्कृत
 
RRB NTPC (Stage-2) 13/06/2022 (Shift-II)
 
Ans. (d): कालिदास, तीसरी व चौथी शताब्दी में संस्कृत भाषा के महान कवि व नाटककार थे। इन्होंने अपनी सभी कृतियाँ संस्कृत भाषा में लिखी है, जिनमें ‘मेघदूत’ नामक काव्य उनकी सर्वश्रेष्ठ रचना है। यह एक गीतिकाव्य है, जिसमें यक्ष द्वारा मेघ से सन्देश ले जाने की प्रार्थना और उसे दूत बनाकर अपनी प्रिया के पास भेजने का वर्णन है।
 

273. निम्नलिखित में से कौन-सी रचना, कालिदास की नहीं है ?

(a) विक्रमोर्वशीयम
(b) रघुवंशम
(c) नीतिसार
(d) अभिज्ञान शाकुंतलम
 
RRB NTPC (Stage-2) 13/06/2022 (Shift-II)
 
Ans. (c): कालिदास संस्कृत भाषा के महान कवि व नाटककार थे। इन्होंने पौराणिक कथाओं तथा दर्शन को आधार बनाकर अनेक रचनाएँ की, जिनमें ‘विक्रमोर्वशीयम्’, ‘रघुवंशम्’ व ‘अभिज्ञान शाकुंतलम’ प्रमुख हैं। नीतिसार राज्य शास्त्र का एक संस्कृत ग्रंथ है, इसके रचयिता कामंदक है।
 

274. प्राचीन भारतीय महाकाव्य ……… को अब तक ज्ञात सबसे लंबे महाकाव्य के रूप में जाना जाता है, और इसे अब तक लिखे गए सबसे लंबे महाकाव्य के रूप में वर्णित किया जाता है।

(a) रामायण
(b) भगवद गीता
(c) महाभारत
(d) बुद्धचरित
 
RRB Group-D-19/09/2022 (Shift-II)
 
Ans. (c): प्राचीन भारतीय महाकाव्य ‘महाभारत’ को अब तक ज्ञात सबसे लम्बे महाकाव्य के रूप में जाना जाता है और इसे अब तक लिखे गए सबसे लम्बे महाकाव्य के रूप में वर्णित किया जाता है। श्रीमदभगवद् गीता महाभारत का ही एक भाग है। भगवद्‌गीता महाभारत के भीष्म पर्व से संबंधित है। महाभारत में कुल 18 पर्व है।
 

275. पाणिनी संस्कृत के ……. प्रसिद्ध थे।

(a) कवि
(b) उपन्यासकार
(c) व्याकरणाचार्य
(d) लेखक
 
RRB NTPC 08.03.2021 (Shift-I) Stage Ist RRB Group-D 02-11-2018 (Shift-II)
 
 
Ans. (c) : पाणिनी प्राचीन भारत में संस्कृत भाषाविद्, व्याकरणविद् और श्रृद्धेय विद्वान थे। अष्टाध्यायी 5वीं शताब्दी ई. पू. में पाणिनी द्वारा लिखित संस्कृत व्याकरण है।
 

276. कालिदास द्वारा लिखे गए ‘अभिज्ञान शाकुंतलम में शंकुतला का पुत्र कौन था?

(a) भरत
(b) विक्रम
(c) प्रदयुम्न
(d) अनिरुद्र
 
RRB NTPC 03.02.2021 (Shift-I) Stage Ist
 
Ans. (a) : ‘अभिज्ञान शाकुंतलम’ नाटक के रचनाकार कालिदास है। इसमें शकुन्तला और राजा दुष्यन्त की प्रणय कथा का वर्णन सात अंको में किया गया है। शंकुतला का पुत्र भरत था। इनकी अन्य कृतियां मेघदूतम, रघुवंशम तथा ऋतुसंहार आदि है।
 

277. नाट्य शास्त्र-पुस्तक भारत के शास्त्रीय नृत्य पर किसके द्वारा लिखी गई थी ?

(a) श्री वेदव्यास
(b) श्री तुलसीदास
(c) भरत मुनि
(d) कश्यप मुनि
 
RRB NTPC 07.04.2016 (Shift-1) Stage 1″
 
Ans: (c) नाटकों के संबंध में शास्त्रीय जानकारी को नाट्यशास्त्र कहते हैं। इसके रचयिता भरत मुनि थे।
 

278. निम्न में से किसकी रचना कालिदास द्वारा की गई ?

