वैदिक सभ्यता (Vedic Civilization) Mock Test - knowledge science - Online Mock tests series Free - Previous year exams Paper.

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वैदिक सभ्यता Vedic Civilization

वैदिक सभ्यता (Vedic Civilization)

 

 39. ऋग्वेद में 1028 सूक्त हैं, जिन्हें दस पुस्तकों में वर्गीकृत किया गया है, जिन्हें………….. के नाम से जान जाता है।

(a) मंडल
(b) अनुदत्त
(c) सूक्त
(d) पदपथ
RRB NTPC (Stage-2) 13/06/2022 (Shift-1)
 
Ans. (a) : ऋग्वेद में 1028 सूक्त हैं, जिन्हें दस पुस्तकों में वर्णित किया गया है, जिन्हें मण्डल के नाम से जाना जाता है।

 

40. वृहदारण्यक, मुंडक और तैत्तिरीय निम्नलिखित में से किस श्रेणी के धार्मिक ग्रंथों के उदाहरण हैं।

(a) पुराण
(b) महाकाव्य
(c) उपनिषद
(d) जातक कथा
 
RRB Group-D-06/10/2022 (Shift-II)
 
Ans. (c) : बृहदारण्यक, मुंडक और तैत्तिरीय उपनिषद श्रेणी के धार्मिक ग्रंथो के उदाहरण हैं। भारत का राष्ट्रीय आदर्श वाक्य ‘सत्यमेव जयते’ मुण्डकोपनिषद से लिया गया है। पुराणों की संख्या 18 है जिसमें मत्स्य पुराण सबसे प्राचीन है।
 

41. हिन्दू धर्म में, देव को “पौधों के स्वामी”, रोगों के उपचारक और धन के दाता माना जाता है।

 
(a) उषा
(b) यम
(c) वारुणी
(d) सोम
 
Ans. (d): हिन्दू धर्म में सोम देव को पौधों का स्वामी, रोगों का उपचारक और धन का दाता माना जाता है। वरुण को समुद्र का देवता, विश्व के नियामक सत्य के प्रतीक, ऋतु परिवर्तन के देवता के रूप में जाना जाता है। हिन्दू धर्म में उषा को भोर की देवी माना गया है। यम/यमराज को मृत्यु का देवता माना गया है।
 

42. निम्न में से कौन सी हिंदू धर्म की प्रमुख दार्शनिक विचारधारा है?

(a) सन्यास
(b) मोक्ष
(c) अर्थ
(d) वैशेषिक
 
RRB Group-D: 30/08/2022 (Shift II)
 
Ans. (d): हिन्दू धर्म की प्रमुख दार्शनिक विचारधारा वैशेषिक दर्शन है। वैशेषिक दर्शन का प्रवर्तक कणाद मुनि को माना जाता है। इस दर्शन के सिद्धान्त न्याय दर्शन के सिद्धान्तों के समान ही है। वैशेषिक दर्शन का मुख्य उद्देश्य वाह्य जगत की व्यापक समीक्षा करना है। वैशेषिक दर्शन में न्याय दर्शन के 16 तत्वों की अपेक्षा केवल सात तत्वों को स्वीकार किया गया है।
 

43. निम्न में से किस वेद को कर्मकांड ग्रंथ (Book of rituals) के रूप में जाना जाता है ?

(a) यजुर्वेद
(b) सामवेद
(c) ऋग्वेद
(d) अथर्ववेद
 
RRB Group-D-02/09/2022 (Shift-1)
 
Ans. (a): यजुर्वेद को कर्मकांड ग्रंथ के रूप में जाना जाता है, जो कि बलिदान धर्म की स्थापना करता है। इसे यज्ञवेद भी कहते है। इसके पाठकर्ता को अध्वर्यु कहा जाता है। इसमें यज्ञों के नियम, विधि विधानों का संकलन तथा बलिदान विधि का वर्णन मिलता है। यह एक ऐसा वेद है, जो गद्य एवं पद्य दोनों में है। जबकि ऋचाओं के क्रमबद्ध ज्ञान के संग्रह को ऋग्वेद कहा जाता है। इसमें 10 मंडल, 1028 सूक्त एवं लगभग 10,600 ऋचाएं हैं। इसके ऋचाओं को पढ़ने वाले ऋषि को होतृ कहते हैं। सामवेद में यज्ञों के अवसर पर गाये जाने वाले ऋचाओं (मंत्रों) का संकलन है। इसके पाठकर्ता को उद्‌गाता कहते हैं। तथा अथर्ववेद, अथर्वा ऋषि द्वारा रचित है, जिसमें कुल 731 सूक्त और 6000 मंत्र है।
 

