RRB Group D (Ancient History / प्राचीन इतिहास)
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पाषाण काल (Stone age)
1. इनमें से कौन-सा पाषाण युग (Stone Age) के तीन प्रमुख कालों के अंतर्गत नहीं आता है?
(a) पुरापाषाण
(b) नवपाषाण
(c) ताम्रपाषाण
(d) मध्यपाषाण
RRB NTPC 12.03.2021 (Shift-I) Stage Ist
Ans. (c) पाषाण युग में मनुष्य पत्थर के औजारों का उपयोग करता था। पाषाण युग के तीन चरण पुरापाषाण, मध्यपाषाण तथा नवपाषाण है। ताम्रपाषाण युग नवपाषाण युग के बाद आरम्भ हुआ जिसमें मनुष्य तांबे के औजारों का उपयोग करने लगा। लगभग 5000 ई.पू. में मनुष्य ने सर्वप्रथम तांबा धातु का प्रयोग किया था।
2. भीमबेटका की गुफाओं की खोज कब हुई थी ?
(a) 1955-56
(b) 1957-58
(c) 1954-55
(d) 1953-54
RRB NTPC 14.03.2021 (Shift-II) Stage Ist
Ans. (b): भीमबेटका की गुफाएँ भारत के मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में स्थित है। ये गुफाएँ चारों तरफ से विंध्य पर्वतमालाओं से घिरी हुई हैं, यह एक पुरापाषाणिक गुफा आवास है जिसकी निरन्तरता मध्य ऐतिहासिक काल तक रही। इसकी खोज डॉक्टर विष्णु श्रीधर वाकणकर द्वारा 1957-1958 में की गई। वर्ष 2003 में यूनेस्कों ने इसे विश्व धरोहर स्थल घोषित किया।
3. भीमबेटका के शैलाश्रय निम्नलिखित में से किसके लिए प्रसिद्ध है ?
(a) मौर्य वंश के दौरान की गई चित्रकारी के चिन्हों की वजह से
(b) मुगलों की मूर्तिकला के चिन्हों की वजह से
(c) प्रारंभिक द्रविड़ काल के चिन्हों की वजह से
(d) भारतीय उपमहाद्वीप पर मानव जीवन के प्राचीनतम चिन्हों की वजह से
RRB NTPC 10.02.2021 (Shift-I) Stage Ist
Ans. (d): मध्य प्रदेश के विन्ध्य क्षेत्र में भोपाल के दक्षिण पूर्व में रायसेन जिले में अवस्थित भीमबेटका गुफाओं से मानव जीवन के प्राचीनतम चिन्हों के प्रमाण मिले हैं। यद्यपि यहाँ अधिकांश चित्रकारी मध्यपाषाण युग की है, किन्तु यहाँ उत्तर-पुरापाषाण, ताम्रपाषाण काल, प्रारम्भिक ऐतिहासिक और मध्यकालीन युग के भी चित्र मिले हैं।
4. भारत में पाषाण कालीन शिला चित्रकारी कहाँ पायी जाती है?
(a) नालंदा
(b) भीमबेटका
(c) एलीफेंटा
(d) बाघ गुफाएं
RRB NTPC 12.02.2021 (Shift-I) Stage Ist
Ans. (b): भीमबेटका भारत के मध्यप्रदेश प्रान्त के रायसेन जिलें में स्थित एक पुरापाषाणिक आवासीय पुरास्थल है, जहाँ पर पाषाण कालीन शिला चित्रकारी पायी जाती है।
5. निम्नलिखित में से कौन सा मानव गतिविधियों एवं सभ्यता के प्राक्-ऐतिहासिक काल का सही कालानुक्रम है?
(a) पुरापाषाण काल, मध्यपाषाण काल, नवपाषाण काल
(b) धातु युग काल, मध्यपाषाण काल, पुरापाषाण काल
(c) नवपाषाण काल, मध्यपाषाण काल, पुरापाषाण काल
(d) मध्यपाषाण काल, नवपाषाण काल, पुरापाषाण काल
RRB NTPC 11.02.2021 (Shift-I) Stage Ist
Ans. (a): प्रागैतिहासिक काल से तात्पर्य इतिहास के उस युग से हैं जब मानव ने लिपि अथवा लेखन का विकास नहीं किया था और उसका जीवन पत्थरों के इर्द-गिर्द सीमित था इसीलिए इसे पाषाण काल भी कहते है। इस पाषाण काल अथवा प्रागैतिहासिक काल को तीन भागों में बांटकर देखा जा सकता है। पुरापाषाण काल, मध्यपाषाण काल तथा नवपाषाण काल।
2. सिन्धु सभ्यता (Indus Civilization)
6. सिंधु घाटी सभ्यता के समय में शिल्प निर्माण के लिए सीप कहाँ से प्राप्त किए जाते थे ?
(a) जयपुर
(b) शोर्तुगई
(c) नागेश्वर
(d) रोपड़
RRB NTPC (Stage-2) 16/06/2022 (Shift-II)
Ans. (c): सिंधु घाटी सभ्यता के समय में शिल्प निर्माण के लिए सीप नागेश्वर (गुजरात) से प्राप्त किए जाते थे। इस सभ्यता के विभिन्न स्थलों से कला के जो रूप प्राप्त हुए हैं, उनमें मुहरें, मिट्टी के बर्तन, आभूषण, पकी हुई मिट्टी की मूर्तियाँ आदि शामिल हैं।
7. सिंधु घाटी सभ्यता का निम्न में से कौन सा स्थल पंजाब (भारत) में स्थित है ?