(a) कुमारसंभवम्
(b) मालती माधव
(c) किरातार्जुनीयम्
(d) किरातार्जुनीयम् और कुमारसंभवम् दोनों
Ans: (a)
 
कवि रचनाएँ
कालिदास कुमारसंभवम्, मेघदूतम्, अभिज्ञानशाकुन्तलम्
भवभूति महावीरचरित, मालतीमाधव, उत्तररामचरित
भारवि किरातार्जुनीयम्
अतः दिए गए विकल्पों में से कुमारसंभवम् कालिदास की रचना है।
 

279. प्रसिद्ध तमिल महाकाव्य मणिमेकलई (Manimekalai) की रचना किसने की थी?

(a) इलांगो आदिगल
(b) नाथकुतनार
(c) सतनार
(d) त्रोतक्कदेवर
 
RRB NTPC 07.03.2021 (Shift-1) Stage Ist
 
Ans. (c): प्रसिद्ध तमिल महाकाव्य मणिमेकलई की रचना सीतलैसत्तनार द्वारा की गई। इसके द्वारा तत्कालीन संगम समाज और राजनीति के विषय में जानकारी मिलती है। जिसमें चेर, चोल, पाण्ड्य आदि का राजनीतिक विवरण मिलता है।
 

280. निम्नलिखित में से कौन-सी पुस्तक विष्णु शर्मा द्वारा लिखित है ?

(a) अर्थशास्त्र
(b) पंचतंत्र
(c) इंडिका
(d) राजतरंगिणी
 
RRB NTPC 01.02.2021 (Shift-II) Stage Ist
Ans. (b)
 

281. ‘मुद्राराक्षस’ नाटक किसने लिखा था ?

(a) सोमदेव
(b) विशाखादत्त
(c) कालीदास
(d) बोधायन
 
Ans. (b):
 
  लेखक      –   रचनायें
विशाखदत्त-मुद्राराक्षस, देवीचन्द्रगुप्तम, राघवानन्दनाटकम्,
सोमदेव– कथासरित्सागर
कालीदास – रघुवंशम्, अभिज्ञानशाकुन्तम्, कुमारसम्भवम्
बोधायन– शुल्व सूत्र, श्रौत सूत्र
 
 
 
RRB NTPC 27.01.2021 (Shift-II) Stage Ist
 

282. ‘महाभारत’ नामक संस्कृत महाकाव्य के लेखक कौन थे ?

(a) महर्षि वेद व्यास
(b) महर्षि वाल्मीकि
(c) श्री कृष्ण
(d) श्री सुखदेवजी
 
RRB NTPC 14.03.2021 (Shift-I) Stage Ist
 
Ans. (a): ‘महाभारत’ महर्षि वेद व्यास द्वारा रचित संस्कृत वाङ्गय का सबसे बड़ा ग्रन्थ हैं, जिसमें एक लाख श्लोक है। इसलिए इसे शतसाहस्री संहिता भी कहते हैं। महाभारत में मूलतः कौरवों और पाण्डवों का संघर्ष वर्णित है। रामायण, महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित एक दूसरा प्रमुख संस्कृत महाकाव्य है।
 

283. आर्यभट्टीयम नामक पुस्तक आर्यभट्ट ने किस भाषा में लिखी थी ?

(a) तेलुगू
(b) तमिल
(c) हिंदी
(d) संस्कृत
 
RRB JE-31/05/2019 (Shift-II)
 
Ans. (d): आर्यभट्टीयम नामक ग्रन्थ की रचना आर्यभट्ट ने की थी। यह संस्कृत भाषा में आर्या छंद में काव्यरूप में रचित गणित तथा खगोलशास्त्र का ग्रन्थ है। इसकी रचना पद्धति बहुत वैज्ञानिक है। इसमें चार अध्याओं में 121 श्लोक हैं।
 
 
 

284. प्राचीन संस्कृत ग्रंथ, अष्टाध्यायी के लेखक कौन हैं ?