44 . यजुर्वेद ………… से संबंधित है।

(a) गायत्री मंत्र
(b) यज्ञ के अनुष्ठानों
(c) जादू और टोना
(d) राग
 
RRB Group-D-17/09/2022 (Shift-III)
 
 
Ans. (b): यजुर्वेद का सम्बन्ध यज्ञ के अनुष्ठानों तथा मंत्रों के संग्रह से है। चार वेदों-ऋग्वेद, सामवेद, यजुर्वेद तथा अथर्ववेद में यजुर्वेद तीसरा वेद है। यजुर्वेद की दो शाखाएँ हैं-कृष्ण यजुर्वेद तथा शुक्ल यजुर्वेद।
 

45. यजुर्वेद की कितनी शाखएं हैं ?

(a) 3
(b) 2
(c) 5
(d) 4
 
RRB Group-D 13/09/2022 (Shift-III)
 
Ans. (b): यजुर्वेद की दो शाखाएं है यजुर्वेद। यजुर्वेद की 85 शाखाओं की उनमें से केवल ये चार ही उपलब्ध है। शुक्ल यजुर्वेद और कृष्ण चर्चा मिलती है, किन्तु आज कठ और कपिष्ठल शुक्ल यजुर्वेद की दो शाखाएँ है तथा कृष्ण यजुर्वेद की शाखाएं है कण्व, माध्यन्दिनी।
 

46. वैदिक ग्रंथों के अनुसार, ‘संग्रहित्री’ का क्या कार्य था ?

(a) कोषाध्यक्ष/खजांची
(b) सारथी
(c) कर संग्राहक
(d) चारण
Ans.(a) : वैदिक ग्रन्थों के अनुसार, ‘संग्रहित्री’ का अर्थ है कोषाध्यक्ष खजांची। प्रमुख वैदिक ग्रन्थों में चार वेद (ऋग्वेद, सामवेद, यजुर्वेद, अथर्ववेद), आठ ब्राह्मण ग्रन्थ, 7 आरण्यक और 12 प्रारम्भिक उपनिषद आते हैं।
 
 
 

47. हिंदू धर्म ‘पुरुषार्थ जीवन के लक्ष्य, के माध्यम से जीवन में पूर्ण भागीदारी को प्रोत्साहित करता है। निम्न में से कौन एक पुरूषार्थ नही हैं ?

(a) काम
(b) सत्व
(c) मोक्ष
(d) अर्थ
 
RRB Group-D-30/09/2022 (Shift-III)
 
Ans. (b): प्राचीन काल में मनुष्य के उद्देश्यपूर्ण जीवन को व्यतीत करने हेतु आश्रम व्यवस्था का निर्धारण किया गया था। निर्धारित आश्रम व्यवस्था की सफलता ‘पुरुषार्थ’ पर ही निर्भर थी। ये पुरुषार्थ हैं धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष। इन्हें चर्तुवर्ग भी कहा गया हैं। पुरुषार्थ के अन्तर्गत मनुष्य भौतिक सुखों का उपभोग करते हुए धर्म का भी समान रूप से अनुसरण करके मोक्ष का अधिकारी होता हैं। अतः दिए गए विकल्प में ‘सत्व’ पुरुषार्थ नहीं है।
 

48. निम्नलिखित में से कौन सा ग्रंथ वैदिक साहित्य का हिस्सा नहीं है ?