(a) कोटदिजी
(b) बनावली
(c) बालू
(d) रोपड़
RRB NTPC (Stage-2) 12/06/2022 (Shift-1)
Ans. (d) सिन्धु घाटी सभ्यता स्थल रोपड़ की खोज 1950 में बी.बी. लाल के द्वारा की गई। यह स्थल पंजाब के रोपड़ जिला में सतलज नदी के तट पर स्थित है। यहाँ से मनुष्य के साथ पालतू कुत्ते दफनाये जाने का साक्ष्य मिला है।
8. हड़प्पा की अधिकांश मानक मुहरें …..नामक एक प्रकार के मुलायम पत्थर से बनी होती थीं, जो 2×2 विमा के साथ वर्गाकार आकृति का होता था, तथा जिसका उपयोग व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए किया जाता था।
(a) रोडोनाइट
(b) गोल्डन रूटाइल
(c) स्टिएटाइट
(d) सेलेनाइट
Ans. (c): हड़प्पा की अधिकांश मुहरों को सेलखड़ी (स्टिएटाइट) से बनाया जाता था जो एक प्रकार का नरम पत्थर है। इसके अतिरिक्त कांचली मिट्टी, चर्ट, गोमेट मिट्टी आदि की बनी मुहरे भी हैं। मानक मुहर 2×2 आयाम के साथ चौकोर होती थी। इन मुहरों पर गणितीय चित्र होते थे जिनका उपयोग शैक्षिक उद्देश्यों के लिए किया जाता था। सभी मुहरों में जानवरों की तस्वीरें एक चित्रमय लिपि में लिखी गई है। (जो कि अभी तक स्पष्ट नहीं है)। जिन पर मुख्यतः दर्शाए गये जानवर बाघ, हाथी, वृषभ, गैंडा, भैसा, हिरन, खरगोश और बकरा थे।
9. धौलावीरा…………. राज्य में स्थित है।
(a) गुजरात
(b) झारखंड
(c) राजस्थान
(d) छत्तीसगढ़
RRB NTPC 15.03.2021 (Shift-I) Stage Ist
Ans. (a) : धौलावीरा गुजरात के कच्छ जिले के भचाऊ तालुका में स्थित पुरातात्विक स्थल है। इस स्थल की खोज 1968 में जगपति जोशी द्वारा की गई थी। यहां पाये गये कलाकृतियों में टेराकोटा, मिट्टी के बर्तन, मोती, सोने एवं तांबे के गहने, जानवरों की मूर्तिया, उपकरण, कलश इत्यादि। जुलाई 2021 में यूनेस्को ने धौलावीरा को भारत के 40वें विश्व धरोहर स्थल के रूप में घोषित किया। इस प्रतिष्ठित सूची में शामिल होने वाला सिंधु सभ्यता का भारत का यह पहला स्थल है।
10. धौलावीरा, एक पुरातात्विक स्थान, किस समयावधि से जुड़ी हुई है?
(a) गुप्त अवधि
(b) गध अवधिम
(c) सिंधु घाटी सभ्यता
(d) चालुक्य अवधि
RRB NTPC 12.04.2016 (Shift-II) Stage 1″
Ans: (c) उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
11. मोहनजोदड़ो में पाया गया विशाल स्नानागार (The Great Bath) एक विशाल था।
(a) वृत्ताकार टैंक
(b) बेलनाकार टैंक
(c) त्रिभुजाकार टैंक
(d) आयताकार टैंक
Ans. (d): मोहनजोदड़ो में पाया गया विशाल स्नानागार एक विशाल आयताकार टैंक था। मोहनजोदड़ो सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल था। इसकी खोज राखालदास बनर्जी ने 1922 में की थी। यहाँ से एक शील में तीन मुख वाले देवता (पशुपति नाथ) की मूर्ति मिली है।
12. वर्ष 1920-21 के आस-पास किस नदी के किनारे खुदाई के दौरान हड़प्पा शहर मिला?
(a) झेलम
(b) व्यास
(c) चेनाब
(d) रावी
RRB NTPC 12.03.2021 (Shift-1) Stage Ist
Ans. (d): हड़प्पा शहर सिंधु सभ्यता का एक शहर है जो पाकिस्तान के मोंटगोमरी जिले में रावी नदी के तट पर वर्ष 1920-21 में खुदाई के दौरान मिला था। इसके उत्खननकर्ता दयाराम साहनी एवं माधोस्वरूप वत्स थे।
13. सिंधु घाटी सभ्यता के किस शहर का शाब्दिक अर्थ ‘मृतकों का टीला’ है?
(a) मेसोपोटामिया
(b) मोहनजोदड़ो
(c) बालाकोट
(d) हड़प्पा
RRB NTPC 09.03.2021 (Shift-II) Stage Ist
Ans. (b): मोहनजोदड़ो का सिन्धी भाषा में अर्थ है “मृतकों का टीला”। यह दुनिया का सबसे पुराना नियोजित और उत्कृष्ट शहर माना जाता है। यह सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे परिपक्व शहर है। जो सिन्धु नदी के दायें किनारे लरकाना जिले में स्थित है। इसकी खोज राखलदास बनर्जी ने 1922 में की थी।
RRB NTPC (Stage-2) 16/06/2022 (Shift-III)
14. ‘मोहनजोदड़ो’ शब्द का अर्थ क्या है?
(a) रहने का स्थान
(b) बाजार स्थल
(c) मृतकों का टीला
(d) पसंदीदा शहर
Ans. (C): मोहनजोदड़ो का सिंधी भाषा में अर्थ ‘मृतकों का टीला’ होता है। यह सिंध (पाकिस्तान) के लरकाना जिले में सिंधु नदी के पर स्थित है। इसकी खोज 1922 ई. में राखालदास बनर्जी ने यहाँ की शासन व्यवस्था राजतंत्रात्मक न होकर जनतंत्रात्मक थी।
RRB NTPC 05.04.2021 (Shift-II) Stage Ist
15. मोहनजोदड़ो कहां स्थित है?
(a) खैबर पख्तूनख्वा
(b) पंजाब
(c) बलूचिस्तान
(d) सिंध
Ans – (D)
RRB NTPC 02.03.2021 (Shift-I) Stage Ist
16. हड़प्पा सभ्यता का कौन सा शहर विशिष्ट रूप से मनके बनाना, सीप काटना, धातु की वस्तुएं बनाना, मुहर बनाना और तराजू का निर्माण करना आदि कार्यों सहित शिल्प उत्पादन के लिए समर्पित था ?
(a) मोहनजोदड़ों
(b) नागेश्वर
(c) हड़प्पा
(d) चन्बुदड़ों
RRB NTPC 19.01.2021 (Shift-II) Stage Ist
Ans. (d): मोहनजोदड़ो से 80 मील दक्षिण में स्थित चन्हूदड़ो की खोज सर्वप्रथम 1931 में एम. जी. मजूमदार ने की थीं। यहाँ सैंधव संस्कृति के अतिरिक्त प्राक हड़प्पा संस्कृति जिसे झुकर एवं झाकर संस्कृति कहते हैं, के अवशेष मिले हैं। यहाँ के निवासी कुशल कारीगर थे, इसका प्रमाण इस बात से मिलता है कि यह मनके, सीप, मुहर तथा मुद्रा बनाने का प्रमुख केन्द्र था। यह एक मात्र स्थल है, जहाँ से वक्राकार ईंटे मिली है।
RRB NTPC 19.03.2021 (Shift-1) Stage Ist 17.