(a) पतंजलि
(b) पाणिनि
(c) अष्टावक्र
(d) चरक
 
RRB NTPC 07.04.2021 (Shift-1) Stage Ist
 
Ans. (b) : ‘अष्टाध्यायी’ (संस्कृत भाषा व्याकरण की प्रथम पुस्तक) के लेखक पाणिनि है। इसमें मौर्य काल के पहले का इतिहास तथा मौर्ययुगीन राजनीतिक अवस्था की जानकारी प्राप्त होती है। अष्टाध्यायी में कुल सूत्रों की संख्या लगभग 3996 है।
ग्रन्थ लेखक
महाभाष्य पतंजलि
नाट्यशास्त्र भरतमुनि
चरक संहिता चरक
 

285. ‘सुश्रुत संहिता’ किस विषय से संबंधित है ?

(a) ज्योतिष शास्त्र
(b) चिकित्सा एंव शल्य-चिकित्सा
(c) गणित
(d) धर्म एवं पुराण-शास्त्र
 
RRB NTPC 07.04.2021 (Shift-I) Stage Ist
 
 
Ans. (b) : सुश्रुत संहिता चिकित्सा एवं शल्य चिकित्सा (Surgery) से सम्बन्धित एक प्राचीन संस्कृत ग्रन्थ है। सुश्रुत को भारत में शल्य चिकित्सा का जनक माना जाता है और उन्होंने अपनी पुस्तक सुश्रुत संहिता में 120 प्रकार के उपकरणों और 300 प्रकार की सर्जिकल प्रक्रियाओं का वर्णन किया है।
भारत में आयुर्वेद से सम्बन्धित संहिता चरक संहिता और अष्टांग संग्रह (मुख्य तौर पर औषधि ज्ञान से सम्बन्धित) है।
 

286. प्रसिद्ध संस्कृत नाटक ‘स्वप्नवासवदत्तम’ किसने लिखा था?

(a) जयदेव
(b) कालिदास
(c) शूद्रक
(d) भास
 
Ans. (d):
 
कृति कृतिकार
स्वप्नवासवदत्तम्
भास
मालविकाग्निमित्रम् कालिदास
मृच्छकटिकम्
शूद्रक
नाट्यशास्त्र
भरतमुनि
गीतगोविन्द और रसमंजरी जयदेव

 

287. महाभारत का मूल नाम क्या है ?

(a) भृगु संहिता
(b) सुश्रुत संहिता
(c) जय संहिता
(d) शिव संहिता
 
RRB NTPC 15.03.2021 (Shift-I) Stage Ist
 
Ans. (c): महाभारत का मूल नाम ‘जयसंहिता’ था, जिसे महर्षि कृष्णद्वैपायन वेदव्यास द्वारा लिखा गया। महाभारत का प्रारम्भिक उल्लेख ‘आश्वलायन गृहसूत्र’ में मिलता है। इस महाकाव्य में 18 पर्व है। इसे पाँचवे वेद के रूप में भी पहचाना जाता है।
 

288. ‘दशकुमारचरित’ या ‘टेल्स ऑफ टेन प्रिंसेस’ की रचना किसने की थी?

(a) रहस बिहारी द्विवेदी
(b) दण्डी
(c) भर्तृहरि
(d) बुद्धस्वामी
 
RRB NTPC 05.02.2021 (Shift-I) Stage Ist
 
Ans. (b) : दशकुमारचरित, या ‘टेल्स ऑफ टेन प्रिंसेस’ दंडी द्वारा प्रणीत संस्कृत गद्यकाव्य है। इसमें दस कुमारों का चरित्र वर्णित होने के कारण इसका नाम “दशकुमार चरित्र” है। दण्डी संस्कृत भाषा के प्रसिद्ध साहित्यकार हैं।
 

289. हर्षचरित का लेखक कौन है?

(a) कालिदास
(b) पाणिनि
(c) कल्हण
(d) बाणभट्ट
 
Ans. (d):
 
रचनाकार रचनाएँ
कालिदास
अभिज्ञानशाकुन्तलम्, मेघदूतम्, रघुवंशम्, कुमार संभवम्, मालविकाग्निमित्रम्, विक्रमोर्वशीयम्, ऋतुसंहार
पाणिनि अष्टाध्यायी
कल्हण
राजतरंगिनी
बाणभट्ट हर्षचरित, कादम्बरी
 

290. गीत गोविंद किसने लिखा था ?