(a) ब्राह्मण
(b) आरण्यक
(c) पिटक
(d) उपनिषद
 
RRB Group-D-24/08/2022 (Shift-I)
 
Ans.(c): वेद हिन्दू धर्म के आधारभूत ग्रन्थ हैं, जिनकी संख्या चार है 1. ऋग्वेद, 2. यजुर्वेद, 3. अथर्ववेद, 4. सामवेद। इन सभी वेदों के ब्राह्मण, आरण्यक तथा उपनिषद है। चारों वैदिक संहिताएँ तथा इनके ब्राह्मण, आरण्यक तथा उपनिषद् मिलाकर वैदिक साहित्य कहलाते हैं, जबकि पिटक बौद्ध धर्म की प्रमुख पुस्तक हैं। बौध धर्म में पिटकों का वेदों (हिन्दू धर्म में) के समान ही महत्व है। पिटक तीन है-
1. विनय पिटकः बौद्ध धर्म व संघ के नियमों का संकलनः
2. सुत्त पिटकः बौद्ध धर्म के सिद्धांतो का संकलन,
3. अभिधम्म पिटकः इसमें दार्शनिक क्रिया कलापों की व्याख्या की गई है।
 

49. हिन्दू धर्म में, इनमें से किस देवता को सृजनकर्त्ता माना जाता है ?

(a) ब्रह्मा
(b) गणेश
(c) महेश
(d) विष्णु
 
RRB Group-D-29/08/2022 (Shift-III)
 
Ans. (a) : हिन्दू धर्म में सृजनकर्ता का देवता ब्रह्मा को माना जाता है। भगवान विष्णु को इस सृष्टि के संचालन कर्ता के रूप में तथा भगवान शिव को सृष्टि के विनाशक के रूप में जाना जाता है।
 

50. ऐतरेय उपनिषद, के ऐतरेय आरण्यक की दूसरी पुस्तक के चौथे, पांचवें और छठे अध्याय से संबंधित है, और इसे सबसे पुराना उपनिषद माना जाता है।

(a) ऋग्वेद
(b) सामवेद
(c) यजुर्वेद
(d) अथर्ववेद
 
RRB Group-D-23/08/2022 (Shift-II)
 
Ans. (a) : ऐतरेय उपनिषद ऋग्वेद के ऐतरेय आरण्यक की दूसरी पुस्तक के चौथे, पांचवें और छठे अध्याय से संबंधित है और इसे सबसे पुराना उपनिषद माना जाता है। ऋग्वेद 10 मण्डल 1028 सूक्त एवं लगभग 10600 ऋचाएँ हैं। इस वेद के ऋचाओं के पढ़ने वाले ऋषि को होतृ कहते हैं। इस वेद से आयर्यों के राजनीतिक प्रणाली एवं इतिहास के बारे में जानकारी मिलती है।
 
 
 

51. ऋग्वेद चार वेदों में से पवित्रतम वेद है, जिसमें 10,600 ऋचाओं के सुक्तों के 10 अध्याय (जिन्हें मंडल कहा जाता है) शामिल हैं।

(a) 1,028
(b) 1,128
(c) 1,210
(d) 1,230
 
RRB Group-D-26/08/2022 (Shift-II)
 
Ans. (a) चारो वेदों में ऋग्वेद सबसे प्राचीन है तथा अथर्ववेद सबसे नवीन है। ऋग्वेद को दस भागों में बांटा गया है जिन्हे मंडल के नाम से जाना जाता है, इसमें 10,600 ऋचाओं और 1028 सूक्तों का संग्रह है। ऋग्वेद में उद्धृत प्रमुख देवता इन्द्र हैं। प्रसिद्ध गायत्री मंत्र का उल्लेख ऋग्वेद के तीसरे मण्डल में है, तथा 9वें मंडल में देवता सोम का उल्लेख है।
 

52. किस वेद में ऋचाओं (verses) की संख्या सर्वाधिक है ?

(a) सामवेद
(b) अथर्ववेद
(c) ऋग्वेद
(d) यजुर्वेद
 
RRB Group-D-02/09/2022 (Shift-II)
 
Ans. (c): उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
 

53. निम्नलिखित में से कौन सा चारों वेदों में से सबसे पुराना और सबसे बड़ा वेद है?

