राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ‘मुख्यमंत्री रोजगार उत्सव-युवा सम्मेलन’ के दौरान एक बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए जुलाई तक 1 लाख सरकारी नौकरियाँ देने के लक्ष्य पर काम कर रही है। उन्होंने कहा, “हम जो कहते हैं, उसे पूरा करते हैं।”
मुख्यमंत्री ने बताया कि भाजपा सरकार ने अब तक 16 नई नीतियाँ लागू की हैं, जिनमें से युवा नीति विशेष रूप से रोजगार के अवसर बढ़ाने पर केंद्रित है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि प्रदेश के युवा ही राजस्थान की आर्थिक और औद्योगिक तरक्की के आधार हैं। सरकार हर वर्ग के लोगों को रोजगार देने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है।
रोजगार मेला: 7800 युवाओं को मिला नियुक्ति पत्र
सम्मेलन के दौरान 7800 युवाओं को विभिन्न सरकारी और निजी कंपनियों में नियुक्ति पत्र सौंपे गए। यह आयोजन युवाओं को रोजगार से जोड़ने और उनकी प्रतिभा को सही दिशा देने के उद्देश्य से किया गया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले महीनों में और भी रोजगार मेलों का आयोजन किया जाएगा, जिससे प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को लाभ मिलेगा।
युवा ही राजस्थान और भारत के विकास का आधार: ओम बिरला
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कार्यक्रम में युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान देश के सबसे ऐतिहासिक और समृद्ध राज्यों में से एक है, और इसके विकास की बागडोर अब युवाओं के हाथ में है। उन्होंने कहा, “युवा शक्ति के बिना विकसित भारत का सपना अधूरा है।”
उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप योजनाएँ और औद्योगिक विकास की पहल से राजस्थान में युवाओं के लिए असीम अवसर उपलब्ध हो रहे हैं।
सरकार की रोजगार नीतियाँ और आगामी योजनाएँ
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बताया कि सरकार द्वारा बनाए गए नए नियम और नीतियाँ राज्य में निवेश बढ़ाने में मदद कर रहे हैं, जिससे नए उद्योग स्थापित किए जा रहे हैं। इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार विभिन्न क्षेत्रों में 75 हजार सरकारी नौकरियाँ पहले ही दे चुकी है और अब लक्ष्य 1 लाख नौकरियाँ पूरी करना है।
राजस्थान सरकार की यह पहल प्रदेश के युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है। आगामी महीनों में और अधिक रोजगार अवसर उपलब्ध कराए जाने की उम्मीद है, जिससे राज्य के विकास को नई दिशा मिलेगी।