(a) जयदेव
(b) मीराबाई
(c) रसखान
(d) सूरदास
 
Ans. (a): ‘गीत गोविन्द’ की रचना महाकवि जयदेव (12 वीं शताब्दी) ने संस्कृत भाषा में की थी। यह एक गीति काव्य है जिसमें प्रत्यक्ष रूप से कृष्ण और राधा की प्रेम लीलाओं का नाटकीय प्रस्तुतीकरण किया गया है। गीत गोविन्द में कुल 12 अध्याय है जिन्हें 24 भागों में बांटा गया है।
 

291. ‘किताब-उल-हिंद’ इनमें से किस यात्री एवं विद्वान की कृति है ?

(a) ड्यूआर्ट बारबोसा
(b) सइदी अली रईस
(c) अलबरूनी
(d) इब्न बतूता
 
RRB NTPC 09.02.2021 (Shift-1) Stage Ist
 
Ans. (c): अलबरूनी का मूल नाम अबू रेहान था। इसका जन्म 973 ई. में ख्वारिज्म के इलाके में हुआ था, जिसका संबंध उज्बेकिस्तान से स्थापित किया जाता है। अलबरूनी ईरानी मूल का मुसलमान था। 1017 ई. में जब सुल्तान महमूद ने ख्वारिज्म के राज्य पर आक्रमण कर उसे अपने राज्य में मिला लिया था, तो अलबरूनी भी बन्दी के रूप में गजनी में आया था। अलबरूनी की प्रसिद्ध पुस्तक का नाम किताब-उल-हिन्द या तारीखे हिन्द था।
 
RRB NTPC 19.01.2021 (Shift-I) Stage Ist
 
 

292. निम्नलिखित में से किस प्राचीन भारतीय दार्शनिक ने पदार्थ के सूक्ष्मतम कण के बारे में उल्लेख किया और इसे परमाणु नाम दिया।

(a) चरक
(b) कणाद
(c) बौधायन
(d) वराहमिहिर
 
RRB NTPC 11.03.2021 (Shift-II) Stage Ist
 
Ans. (b): वैशेषिक दर्शन का प्रवर्तक कणाद मुनि को माना जाता है। वैशेषिक दर्शन में कणाद मुनि ने पदार्थ के सूक्ष्मतम कण के बारे में उल्लेख किया और इसे परमाणु नाम दिया।
 

293. ‘इंडिका’ के लेखक हैं :

(a) चाणक्य
(b) मेगस्थनीज
(c) सेल्युकस
(d) डैरियस
 
Ans: (b) मेगस्थनीज यूनान का एक राजदूत था, जो चन्द्रगुप्त मौर्य के दरवार में आया था। वह कई वर्षों तक चन्द्रगुप्त के दरबार में रहा। उसने जो कुछ भारत में देखा, उसका वर्णन उसने “इण्डिका” नामक अपनी पुस्तक में किया है। मेगस्थनीज ने पाटलिपुत्र का बहुत ही सुन्दर और विस्तृत वर्णन किया है।
 

294. तमिल कवि ‘कंबन’ ने निम्नलिखित में से किस ग्रन्थ के तमिल संस्करण का संकलन किया है ?

(a) महाभारत
(b) रामायण
(c) ऋग्वेद
(d) भगवद् गीता
 
RRB Group-D 27-11-2018 (Shift-III)
 
Ans. (b) तमिल भाषा के कवि ‘कंबन’ ने रामायण का तमिल संस्करण ‘कंबरामायण’ के नाम से संकलित किया था। यह तमिल साहित्य की सर्वोत्कृष्ट कृति है। कंबन चोल राजा कुलोत्तुंग तृतीय के दरबारी कवि थे।
 

295. ‘मृच्छकटिक’ नामक साहित्यिक कृति के लेखक कौन थे ?

(a) श्री हर्ष
(b) कालिदास
(c) चाणक्य
(d) शूद्रक
 
Ans. (d) : मृच्छकटिकम एक प्राचीन संस्कृत ग्रंथ है। शूद्रक द्वारा रचित इस नाटक से गुप्तकालीन सांस्कृतिक इतिहास की जानकारी मिलती है।
 

296. निम्नलिखित में से किसने प्राचीन भारत में “मृच्छकटिका” पुस्तक संकलित की है ?