(a) ऋग्वेद
(b) यजुर्वेद
(c) अथर्ववेद
(d) सामवेद
 
RRB Group-D-16/09/2022 (Shift-II)
 
Ans. (a): उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
 
54. ऋग्वेद —का संग्रह है।
(a) 1028 सूक्तों
(b) 2028 सूक्तों
(c) 4028 सूक्तों
(d) 3028 सूक्तों
 
RRB Group-D-13/09/2022 (Shift-II)
 
Ans. (a): उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
 
55. प्रारंभिक हिंदू दर्शन में जीवन के कितने चरण निर्धारित किए गए हैं?
(a) दो
(b) तीन
(c) चार
(d) पाँच
 
RRB Group-D-30/08/2022 (Shift-III)
 
Ans. (c): प्रारंभिक हिंदू दर्शन में जीवन के चार चरण निर्धारित किए गए है –
(1) ब्रह्मचर्य (0-25 वर्ष)
(2) गृहस्थ (25-50 वर्ष)
(3) वानप्रस्थ (50-75 वर्ष)
(4) संन्यास (75-100 वर्ष)
 

56. चारों वेदों में से किस वेद को ‘यज्ञ’ सूत्रों के वेद के रुप में जाना जाता है, जिसमें समान उद्देश्य के लिए इच्छित छंदों के साथ-साथ विभिन्न संस्कारों के लिए अपनाएं जानें वाले गद्य सूत्र भी शामिल है?

(a) सामवेद
(b) अथर्ववेद
(c) यजुर्वेद
(d) ऋग्वेद
 
RRB Group-D-29/09/2022 (Shift-III)
 
Ans. (c): चारो वेदों में से यजुर्वेद को ‘यज्ञ सूत्रों के वेद’ के रूप में जाना जाता है, जिसमें समान उद्देश्य के लिए इच्छित छंदो के साथ-साथ विभिन्न संस्कारों के लिए अपनाए जाने वाले गद्य सूत्र भी शामिल हैं।
 

57. उपनिषद शब्द में ‘उप’ शब्द क्या दर्शाता है ?

(a) गुप्तता
(b) निकटता
(c) समग्रता
(d) खुशी
 
RRB Group-D-17/08/2022 (Shift-III)
 
Ans. (b): उपनिषद शब्द में ‘उप’ शब्द निकटता को दर्शाता है। उपनिषद सामान्यतः वेदान्त कहलाते हैं। वे दार्शनिक ग्रंथ हैं। भारतीय दर्शन के कुछ प्रमुख उपनिषद वृहदारण्यक, छांदोग्य, ऐतरेय, कौषितकी, मैत्रायणी आदि हैं।
 

58. ऋग्वेद के स्तोत्रों (Hymns) को ………. के रूप में भी जाना जाता है।

(a) सूक्त
(b) ज्ञान
(c) रूद्र
(d) कर्मकांडों
 
RRB Group-D-06/09/2022 (Shift-I)
 
Ans. (a): ऋग्वेद के स्तोत्रों को सूक्त के रूप में भी जाना जाता है। ऋग्वेद सबसे प्राचीन वेद है। इसमें कुल 1028 सूक्त है। संपूर्ण ऋग्वेद को 10 मण्डलों में विभक्त किया गया है।
 

59. निम्नलिखित में से किस वेद को “गीत की पुस्तक”, “मंत्रों का वेद” या “गीत का योग” भी कहा जाता है?

(a) सामवेद
(b) यजुर्वेद
(c) अथर्ववेद
(d) ऋग्वेद
 
RRB Group-D-08/09/2022 (Shift-I)
 
Ans. (a): सामवेद को ‘गीत की पुस्तक’, ‘मंत्रों का वेद’ या ‘गीत का योग’ कहा जाता है। इसमें कुल मंत्रों की संख्या 1869 है, इनमें से 1474 मंत्र ऋग्वेद से लिये गये है। इसी कारण सामवेद को ऋग्वेद से अभिन्न माना जाता है। यह पद्य में है तथा सूर्य देवता को समर्पित है।
 

60. सबसे पुराना वेद………….है।

(a) सामवेद
(b) यजुर्वेद
(c) अथर्ववेद
(d) ऋग्वेद
 
RRB Group-D 12-12-2018 (Shift-I) RRB NTPC 30.01.2021 (Shift-I) Stage Ist
 
Ans. (d) ऋचाओं के क्रमबद्ध ज्ञान के संग्रह को ऋग्वेद कहते हैं। ऋग्वेद सबसे पुराना वेद है। इसमें 10 मण्डल, 1028 सूक्त (वालखिल्य पाठ के 11 सूक्त) एवं 10,462 ऋचाएँ (मंत्र) हैं। हालांकि मंत्रों/ऋचाओं की संख्या के बारे में विद्वानों में मतभेद है। इस वेद के ऋचाओं के पढ़ने वाले पुरोहित को होतृ कहते हैं। विश्वामित्र द्वारा रचित ऋग्वेद के तीसरे मण्डल में सूर्य देवता सावित्री (सवितृ) को समर्पित प्रसिद्ध गायत्री मंत्र है। इसके 9वें मण्डल में देवता सोम का उल्लेख है।
 