17. सिंधु घाटी सभ्यता के निम्न में से किस स्थल को सबसे पहले खोजा गया था?
(a) मोहनजोदड़ो
(b) हड़प्पा
(c) लोथल
(d) कालीबंगा
RRB NTPC 18.01.2021 (Shift-II) Stage Ist
Ans. (b): सिंधु घाटी सभ्यता के स्थल हड़प्पा का उत्खनन 1921 में दयाराम साहनी द्वारा कराया गया था। इस प्रकार इस सभ्यता का नाम हड़प्पा सभ्यता रखा गया तथा यह सभ्यता सिंधु नदी घाटी में फैली हुई थी इसलिए इसका नाम सिंधु घाटी सभ्यता रखा गया। 1922 में राखालदास बनर्जी ने मोहनजोदड़ो की खोज की थी।
18. पत्थर की बनी नृत्य करते हुए पुरुष की मूर्ति, ‘नटराज’ किस स्थान पर पाई गई थी ?
(a) लोथल
(b) रंगपुर
(c) हड़प्पा
(d) मोहनजोदड़ों
RRB NTPC 13.01.2021 (Shift-II) Stage Ist
Ans. (c): हड़प्पा से प्राप्त पुरुष नर्तक धड़ ‘चूना पत्थर’ से बना हुआ है। वह दाहिने पैर के बल पर खड़ा है और बायां पैर नृत्य की मुद्रा में ऊँचा उठा है। इस मूर्ति को ‘नटराज’ के आदि रूप का द्योतक माना गया है। इसकी ऊँचाई 7-8 इंच है।
19. इनमें से कौन सा हड़प्पा स्थल गुजरात में पाया गया है ?
(a) बालाथल
(b) खांडिया
(c) धौलावीरा
(d) मांडा
RRB NTPC 05.02.2021 (Shift-I) Stage Ist
Ans. (c): हड़प्पा युगीन नगर धौलावीरा को संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) ने वैश्विक धरोहर की सूची में शामिल कर लिया हैं। यह गुजरात के रण ऑफ कच्छ में खादिर बेट द्वीप पर स्थित है। यह वैश्विक धरोहर की सूची में जगह बनाने वाला गुजरात का चौथा जबकि भारत का 40 वां स्थल है। इसकी खोज 1968 ई. में पुरातत्ववेता जगतपति जोशी ने की थी।
20. निम्नलिखित में से कौन सा स्थल सिंधु घाटी सभ्यता का हिस्सा नहीं है ?
(a) मोहनजोदड़ो
(b) हड़प्पा
(c) लोथल
(d) उरूक
RRB NTPC 16.01.2021 (Shift-II) Stage Ist
Ans. (d): सिन्धु घाटी सभ्यता के प्रमुख स्थल-मोहनजोदड़ो, कालीबंगा, हड़प्पा, धौलावीरा, लोथल तथा राखीगढ़ी थे, जबकि उरूक एक सुमेरियन सभ्यता का शहर था। सिन्धु सभ्यता या हड़प्पा के प्रारम्भिक स्थल सिन्धु नदी के आस-पास केन्द्रित था। अतः इसे सिन्धु सभ्यता कहा गया। भारतीय उपमहाद्वीप में यह ‘प्रथम नगरीय क्रान्ति’ की अवस्था को दर्शाती है।
21. सिंधु सभ्यता के इनमें से किन स्थलों में जलाशयों के साक्ष्य मिले हैं?
(a) कालीबंगा
(b) धौलावीरा
(c) कोट दीजी
(d) लोथल
RRB NTPC 01.04.2021 (Shift-II) Stage Ist
Ans. (b): धौलावीरा गुजरात के कच्छ के रण में स्थित है, इसकी खोज जे.पी. जोशी (1967-68) ने की। यह नगर आयताकार बना था। यहाँ से एक विशाल जलाशय का साक्ष्य मिलता है। सुरकोटदा से कलश शवाधान के साक्ष्य मिले हैं। रोपड़ से सेलखड़ी की मुहर, मृदभांड एवं कुल्हाड़ी आदि के साक्ष्य पाये गये हैं। यहाँ के निवासी जलसंचय की कुशल अभियान्त्रिक कला से परिचित थे।
22. पुरातात्विक स्थल ‘सुरकोटडा (Surkotada)’ किस राज्य में स्थित है?
(a) राजस्थान
(b) पंजाब
(c) बिहार
(d) गुजरात
RRB NTPC 03.03.2021 (Shift-1) Stage Ist
Ans. (d): ‘सुरकोटदा’ या ‘सुरकोटडा’ गुजरात के कच्छ जिले में स्थित है। इस स्थल से ‘हड़प्पा सभ्यता’ के विस्तार के प्रमाण मिले हैं। 1996 में इस स्थल की खोज जगपति जोशी ने की थी।
सिंधुघाटी सभ्यता के स्थल | राज्य |
धौलावीरा, लोथल, रंगपुर, सुरकोटदा | गुजरात |
आलमगीरपुर | उत्तर प्रदेश |
कालीबंगा | राजस्थान |
माण्डा |
जम्मू-कश्मीर
|
दैमाबाद | महाराष्ट्र |
रोपड़ | पंजाब |
23. 1944 में, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के महानिदेशक के रूप में किसने पदभार संभाला और हड़प्पा की खुदाई का जिम्मा लिया ?
(a) दया राम साहनी
(b) जॉन मार्शल
(c) रखाल दास बनर्जी
(d) रेम (REM) व्हीलर
RRB NTPC 17.01.2021 (Shift-1) Stage Ist
Ans. (d): सर रॉबर्ट एरिक मॉर्टिमर व्हीलर ने 1944 में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के महानिदेशक का पदभार संभाला और हड़प्पा की खुदाई का जिम्मा लिया। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण का प्रमुख कार्य राष्ट्रीय महत्व के प्राचीन स्मारकों तथा पुरातत्वीय स्थलों और अवशेषों का रख-रखाव करना है। यह संस्कृति मंत्रालय के अधीन है। वर्तमान में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की महानिदेशक वी. विद्यावती है।
24. प्रसिद्ध सिंधु घाटी स्थल मोहनजोदड़ो की पहली बार खुदाई किस प्रख्यात भारतीय पुरातत्वविद् द्वारा की गई थी?