(a) कल्हन
(b) शूद्रक
(c) विक्रमवेद
(d) बाणभट्ट
 
RRB Group-D 23-10-2018 (Shift-I)
 
Ans. (b) उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
 
 

297. संगम काल के महाकाव्य ‘शिल्प्पादिकारम्’ और मणिमेखलै’ ………….भाषा में लिखे गए थे।

(a) पालि
(b) पैशाची
(c) संस्कृत
(d) तमिल
 
RRB Group-D 16-10-2018 (Shift-1)
 
Ans. (d) संगम काल के महाकाव्य शिलप्पादिकारम् तथा मणिमेखले तमिल भाषा में लिखे गये थे। शिलप्पादिकारम् को तमिल साहित्य का प्रथम महाकाव्य माना गया है।
 

298. निम्नलिखित में से किसने संस्कृत नाटक ‘मुद्राराक्षस’ लिखा था?

(a) नागार्जुन
(b) सोमदेव
(c) विशाखदत्त
(d) कालीदास
 
RRB Group-D 08-10-2018 (Shift-I)
 
Ans. (c) ‘मुद्राराक्षस’ संस्कृत का प्रसिद्ध ऐतिहासिक नाटक है। इस संस्कृत नाटक के लेखक विशाखदत्त थे। इस नाटक में चाणक्य और चन्द्रगुप्त मौर्य के जीवन से सम्बन्धित घटनाओं एवं चाणक्य की राजनीतिक सफलताओं का विश्लेषण मिलता है। इस नाटक को हिन्दी में सर्वप्रथम अनुवादित करने का श्रेय भारतेन्दु हरिशचन्द्र को प्राप्त है। विशाखदत्त संस्कृत भाषा के सुप्रसिद्ध नाटककार थे। देवीचन्द्रगुप्तम् तथा राघवानन्द नाटकम् विशाखदत्त की अन्य रचनाएँ हैं।
 

299. निम्नलिखित में से कौन सा प्राचीन ग्रंथ ‘पाँचवां वेद’ भी कहा जाता है ?

(a) शिवपुराण
(b) रामायण
(c) भगवद् गीता
(d) महाभारत
 
RRB Group-D 27-09-2018 (Shift-III)
 
Ans : (d) महाभारत को ‘पाँचवा वेद’ भी कहा जाता है। यह हिन्दुओं का एक प्रमुख ग्रंथ है। महाभारत में 1,00,000 श्लोक हैं। इसके रचयिता महर्षि कृष्ण द्वैपायन वेदव्यास है। भारतीय संस्कृति में वेद सनातन धर्म के मूल और सबसे प्राचीन धर्मग्रंथ है। इन ग्रंथों को पवित्र और अपौरुषेय माना गया है। वेदों की संख्या चार है-
1. ऋग्वेद
2. सामवेद
3. यजुर्वेद
4. अथर्ववेद
 

300. निम्नलिखित में से किसने ‘रघुवंशम’ संकलित किया है?

(a) सूरदास
(b) कबीरदास
(c) कालिदास
(d) तुलसीदास
 
Ans : (c) रघुवंशम् कालिदास द्वारा रचित महाकाव्य है।
 

301. ‘पंचतंत्र’ का लेखक कौन है ?

(a) श्री हर्ष
(b) विष्णु शर्मा
(c) वाल्मीकि
(d) कालीदास
 
Ans: (b) संस्कृत नीति कथाओं में पंचतंत्र का पहला स्थान माना जाता है। इस ग्रंथ के रचयिता पं. विष्णु शर्मा है। श्रीहर्ष की रचना ‘नैषधीयचरित्’, वाल्मीकि की रचना ‘रामायण’ तथा कालिदास की रचना ‘अभिज्ञानशाकुंतलम्’ और ‘मेघदूतम्’ है।
 

302. निम्नलिखित में से किसने भारत के प्राचीन ग्रंथ ‘नाट्यशास्त्र’ को संकलित किया है ?

(a) वेदव्यास
(b) मनु
(c) अगस्त्य
(d) भरत मुनि
 
RRB Group-D 22-09-2018 (Shift-I)
 
Ans: (d) नाट्यशास्त्र (संस्कृत में) नाट्य कला पर आधारित ग्रंथ है, जिसकी रचना भरत मुनि ने तीसरी शताब्दी से पूर्व की थी। इस ग्रंथ में प्रत्यभिज्ञा दर्शन की छाप है। इसके 36 अध्यायों में संगीत, नाटक एवं अभिनय का संकलन है।
 

303. पंच-सिद्धान्तिका, बृहत्संहिता और सांख्य-सिद्धान्त के लेखक कौन हैं ?