61. ऋग्वेद में ऐसे ……….. मंत्र है जिनमें अप्रमाणिक वलखिल्य भजन शामिल हैं-

(a) 1549
(b) 1028
(c) 760
(d) 1875
 
RRB Group-D 29-10-2018 (Shift-III)
 
Ans : (b) उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
 

62. ऋग्वेद में………मंत्र है-

(a) 1,014
(b) 1,028
(c) 1,035
(d) 1,020
 
RRB Group-D 12-10-2018 (Shift-III)
 
 
Ans : (b) उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
 

63. वेदों का इनमें से कौन सा अंग जटिल शब्दों के अर्थ एवं व्याख्या के लिए प्रसिद्ध है ?

(a) कल्प
(b) छंद
(c) व्याकरण
(d) निरुक्त
 
RRB NTPC 23.02.2021 (Shift-I) Stage Ist
 
Ans. (d) वेदों के अंग को वेदांग कहा जाता है। वेदांगों की संख्या छः है शिक्षा, व्याकरण, निरुक्त, छन्द, ज्योतिष और कल्प। इनमें से वेदों का अंग ‘निरुक्त’ जटिल शब्दों के अर्थ एवं व्याख्या के लिए प्रसिद्ध है। जो कठिन शब्द व्याकरण की पहुँच से बाहर थे, उनके अर्थ जानने के लिए ही निरूक्त की रचना हुई। निरूक्त के रचयिता यास्क है। यास्क मुनि ने निरूक्त को व्याकरण का पूरक माना है।
 

64. भारत का राष्ट्रीय आदर्श वाक्य, ‘सत्यमेव जयते’ (अर्थात “सत्य की हमेशा विजय होती है”) किस प्राचीन भारतीय शास्त्र से उद्धत एक मंत्र है?

(a) ऋग्वेद
(b) मुण्डकोपनिषद्
(c) भगवद् गीता
(d) मत्स्य पुराण
 
RRB NTPC 02.04.2016 (Shift-III) Stage It RRB NTPC 02.02.2021 (Shift-I) Stage Ist
 
Ans : (b) भारत का राष्ट्रीय आदर्श वाक्य ‘सत्यमेव जयते’ (अर्थात् सत्य की हमेशा विजय होती है) मुण्डकोपनिषद् से लिया गया है। इसका उल्लेख सम्राट अशोक द्वारा बनवाये गये सिंह स्तम्भ (सारनाथ) में भी रहा है जिसे हू-ब-हू भारत के राष्ट्रीय प्रतीक में शामिल किया गया है।
 

65. धनुर्वेद, यजुर्वेद का उपवेद है। इसका संबंध निम्न में से किससे है ?

(a) चिकित्सा से
(b) वास्तुकला से
(c) कला एवं संगीत से
(d) युद्ध कौशल से
 
 
RRB NTPC 18.01.2021 (Shift-II) Stage Ist
 
Ans. (d): धनुर्वेद, यजुर्वेद का एक उपवेद है। इसके अन्तर्गत धनुर्विद्या या सैन्य विज्ञान आता है। धनुर्वेद वह शास्त्र है, जिसमें धनुष चलाने की विद्या का निरूपण किया गया है। मधुसूदन सरस्वती ने अपने ‘प्रस्थान भेद’ नामक ग्रंथ में धनुर्वेद को यजुर्वेद का उपवेद लिखा है।
 

66. निम्न में से किस वेद में संगीत से संबंधित ज्ञान संग्रहित है ?