(a) एस. आर. राव
(b) बी.बी.लाल
(c) आर.डी. बैनर्जी
(d) दया राम साहनी
RRB NTPC 17.01.2021 (Shift-I) Stage Ist
Ans. (c) मोहनजोदड़ो का शाब्दिक अर्थ ‘मृतकों का टीला’ है। यह पाकिस्तान के सिंध प्रांत के लरकाना जिले में सिंधु नदी के तट पर स्थित है। इसकी खोज राखालदास बनर्जी ने 1922 में की थी। मोहनजोदड़ो का सबसे महत्वपूर्ण स्थल विशाल स्नानागार है, यह 11.88 मी. लम्बा, 7.01 मी. चौड़ा तथा 2.43 मी. गहरा है, मोहनजोदड़ो की सबसे बड़ी इमारत विशाल अन्नागार है, जो 45.71 मी. लम्बा और 15.23 मी. चौड़ा है। यहाँ से प्राप्त अन्य अवशेषों में कांसे की नृत्य करती नारी की मूर्ति, योगी की मूर्ति, मुद्रा पर अंकित पशुपति नाथ (शिव) की मूर्ति, घोड़े घोड़े के दांत इत्यादि हैं।
25. सिंधु घाटी सभ्यता वर्ष पुरानी है और दक्षिण में गंगा घाटी के निचले क्षेत्रों व उत्तर में मालवा तक फैली हुई थी।
(a) 1000 ईसा पूर्व
(b) 5000 ईसा पूर्व
(c) 3000 ईसा पूर्व
(d) 8000 ईसा पूर्व
RRB Group-D 27-11-2018 (Shift-III)
Ans. (c) सिंधु घाटी सभ्यता को हड़प्पा सभ्यता भी कहा जाता है। इस सभ्यता का नामकरण हड़प्पा नामक स्थल जहाँ यह संस्कृति पहली बार खोजी गई थी, के नाम पर किया गया है। यह स्थल रावी नदी के तट पर स्थित है। इसकी खोज 1921 ई. में दयाराम साहनी एवं माधोस्वरूप वत्स द्वारा की गयी थी। इस हड़प्पा स्थल की वर्तमान भौगोलिक स्थिति पाकिस्तान का माण्टगोमरी जिला है। इसका काल निर्धारण निम्न है-
• एन.सी.ई.आर.टी. 2600-1900 ईसा पूर्व के बीच।
• परिपक्व हड़प्पा संस्कृति का अस्तित्व मोटे तौर पर 2550 ईसा पूर्व एवं 1900 ईसा पूर्व के बीच रहा।
• रेडियोकार्बन C’ जैसी नवीन विश्लेषण पद्धति के द्वारा सिन्धु सभ्यता की सर्वमान्य तिथि 2500 ईसा पूर्व से 1750 ईसा पूर्व मानी गयी है।
• कुछ इतिहासकार सिन्धु घाटी सभ्यता की तिथि 3250 ईसा पूर्व से 2750 ईसा पूर्व मानते हैं।
• उपर्युक्त व्याख्या को ध्यान में रखते हुए, निकटतम विकल्प (c) को सही माना जा सकता है।
26. ……….. का विकास 5000 बी. सी. ई. से मालवा के दक्षिण की ओर एवं उत्तर की ओर गंगा घाटी के पूरे तलहटी क्षेत्र में हुआ।
(a) सिन्धु घाटी सभ्यता
(b) आर्य साम्म्राज्य
(c) मौर्य साम्राज्य
(d) मगध साम्म्राज्य
RRB Group-D 24-09-2018 (Shift-II)
Ans: (a) सिन्धु घाटी सभ्यता का विकास 5000 ईसा पूर्व में मालवा के दक्षिण की ओर एवं उत्तर की ओर गंगा घाटी के तलहटी क्षेत्र में हुआ था।
27. हड़प्पा सभ्यता 2500 बी.सी. के आस-पास विकास किया था आज उन्हें हम क्या कहते हैं?
(a) पाकिस्तान और अफगानिस्तान
(b) पश्चिमी भारत और पाकिस्तान
(c) अफगानिस्तान और पश्चिमी भारत
(d) भारत और चीन
RRB NTPC 17.01.2017 (Shift-III) Stage I”
Ans : (b) हड़प्पा सभ्यता 2500 बी.सी. के आस-पास विकसित हुई थी। इस सभ्यता का विस्तार पश्चिमी भारत और पाकिस्तान में है। हड़प्पा रावी नदी के तट पर, पाकिस्तान के माण्टगोमरी जिले में स्थित है। इसकी खोज सन् 1921 में दयाराम साहनी एवं माधोस्वरूप वत्स ने की थी।
28. भारत का इतिहास सिंधु घाटी सभ्यता के जन्म से शुरू होता है, जो लगभग अस्तित्व में आयी थी।
(a) 2500 ईसा पूर्व
(b) 4500 ईसा पूर्व
(c) 1500 ईसा पूर्व
(d) 6500 ईसा पूर्व
RRB Group-D 03-12-2018 (Shift-II)
Ans: (a) उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
29. सिंधु घाटी सभ्यता की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता क्या थी?
(a) वस्तु विनिमय प्रणाली
(b) स्थानीय परिवहन प्रणाली
(c) ईंट के बने भवन
(d) प्रशासनिक प्रणाली
RRB NTPC 05.04.2016 (Shift-III) Stage I”
Ans: (c) सिन्धु घाटी सभ्यता की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता ईंट के बने भवन थे। यह विश्व की प्राचीन नदी घाटी सभ्यताओं में प्रमुख है। ईंटों का प्रयोग सभी हड़प्पा बस्तियों में किया गया था। इस समय की ईंटें एक निश्चित अनुपात 4:2:1 में थी।
30. सिन्धु घाटी सभ्यता है ?