(a) आर्यभट्ट
(b) ब्रह्मगुप्त
(c) भास्कराचार्य
(d) वराहमिहिर
 
RRB NTPC 31.03.2016 (Shift-III) Stage It
 
Ans : (d) पंचसिद्धान्तिका, बृहत्संहिता और सांख्य सिद्धान्त के लेखक वराहमिहिर थे। इन पुस्तकों में त्रिकोणमिति के महत्वपूर्ण सूत्र दिये है जो वराहमिहिर के त्रिकोणमिति ज्ञान के परिचायक है। इनकी पुस्तक पंचसिद्धान्तिका (पाँच सिद्धान्त) ने उन्हें फलित ज्योतिष में वही स्थान दिलाया है जो राजनीति दर्शन में कौटिल्य का, व्याकरण में पाणिनी का और विधान में मनु का है।
 
 

304. ‘तिरुक्कुरल’ नामक प्रसिद्ध ग्रंथ के संकलनकर्ता कौन हैं?

(a) कालिदास
(b) तिरुवल्लुवर
(c) कबीर
(d) मीराबाई
 
RRB NTPC Stage It 28.04.2016 (Shift-I)
 
Ans: (b) तिरुक्कुरल नामक प्रसिद्ध ग्रंथ के संकलनकर्ता तिरुवल्लुवर है। तिरुक्कुरल तमिल भाषा में लिखित एक प्राचीन मुक्तक काव्य रचना है, इसका रचना-काल छठीं शताब्दी के आस-पास है। इसके सूत्र पद्म जीवन शैली को स्पर्श करते है। जबकि कालिदास ने ‘मालविकाग्निमित्रम्’ की रचना की। कबीर ने ‘बीजक’ तथा मीराबाई ने कृष्ण-भक्ति के स्फुट पदों की रचना की।
 

305. ‘चरक संहिता’, चिकित्सा की किस शाखा से संबंधित है ?

(a) एलोपेथी
(b) आयुर्वेद
(c) होमियोपेथी
(d) यूनानी
 
RRB NTPC 18.04.2016 (Shift-III) Stage I”
 
Ans : (b) ‘चरक संहिता’ आयुर्वेद से सम्बन्धित प्रसिद्ध ग्रन्थ है। यह संस्कृत भाषा में लिखा गया है। महर्षि चरक ने चिकित्सा शास्त्र का विशद् एवं व्यापक वर्णन इस पुस्तक में किया है।
 

306. सुश्रुत को के रूप में जाना जाता है ?

(a) भारतीय चिकित्सा के जनक
(b) भारतीय शल्य चिकित्सा के जनक
(c) भारतीय पारिस्थितिकीय के जनक
(d) भारतीय पेलियोबॉटनी के जनक
 
RRB NTPC 11.04.2016 (Shift-III) Stage I
 
Ans : (b) सुश्रुत प्राचीन भारत के महान चिकित्साशास्त्री एवं शल्य चिकित्सक थे। उनकों शल्य चिकित्सा (Surgery) का जनक कहा जाता है।
 

307. राजतरंगिणी द्वारा किन राज्यों के राजाओं का वर्णन किया गया है ?

(a) राष्ट्रकूट
(b) कश्मीर
(c) बिहार
(d) उड़ीसा
 
RRB NTPC 18.04.2016 (Shift-III) Stage I”
 
Ans : (b) कल्हण द्वारा रचित राजतरंगिणी में कश्मीर के राजाओं का विशद व मोहक वर्णन किया गया है। इसके अनुसार कश्मीर की राजधानी श्रीनगर को सम्राट अशोक ने बसाया था, जो शिव के परम भक्त थे एवं बाद में अपना धर्म बदल लिया।
 

308. प्राचीन भारत में कल्हण द्वारा निम्नलिखित में से कौन सी पुस्तक लिखी गई थी ?