(a) ऋग्वेद
(b) अथर्ववेद
(c) सामवेद
(d) यजुर्वेद
 
RRB NTPC 31.01.2021 (Shift-I) Stage Ist RRB Group-D 24-09-2018 (Shift-I)
 
Ans. (c) सामवेद, संगीत से संबंधित वेद है। ‘साम’ का अर्थ ‘गान’ से है। सामवेद में संकलित मंत्रों को देवताओं की स्तुति के समय गाया जाता था। सामवेद में कुल 1875 ऋचायें हैं। इनमें से 75 ही सामवेद के हैं, शेष ऋग्वेद से ग्रहण किये गये हैं।
 

67. वेदों को इंडो-आर्यन सभ्यता का सर्वप्रथम साहित्यिक अभिलेख माना जाता है। इसमें शामिल चार वेदों के नाम ऋग्वेद, सामवेद, यजुर्वेद और हैं।

(a) अथर्ववेद
(b) धनुर्वेद
(c) आयुर्वेद
(d) शिल्पवेद
 
RRB NTPC 16.01.2021 (Shift-II) Stage Ist
 
Ans. (a): वेदों को इण्डो-आर्यन सभ्यता का सर्वप्रथम साहित्यिक अभिलेख माना जाता है, जिनका संकलन ‘महर्षि कृष्ण द्वैपायन वेदव्यास’ ने की थी। वेद का अर्थ ‘ज्ञान’ है। इनसे आर्यों के आगमन व बसने की जानकारी मिलती है। वेद चार हैं ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद। इन चार वेदों को संहिता कहा जाता है।
 

68. मुंडक उपनिषद् किससे संबंधित है?

(a) सामवेद
(b) अथर्ववेद
(c) यजुर्वेद
(d) ऋग्वेद
 
RRB NTPC 05.03.2021 (Shift-I) Stage Ist
 
Ans. (b): मुण्डकोपनिषद् अथर्ववेद की शौनकीय शाखा का उपनिषद् है। इस उपनिषद् में तीन मुण्डक हैं, प्रत्येक मुण्डक के दो दो खण्ड हैं तथा कुल 64 मंत्र हैं। मुण्डकोपनिषद् को मंत्रोपनिषद के नाम से भी जाना जाता है। भारत के राष्ट्रीय प्रतीक में अंकित ‘सत्यमेव जयते’ शब्द भी मुण्डकोपनिषद् से लिया गया है।
 
 

69. भारत की वैदिक काल अवधि कब तक चली

(a) 1500 to 500 BC
(b) 336 to 323 BC
(c) 3000 to 2600 BC
(d) 550 to 323 BC
 
RRB NTPC 22.02.2021 (Shift-II) Stage Ist
 
Ans. (a): सिंधु सभ्यता के पतन के बाद जो नवीन संस्कृति प्रकाश में आयी, उसके विषय में हमें सम्पूर्ण जानकारी वेदों से मिलती है। इसलिए इस काल को हम वैदिक काल के नाम से जानते है। इसका समय 1500-500 ई.पू. तक है।
 

70. निम्नलिखित में से कौन सा वेद जादुई अनुष्ठानों और वशीकरण के बारे में बताता है?

(a) अथर्ववेद
(b) सामवेद
(c) ऋग्वेद
(d) यजुर्वेद
 
RRB Group-D 25-09-2018 (Shift-1)
 
Ans. (a) अथर्ववेद को ब्रह्मावेद भी कहा जाता है। अथर्वा ऋषि के नाम पर इस वेद का नाम अथर्ववेद पड़ा। इस वेद की रचना सबसे बाद में हुई। इसमें 20 अध्याय, 731/730 सूक्त व 5987 मंत्र है। इसमें वशीकरण, जादू-टोना, भूत-प्रेतों व औषधियों से सम्बन्धित मन्त्रों का वर्णन है। काशी का प्राचीनतम उल्लेख अथर्ववेद में ही मिलता है।
 

71. ‘यजुर्वेद’ में यजुर का अर्थ क्या है ?

(a) जीवन
(b) प्रकृति
(c) बलिदान
(d) सत्य
 
RRB NTPC 18.01.2017 (Shift-III) Stage IInd
 
Ans: (c) यजुर्वेद में ‘यजुर’ का अर्थ बलिदान है, यजुर्वेद हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण श्रुति धर्मग्रन्थ है। इसमें यज्ञ एवं बलि की प्रक्रिया के बारे में बताया गया है। यह हिन्दू धर्म के चार प्रमुख ग्रन्थों में से एक है।
 

72. निम्न में से किस वेद में बीमारियों का उपचार दिया गया है ?