(a) ताम्र युगीन सभ्यता
(b) लौह-युगीन सभ्यता
(c) अक्ष-युगीन सभ्यता
(d) कांस्य-युगीन सभ्यता
RRB NTPC 17.01.2017 (Shift-III) Stage 1″
Ans : (d) सिन्धु घाटी सभ्यता को कांस्य युगीन सभ्यता भी कहा जाता है। इस सभ्यता में पहली बार कांसा धातु का प्रयोग किया गया था जो तांबे और टिन का मिश्रण था। सिन्धु सभ्यता के 1400 केन्द्रों को खोजा जा चुका है, जिसमें 925 केन्द्र भारत में है। यह सभ्यता सिंधु और उसकी सहायक नदियों के आस-पास विस्तृत थी।
31. सिंधु सभ्यता के लोग बनाने के लिए तांबे और टिन को मिश्रित करते थे।
(a) सीसा
(b) कांस्य
(c) लोहा
(d) सोना
Ans : (b)
RRB Group-D 10-12-2018 (Shift-III)
32. निम्नलिखित में से कौन सा सिंधु घाटी सभ्यता का महत्वपूर्ण स्थल नहीं है ?
(a) कालीबंगा
(b) हड़प्पा
(c) मोहनजोदड़ो
(d) आजमगढ़
RRB Group-D 24-10-2018 (Shift-III)
Ans. (d) सिन्धु सभ्यता या सैंधव सभ्यता नगरीय सभ्यता थी। सैंधव सभ्यता के प्रमुख स्थल निम्न है- मोहनजोदड़ो, हड़प्पा, चन्हूदड़ो, लोथल, बनावली, धौलावीरा, राखीगढ़ी एवं कालीबंगन। अर्थात् सिन्धु सभ्यता में आजमगढ़ (यू.पी.) का कोई स्थान नहीं है।
33. ‘मोहनजोदड़ो’ नाम का अर्थ…….. में ‘मुर्दों का टीला’ है-
(a) फारसी
(b) उर्दू
(c) हिंदी
(d) सिंधी
RRB Group-D 28-11-2018 (Shift-1)
Ans : (d) सिंधी भाषा में मोहनजोदड़ो का अर्थ “मृतकों का टीला” है। यह दुनिया का सबसे पुराना नियोजित और उत्कृष्ट शहर माना जाता है। यह सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे परिपक्व शहर है।
34. हड़प्पा के लोग निम्नलिखित भगवान में से किसकी पूजा नहीं करते थे ?
(a) शिव
(b) विष्णु
(c) कबूतर
(d) स्वास्तिक
RRB NTPC 11.04.2016 (Shift-I) Stage I™
Ans: (b) मोहनजोदड़ो की एक मुहर पर स्वास्तिक चिह्न तथा एक त्रिमुखी पुरुष को सिंहासन पर योग मुद्रा में बैठे दिखाया गया है जिसे शिव का आदि रूप माना जाता है। इसके दायें तरफ हाथी एवं बाघ तथा बायें तरफ गैंडा एवं भैंसे का अंकन है। हड़प्पा सभ्यता के लोग धरती को उर्वरता की देवी मानकर इसकी पूजा करते थे। पशु, पक्षी, जल, वृक्ष, सर्प, अग्नि आदि की पूजा भी हड़प्पा सभ्यता में होती थी। हड़प्पा सभ्यता के लोग भगवान विष्णु की पूजा नहीं करते थे।
35. सिंधु घाटी सभ्यता के लोग की पूजा करते थे-
(a) हनुमान
(b) काली
(c) अयप्पा
(d) पशुपति
Ans: (d)
RRB ALP & Tec. (13-08-18 Shift-1)
- सिन्धु घाटी सभ्यता एक नगरीय सभ्यता थी।
- सिंधु घाटी सभ्यता के लोग तीन मुख वाले देवता पशुपति की पूजा करते थे। यह मूर्ति मोहनजोदड़ों से मिली है।
- सिंधु घाटी सभ्यता में विशाल स्नानागार मोहनजोदड़ो से प्राप्त हुआ है।
- सिंधु घाटी सभ्यता की भावचित्रात्मक लिपि दाई ओर से बाई ओर लिखी जाती थीं।
36. किस वर्ष में जर्मनी और इटली के पुरातत्वविदों के एक दल ने मोहनजोदड़ो में सतह अन्वेषण शुरू किया था?
(a) 1955
(b) 1970
(c) 1980
(d) 1990
RRB NTPC 15.02.2021 (Shift-I) Stage Ist
Ans. (c): वर्ष 1980 ई. में जर्मन और इटली (इतालवी) के पुरातत्वविदों की संयुक्त टीम ने मोहनजोदड़ो में सतह अन्वेषण को प्रारम्भ किया था। 1986 में अमेरीकी दल द्वारा हड़प्पा में उत्खनन प्रारम्भ किए गए और 1990 ई. में आर एस. विष्ट ने धौलावीरा में उत्खननों को प्रारम्भ किया।
37. हड़प्पा सभ्यता की मुहरों पर निम्नलिखित में से कौन सा पशु अक्सर देखा जाता था?
(a) बैल
(b) शेर
(c) लोमड़ी
(d) हिरन
RRB NTPC 18.01.2021 (Shift-I) Stage Ist
Ans. (a): हड़प्पा सभ्यता में पायी गयी मुहरें आयताकार, गोलाकार, वर्गाकार एवं बेलनाकार थीं। इन मुहरों पर हाथी, गैंडा, बाघ, बकरी व बैल जैसे पशुओं की आकृति विद्यमान थी। उल्लेखनीय है कि हड़प्पा सभ्यता की मुहरें मध्य एशिया के ‘उम्मा’ और ‘उर’ शहरों में तथा इनके साक्ष्य मोहनजोदड़ो, लोथल तथा कालीबंगा से भी मिले है। जिससे इनके व्यापारिक क्रियाकलापों का बोध होता है।
38. निम्नलिखित में से कौन-सा हड़प्पा स्थल शिल्प-कलाओं के उत्पादन से संबंधित नहीं है ?