(a) हर्षचरित
(b) राजतरंगिणी
(c) मुद्राराक्षस
(d) विक्रमोवर्शियम
 
RRB Group-D 23-10-2018 (Shift-II)
 
Ans. (b) उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
 

309. प्राचीन भारतीय कानूनी दस्तावेज ‘मनुस्मृति’ ‘Manusmriti’ में लिखा गया था-

(a) तमिल
(b) हिन्दी
(c) संस्कृत
(d) बंगाली
 
RRB NTPC 19.04.2016 (Shift-II) Stage I”
 
Ans: (c) प्राचीन भारतीय कानूनी दस्तावेज ‘मनुस्मृति’ संस्कृत में लिखा गया था। मनुस्मृति को मानव धर्मशास्त्र भी कहा जाता है। इस ग्रंथ में सामाजिक वर्गों के बारे में वर्णन किया गया है। इसमें चारो वर्णों, चारो आश्रमों एवं सोलह संस्कारों तथा सृष्टि उत्पत्ति के अतिरिक्त राज्य की व्यवस्था आदि विषयों पर परामर्श दिया गया है।
 

310. निम्नलिखित में से कौन-सा साहित्य संस्कृत में नहीं लिखा गया है?

(a) तिरुक्कुरल
(b) रत्नावली
(c) राजतरंगिणी
(d) मेघदूत
Ans: (a)
 
पुस्तक लेखक भाषा
1. तिरुक्कुरल
तिरुवल्लुवर तमिल
2. रत्नावली हर्ष संस्कृत
3. राजतरंगिणी कल्हण
संस्कृत
4. मेघदूत कालिदास संस्कृत
 

311. इनमें से कौन एक भारतीय गणितज्ञ थे ?

(a) भरत
(b) बाना
(c) भास्कर
(d) भवभूति
 
RRB NTPC 28.03.2016 (Shift-III) Stage I”
 
Ans: (c) भास्कर प्रथम (600-680 ईस्वी) भारत के सातवीं शताब्दी के महान गणितज्ञ थे। संभवतः उन्होंने ही सबसे पहले संख्याओं को हिन्दू दाशमिक पद्धति में लिखना आरम्भ किया। उन्होंने आर्यभट्ट की कृतियों पर टीका लिखा।
 

312. इनमें से कौन-सी गणित विषय पर लिखित एक मध्ययुगीन भारतीय पुस्तक है ?

(a) वास्तु शास्त्र
(b) लीलावती
(c) पंचदशी
(d) रूपमती
 
RRB NTPC 29.03.2016 (Shift-I) Stage 1″
 
Ans: (b) लीलावती गणित विषय पर आधारित एक मध्ययुगीन भारतीय ग्रन्थ है, जिसकी रचना महान भारतीय गणितज्ञ भास्कराचार्य द्वितीय ने अपनी पुत्री की बुद्धिमता से प्रभावित होकर किया था। पंचदशी, माधवाचार्य द्वारा रचित अद्वैत वेदान्त का सरल और सम्पूर्ण ग्रन्थ है।
 

 

313. मनुस्मृति का अंग्रेजी में अनुवाद किसने किया था ?

(a) एच. जी. वेल्स
(b) जॉर्ज बुलर
(c) राल्फ ग्रिफिथ
(d) एच.एच. विल्सन
 
RRB NTPC Stage Pt 29.04.2016 (Shift-I)
 
Ans: (b) मनुस्मृति का अंग्रेजी अनुवाद जॉर्ज बुलर द्वारा किया गया। मनुस्मृति सर्वाधिक प्राचीन स्मृति है तत्पश्चात याज्ञवल्क्य स्मृति की रचना हुई।
 

314. हर्षचरित, राजा हर्षवर्धन की जीवनी, किसने लिखी थी ?