(a) यजुर
(b) ऋग्
(c) साम
(d) अथर्व
 
RRB NTPC 18.01.2017 (Shift-I) Stage IInd
Ans : (d) अथर्ववेद में बीमारियों के उपचार के बारे में बताया गया है। अथर्ववेद में मनुष्यों के सामान्य विचारों तथा अंधविश्वासों का विवरण मिलता है। इसमें विविध विषयों से सम्बंधित मंत्र तथा रोग निवारण, समन्वय, राजभक्ति, विवाह तथा प्रणय गीतों आदि के विवरण सुरक्षित है। यह अथर्वा ऋषि द्वारा रचित है।
 

73. निम्नलिखित में से किस उपनिषद् ‘वसुधैवकुटुम्बकम’ शब्द का उल्लेख किया गया है?

(a) महा उपनिषद्
(b) छांदोग्य उपनिषद्
(c) बृहदारण्यका उपनिषद्
(d) केनोपनिषद्
 
RRB Group-D 24-09-2018 (Shift-III)
Ans. (a) महा उपनिषद् में ‘वसुधैवकुटुम्बकम’ शब्द का उल्लेख किया गया है। इसका अर्थ ‘धरती (संसार) ही परिवार’ होता है।
 
 

74. उपनिषदों में से….. उपनिषद् मुख्य माने जाते हैं-

 
(a) 108,11
(b) 116,22
(c) 100, 12
(d) 99,10
 
RRB Group-D 11-10-2018 (Shift-II)
 
 
Ans. (a) उपनिषद् ही समस्त भारतीय दर्शन के मूल स्रोत हैं। इन्हें वेदान्त भी कहा जाता है। ‘सत्यमेव जयते’ भारत का राष्ट्रीय आदर्श वाक्य है जो मुण्डकोपनिषद् से लिया गया है। भारतीय इतिहास में मुक्तिका उपनिषद् में 108 उपनिषदों का उल्लेख मिलता है, लेकिन 11 उपनिषद् ही प्रामाणिक हैं जिनमें वृहदारण्यक उपनिषद सबसे बड़ा, मांडूक्योपनिषद् सबसे छोटा (12 श्लोक) तथा छांदोग्य उपनिषद् सबसे पुराना है।
 

75. ……..  सबसे पुराना उपनिषद् है।

(a) ईशा उपनिषद्
(b) मांडुक्य उपनिषद्
(c) केना उपनिषद्
(d) छांदोग्य उपनिषद्
 
RRB Group-D 12-10-2018 (Shift-I)
Ans : – D छांदोग्य उपनिषद् सबसे पुराना है।
 

76. प्रारंभिक भारतीय दार्शनिक के अनुसार, प्रत्येक वस्तु ………… मूल तत्वों से बनी है।

(a) 2
(b) 4
(c) 3
(d) 5
 
RRB ALP & Tec. (09-08-18 Shift-III)
 
Ans : (d) पञ्चभूत (पंचतत्व या पंचमहाभूत) भारतीय दर्शन में सभी पदार्थों के मूल माने गये हैं। आकाश, वायु, अग्नि, जल तथा पृथ्वी ये पांच महाभूत माने गये हैं जिनसे सृष्टि का प्रत्येक पदार्थ बना है। इनसे बने पदार्थ जड़ होते हैं, सजीव बनने के लिए इनको आत्मा चाहिए। आत्मा को वैदिक साहित्य में पुरूष कहा जाता है। सांख्य दर्शन में प्रकृति इन्हीं पंचभूतों से बना माना गया है।
 

77. ‘कठोपनिषद्’ में नचिकेता नामक एक किशोर और देवता के बीच हुई बातचीत दर्ज है। निम्नलिखित में से कौन सा देवता नचिकेता से बात कर रहा है?

(a) भगवान यम
(b) भगवान शिव
(c) भगवान इंद्र
(d) भगवान कार्तिकेय
 
RRB ALP & Tec. (09-08-18 Shift-II)
 
Ans : (a) ‘कठोपनिषद’ में नचिकेता एवं देवता यम के मध्य हुई बातचीत (संवाद) दर्ज है। यह कृष्ण यजुर्वेद शाखा का उपनिषद है। इस उपनिषद के रचयिता ‘कठ’ नामक आचार्य है।

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