(a) बालाकोट
(b) माँडा
(c) चंहुदड़ो
(d) नागेश्वर
RRB NTPC 17.01.2021 (Shift-I) Stage Ist
Ans. (b): जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी के दायें तट पर स्थित सिंधु सभ्यता का माँडा स्थल शिल्प कलाओं के उत्पादन से संबंधित नहीं है। जबकि बालाकोट से बहुतायत में सीप की बनी चूड़ियों के टुकड़े प्राप्त हुए हैं तथा चन्हुदड़ो से वक्राकार ईंटे प्राप्त हुई हैं। नागेश्वर से शंख से बनी वस्तुएँ चूड़ियाँ, करछियाँ तथा पच्चीकारी की वस्तुएँ प्राप्त हुई है।
वैदिक सभ्यता (Vedic Civilization)
39. ऋग्वेद में 1028 सूक्त हैं, जिन्हें दस पुस्तकों में वर्गीकृत किया गया है, जिन्हें………….. के नाम से जान जाता है।
(a) मंडल
(b) अनुदत्त
(c) सूक्त
(d) पदपथ
RRB NTPC (Stage-2) 13/06/2022 (Shift-1)
Ans. (a) : ऋग्वेद में 1028 सूक्त हैं, जिन्हें दस पुस्तकों में वर्णित किया गया है, जिन्हें मण्डल के नाम से जाना जाता है।
40. वृहदारण्यक, मुंडक और तैत्तिरीय निम्नलिखित में से किस श्रेणी के धार्मिक ग्रंथों के उदाहरण हैं।
(a) पुराण
(b) महाकाव्य
(c) उपनिषद
(d) जातक कथा
RRB Group-D-06/10/2022 (Shift-II)
Ans. (c) : बृहदारण्यक, मुंडक और तैत्तिरीय उपनिषद श्रेणी के धार्मिक ग्रंथो के उदाहरण हैं। भारत का राष्ट्रीय आदर्श वाक्य ‘सत्यमेव जयते’ मुण्डकोपनिषद से लिया गया है। पुराणों की संख्या 18 है जिसमें मत्स्य पुराण सबसे प्राचीन है।
41. हिन्दू धर्म में, देव को “पौधों के स्वामी”, रोगों के उपचारक और धन के दाता माना जाता है।
(a) उषा
(b) यम
(c) वारुणी
(d) सोम
Ans. (d): हिन्दू धर्म में सोम देव को पौधों का स्वामी, रोगों का उपचारक और धन का दाता माना जाता है। वरुण को समुद्र का देवता, विश्व के नियामक सत्य के प्रतीक, ऋतु परिवर्तन के देवता के रूप में जाना जाता है। हिन्दू धर्म में उषा को भोर की देवी माना गया है। यम/यमराज को मृत्यु का देवता माना गया है।
42. निम्न में से कौन सी हिंदू धर्म की प्रमुख दार्शनिक विचारधारा है?
(a) सन्यास
(b) मोक्ष
(c) अर्थ
(d) वैशेषिक
RRB Group-D: 30/08/2022 (Shift II)
Ans. (d): हिन्दू धर्म की प्रमुख दार्शनिक विचारधारा वैशेषिक दर्शन है। वैशेषिक दर्शन का प्रवर्तक कणाद मुनि को माना जाता है। इस दर्शन के सिद्धान्त न्याय दर्शन के सिद्धान्तों के समान ही है। वैशेषिक दर्शन का मुख्य उद्देश्य वाह्य जगत की व्यापक समीक्षा करना है। वैशेषिक दर्शन में न्याय दर्शन के 16 तत्वों की अपेक्षा केवल सात तत्वों को स्वीकार किया गया है।
43. निम्न में से किस वेद को कर्मकांड ग्रंथ (Book of rituals) के रूप में जाना जाता है ?
(a) यजुर्वेद
(b) सामवेद
(c) ऋग्वेद
(d) अथर्ववेद
RRB Group-D-02/09/2022 (Shift-1)
Ans. (a): यजुर्वेद को कर्मकांड ग्रंथ के रूप में जाना जाता है, जो कि बलिदान धर्म की स्थापना करता है। इसे यज्ञवेद भी कहते है। इसके पाठकर्ता को अध्वर्यु कहा जाता है। इसमें यज्ञों के नियम, विधि विधानों का संकलन तथा बलिदान विधि का वर्णन मिलता है। यह एक ऐसा वेद है, जो गद्य एवं पद्य दोनों में है। जबकि ऋचाओं के क्रमबद्ध ज्ञान के संग्रह को ऋग्वेद कहा जाता है। इसमें 10 मंडल, 1028 सूक्त एवं लगभग 10,600 ऋचाएं हैं। इसके ऋचाओं को पढ़ने वाले ऋषि को होतृ कहते हैं। सामवेद में यज्ञों के अवसर पर गाये जाने वाले ऋचाओं (मंत्रों) का संकलन है। इसके पाठकर्ता को उद्गाता कहते हैं। तथा अथर्ववेद, अथर्वा ऋषि द्वारा रचित है, जिसमें कुल 731 सूक्त और 6000 मंत्र है।
44 . यजुर्वेद ………… से संबंधित है।
(a) गायत्री मंत्र
(b) यज्ञ के अनुष्ठानों
(c) जादू और टोना
(d) राग
RRB Group-D-17/09/2022 (Shift-III)
Ans. (b): यजुर्वेद का सम्बन्ध यज्ञ के अनुष्ठानों तथा मंत्रों के संग्रह से है। चार वेदों-ऋग्वेद, सामवेद, यजुर्वेद तथा अथर्ववेद में यजुर्वेद तीसरा वेद है। यजुर्वेद की दो शाखाएँ हैं-कृष्ण यजुर्वेद तथा शुक्ल यजुर्वेद।
45. यजुर्वेद की कितनी शाखएं हैं ?
(a) 3
(b) 2
(c) 5
(d) 4
RRB Group-D 13/09/2022 (Shift-III)
Ans. (b): यजुर्वेद की दो शाखाएं है यजुर्वेद। यजुर्वेद की 85 शाखाओं की उनमें से केवल ये चार ही उपलब्ध है। शुक्ल यजुर्वेद और कृष्ण चर्चा मिलती है, किन्तु आज कठ और कपिष्ठल शुक्ल यजुर्वेद की दो शाखाएँ है तथा कृष्ण यजुर्वेद की शाखाएं है कण्व, माध्यन्दिनी।
46. वैदिक ग्रंथों के अनुसार, ‘संग्रहित्री’ का क्या कार्य था ?
(a) कोषाध्यक्ष/खजांची
(b) सारथी
(c) कर संग्राहक
(d) चारण
Ans.(a) : वैदिक ग्रन्थों के अनुसार, ‘संग्रहित्री’ का अर्थ है कोषाध्यक्ष खजांची। प्रमुख वैदिक ग्रन्थों में चार वेद (ऋग्वेद, सामवेद, यजुर्वेद, अथर्ववेद), आठ ब्राह्मण ग्रन्थ, 7 आरण्यक और 12 प्रारम्भिक उपनिषद आते हैं।
47. हिंदू धर्म ‘पुरुषार्थ जीवन के लक्ष्य, के माध्यम से जीवन में पूर्ण भागीदारी को प्रोत्साहित करता है। निम्न में से कौन एक पुरूषार्थ नही हैं ?