(a) कालिदास
(b) बीरबल
(c) बाणभट्ट
(d) तुलसीदास
 
RRB Group-D 26-11-2018 (Shift-III)
 
Ans: (c) हर्षवर्धन 606 ई. में राजगद्दी पर बैठा। हर्ष ने अपनी राजधानी कन्नौज में स्थापित की। हर्षचरित, संस्कृत में बाणभट्ट द्वारा रचित ग्रन्थ है जिसमें उसने हर्षवर्धन के जीवन चरित्र तथा उसके प्रशासन का वर्णन किया है। यह संस्कृत का सबसे प्राचीन ग्रन्थ है।
 

315. ………. द्वारा रचित हर्षचरित्र हमें हर्ष और उनके  प्रशासन के बारे में सही जानकारी देता है।

(a) बाणभट्ट
(b) फाहियेन
(c) तुलसीदास
(d) कल्हन
 
RRB Group-D 26-09-2018 (Shift-II)
 
Ans. (a) उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
 

316. प्राचीनकाल में अमरसिंह द्वारा भाषा के शब्दों का एक शब्दकोश तैयार किया गया जिसका नाम ‘अमरकोश’ था।

(a) मराठी
(b) संस्कृत
(c) तमिल
(d) बंगाली
 
RRB Group-D 15-10-2018 (Shift-III)
 
Ans. (b) प्राचीनकाल में, अमर सिंह द्वारा संस्कृत भाषा के शब्दों का एक शब्दकोष तैयार किया गया जिसका नाम ‘अमरकोश’ था। अमरकोश को विश्व का पहला ‘समान्तर कोश’ कहा जाता है। अमर सिंह, चन्द्रगुप्त द्वितीय के नवरत्नों में से एक थे।
 

317. साहित्यिक कृति ‘रत्नावली’ किसकी कृति है ?

(a) हर्षवर्द्धन
(b) चाणक्य
(c) शूद्रक
(d) कालिदास
 
Ans. (a):
 
रचनाकार
साहित्यिक कृति
हर्षवर्द्धन रत्नावली, प्रियदर्शिका, नागानंद
चाणक्य अर्थशास्त्र
शूद्रक
मृच्छकटिकम्
कालिदास मेघदूतम्, कुमारसंभवम्, ऋतुसंहार
 
 
 

318. भारत की महान साहित्यिक कृतियां ‘मेघदूत’ और ‘अभिज्ञान शाकुंतलम’ की रचना किसनें की थी ?

(a) भास
(b) कालिदास
(c) चाणक्य
(d) शूद्रक
 
Ans. (b):
 
RRB NTPC 08.02.2021 (Shift-I) Stage Ist
 
  • कालिदास की प्रमुख रचनायें →  अभिज्ञानशाकुन्तलम्, मालविकाग्निमित्रम्, विक्रमोर्वशीयम, कुमार संभवम्, रघुवंशम्, मेघदूतम्, आदि।
  • भास की प्रमुख रचनायें → दूतवाक्यम् आदि। प्रतिमानाटकम्, बालचरितम्,
  • चाणक्य की रचनायें → अर्थशास्त्र |
  • शूद्रक की रचनायें →  मृच्छकटिकम्, वासवदत्ता आदि।
 
 
 

319. ‘राजतरंगिणी’ (Rajatarangini) के लेखक कौन हैं?

 
(a) कालिदास
(b) चंदबरदाई
(c) जयदेव
(d) कल्हण
 
RRB NTPC 28.12.2020 (Shift-1) Stage Ist
 
Ans. (d): ‘राजतरंगिणी’, कल्हण द्वारा रचित एक संस्कृत ग्रन्थ हैं। इसमें कश्मीर का इतिहास वर्णित है जो महाभारत की शैली पर आधारित है। इसकी रचना 12वीं शताब्दी के आस-पास मानी जाती है। राजतरंगिणी में कुल आठ तरंग है। इसके प्रथम तीन तरंग में राजवंशों की सूची दी गयी है।
 
 
 

320. पंचतंत्र नामक कहानी संग्रह के लेखक का नाम बताइए।

 
(a) स्कंदगुप्त
(b) वेद शास्त्री
(c) विष्णु गुप्त
(d) विष्णु शर्मा
 
RRB NTPC 10.02.2021 (Shift-1) Stage Ist
 
Ans. (d): पंचतन्त्र कहानी संग्रह विष्णु शर्मा द्वारा लिखा गया है। पंचतन्त्र एक नीति से संबंधित पुस्तक है। संस्कृत की अन्य प्रमुख रचनाएँ हैं-बुद्धचरित, सौन्दरानन्दकाव्यम, शारिपुत्रप्रकरण (अश्वघोष), अभिज्ञानशाकुन्तलम, रघुवंशम् और कुमारसम्भवम् (कालिदास) तथा दशकुमारचरितम् (दण्डी) आदि हैं।
 
 

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