(a) काम
(b) सत्व
(c) मोक्ष
(d) अर्थ
RRB Group-D-30/09/2022 (Shift-III)
Ans. (b): प्राचीन काल में मनुष्य के उद्देश्यपूर्ण जीवन को व्यतीत करने हेतु आश्रम व्यवस्था का निर्धारण किया गया था। निर्धारित आश्रम व्यवस्था की सफलता ‘पुरुषार्थ’ पर ही निर्भर थी। ये पुरुषार्थ हैं धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष। इन्हें चर्तुवर्ग भी कहा गया हैं। पुरुषार्थ के अन्तर्गत मनुष्य भौतिक सुखों का उपभोग करते हुए धर्म का भी समान रूप से अनुसरण करके मोक्ष का अधिकारी होता हैं। अतः दिए गए विकल्प में ‘सत्व’ पुरुषार्थ नहीं है।
48. निम्नलिखित में से कौन सा ग्रंथ वैदिक साहित्य का हिस्सा नहीं है ?
(a) ब्राह्मण
(b) आरण्यक
(c) पिटक
(d) उपनिषद
RRB Group-D-24/08/2022 (Shift-I)
Ans.(c): वेद हिन्दू धर्म के आधारभूत ग्रन्थ हैं, जिनकी संख्या चार है 1. ऋग्वेद, 2. यजुर्वेद, 3. अथर्ववेद, 4. सामवेद। इन सभी वेदों के ब्राह्मण, आरण्यक तथा उपनिषद है। चारों वैदिक संहिताएँ तथा इनके ब्राह्मण, आरण्यक तथा उपनिषद् मिलाकर वैदिक साहित्य कहलाते हैं, जबकि पिटक बौद्ध धर्म की प्रमुख पुस्तक हैं। बौध धर्म में पिटकों का वेदों (हिन्दू धर्म में) के समान ही महत्व है। पिटक तीन है-
1. विनय पिटकः बौद्ध धर्म व संघ के नियमों का संकलनः
2. सुत्त पिटकः बौद्ध धर्म के सिद्धांतो का संकलन,
3. अभिधम्म पिटकः इसमें दार्शनिक क्रिया कलापों की व्याख्या की गई है।
49. हिन्दू धर्म में, इनमें से किस देवता को सृजनकर्त्ता माना जाता है ?
(a) ब्रह्मा
(b) गणेश
(c) महेश
(d) विष्णु
RRB Group-D-29/08/2022 (Shift-III)
Ans. (a) : हिन्दू धर्म में सृजनकर्ता का देवता ब्रह्मा को माना जाता है। भगवान विष्णु को इस सृष्टि के संचालन कर्ता के रूप में तथा भगवान शिव को सृष्टि के विनाशक के रूप में जाना जाता है।
50. ऐतरेय उपनिषद, के ऐतरेय आरण्यक की दूसरी पुस्तक के चौथे, पांचवें और छठे अध्याय से संबंधित है, और इसे सबसे पुराना उपनिषद माना जाता है।
(a) ऋग्वेद
(b) सामवेद
(c) यजुर्वेद
(d) अथर्ववेद
RRB Group-D-23/08/2022 (Shift-II)
Ans. (a) : ऐतरेय उपनिषद ऋग्वेद के ऐतरेय आरण्यक की दूसरी पुस्तक के चौथे, पांचवें और छठे अध्याय से संबंधित है और इसे सबसे पुराना उपनिषद माना जाता है। ऋग्वेद 10 मण्डल 1028 सूक्त एवं लगभग 10600 ऋचाएँ हैं। इस वेद के ऋचाओं के पढ़ने वाले ऋषि को होतृ कहते हैं। इस वेद से आयर्यों के राजनीतिक प्रणाली एवं इतिहास के बारे में जानकारी मिलती है।
51. ऋग्वेद चार वेदों में से पवित्रतम वेद है, जिसमें 10,600 ऋचाओं के सुक्तों के 10 अध्याय (जिन्हें मंडल कहा जाता है) शामिल हैं।
(a) 1,028
(b) 1,128
(c) 1,210
(d) 1,230
RRB Group-D-26/08/2022 (Shift-II)
Ans. (a) चारो वेदों में ऋग्वेद सबसे प्राचीन है तथा अथर्ववेद सबसे नवीन है। ऋग्वेद को दस भागों में बांटा गया है जिन्हे मंडल के नाम से जाना जाता है, इसमें 10,600 ऋचाओं और 1028 सूक्तों का संग्रह है। ऋग्वेद में उद्धृत प्रमुख देवता इन्द्र हैं। प्रसिद्ध गायत्री मंत्र का उल्लेख ऋग्वेद के तीसरे मण्डल में है, तथा 9वें मंडल में देवता सोम का उल्लेख है।
52. किस वेद में ऋचाओं (verses) की संख्या सर्वाधिक है ?
(a) सामवेद
(b) अथर्ववेद
(c) ऋग्वेद
(d) यजुर्वेद
RRB Group-D-02/09/2022 (Shift-II)
Ans. (c): उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
53. निम्नलिखित में से कौन सा चारों वेदों में से सबसे पुराना और सबसे बड़ा वेद है?
(a) ऋग्वेद
(b) यजुर्वेद
(c) अथर्ववेद
(d) सामवेद
RRB Group-D-16/09/2022 (Shift-II)
Ans. (a): उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
54. ऋग्वेद —का संग्रह है।
(a) 1028 सूक्तों
(b) 2028 सूक्तों
(c) 4028 सूक्तों
(d) 3028 सूक्तों
RRB Group-D-13/09/2022 (Shift-II)
Ans. (a): उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
55. प्रारंभिक हिंदू दर्शन में जीवन के कितने चरण निर्धारित किए गए हैं?
(a) दो
(b) तीन
(c) चार
(d) पाँच
RRB Group-D-30/08/2022 (Shift-III)
Ans. (c): प्रारंभिक हिंदू दर्शन में जीवन के चार चरण निर्धारित किए गए है –
(1) ब्रह्मचर्य (0-25 वर्ष)
(2) गृहस्थ (25-50 वर्ष)
(3) वानप्रस्थ (50-75 वर्ष)
(4) संन्यास (75-100 वर्ष)
56. चारों वेदों में से किस वेद को ‘यज्ञ’ सूत्रों के वेद के रुप में जाना जाता है, जिसमें समान उद्देश्य के लिए इच्छित छंदों के साथ-साथ विभिन्न संस्कारों के लिए अपनाएं जानें वाले गद्य सूत्र भी शामिल है?
(a) सामवेद
(b) अथर्ववेद
(c) यजुर्वेद
(d) ऋग्वेद
RRB Group-D-29/09/2022 (Shift-III)
Ans. (c): चारो वेदों में से यजुर्वेद को ‘यज्ञ सूत्रों के वेद’ के रूप में जाना जाता है, जिसमें समान उद्देश्य के लिए इच्छित छंदो के साथ-साथ विभिन्न संस्कारों के लिए अपनाए जाने वाले गद्य सूत्र भी शामिल हैं।
57. उपनिषद शब्द में ‘उप’ शब्द क्या दर्शाता है ?
(a) गुप्तता
(b) निकटता
(c) समग्रता
(d) खुशी
RRB Group-D-17/08/2022 (Shift-III)
Ans. (b): उपनिषद शब्द में ‘उप’ शब्द निकटता को दर्शाता है। उपनिषद सामान्यतः वेदान्त कहलाते हैं। वे दार्शनिक ग्रंथ हैं। भारतीय दर्शन के कुछ प्रमुख उपनिषद वृहदारण्यक, छांदोग्य, ऐतरेय, कौषितकी, मैत्रायणी आदि हैं।
58. ऋग्वेद के स्तोत्रों (Hymns) को ………. के रूप में भी जाना जाता है।
(a) सूक्त
(b) ज्ञान
(c) रूद्र
(d) कर्मकांडों
RRB Group-D-06/09/2022 (Shift-I)
Ans. (a): ऋग्वेद के स्तोत्रों को सूक्त के रूप में भी जाना जाता है। ऋग्वेद सबसे प्राचीन वेद है। इसमें कुल 1028 सूक्त है। संपूर्ण ऋग्वेद को 10 मण्डलों में विभक्त किया गया है।
59. निम्नलिखित में से किस वेद को “गीत की पुस्तक”, “मंत्रों का वेद” या “गीत का योग” भी कहा जाता है?
(a) सामवेद
(b) यजुर्वेद
(c) अथर्ववेद
(d) ऋग्वेद
RRB Group-D-08/09/2022 (Shift-I)
Ans. (a): सामवेद को ‘गीत की पुस्तक’, ‘मंत्रों का वेद’ या ‘गीत का योग’ कहा जाता है। इसमें कुल मंत्रों की संख्या 1869 है, इनमें से 1474 मंत्र ऋग्वेद से लिये गये है। इसी कारण सामवेद को ऋग्वेद से अभिन्न माना जाता है। यह पद्य में है तथा सूर्य देवता को समर्पित है।
60. सबसे पुराना वेद………….है।
(a) सामवेद
(b) यजुर्वेद
(c) अथर्ववेद
(d) ऋग्वेद
RRB Group-D 12-12-2018 (Shift-I) RRB NTPC 30.01.2021 (Shift-I) Stage Ist
Ans. (d) ऋचाओं के क्रमबद्ध ज्ञान के संग्रह को ऋग्वेद कहते हैं। ऋग्वेद सबसे पुराना वेद है। इसमें 10 मण्डल, 1028 सूक्त (वालखिल्य पाठ के 11 सूक्त) एवं 10,462 ऋचाएँ (मंत्र) हैं। हालांकि मंत्रों/ऋचाओं की संख्या के बारे में विद्वानों में मतभेद है। इस वेद के ऋचाओं के पढ़ने वाले पुरोहित को होतृ कहते हैं। विश्वामित्र द्वारा रचित ऋग्वेद के तीसरे मण्डल में सूर्य देवता सावित्री (सवितृ) को समर्पित प्रसिद्ध गायत्री मंत्र है। इसके 9वें मण्डल में देवता सोम का उल्लेख है।
61. ऋग्वेद में ऐसे ……….. मंत्र है जिनमें अप्रमाणिक वलखिल्य भजन शामिल हैं-
(a) 1549
(b) 1028
(c) 760
(d) 1875
RRB Group-D 29-10-2018 (Shift-III)
Ans : (b) उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
62. ऋग्वेद में………मंत्र है-
(a) 1,014
(b) 1,028
(c) 1,035
(d) 1,020
RRB Group-D 12-10-2018 (Shift-III)
Ans : (b) उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
63. वेदों का इनमें से कौन सा अंग जटिल शब्दों के अर्थ एवं व्याख्या के लिए प्रसिद्ध है ?
(a) कल्प
(b) छंद
(c) व्याकरण
(d) निरुक्त
RRB NTPC 23.02.2021 (Shift-I) Stage Ist
Ans. (d) वेदों के अंग को वेदांग कहा जाता है। वेदांगों की संख्या छः है शिक्षा, व्याकरण, निरुक्त, छन्द, ज्योतिष और कल्प। इनमें से वेदों का अंग ‘निरुक्त’ जटिल शब्दों के अर्थ एवं व्याख्या के लिए प्रसिद्ध है। जो कठिन शब्द व्याकरण की पहुँच से बाहर थे, उनके अर्थ जानने के लिए ही निरूक्त की रचना हुई। निरूक्त के रचयिता यास्क है। यास्क मुनि ने निरूक्त को व्याकरण का पूरक माना है।
64. भारत का राष्ट्रीय आदर्श वाक्य, ‘सत्यमेव जयते’ (अर्थात “सत्य की हमेशा विजय होती है”) किस प्राचीन भारतीय शास्त्र से उद्धत एक मंत्र है?
(a) ऋग्वेद
(b) मुण्डकोपनिषद्
(c) भगवद् गीता
(d) मत्स्य पुराण
RRB NTPC 02.04.2016 (Shift-III) Stage It RRB NTPC 02.02.2021 (Shift-I) Stage Ist
Ans : (b) भारत का राष्ट्रीय आदर्श वाक्य ‘सत्यमेव जयते’ (अर्थात् सत्य की हमेशा विजय होती है) मुण्डकोपनिषद् से लिया गया है। इसका उल्लेख सम्राट अशोक द्वारा बनवाये गये सिंह स्तम्भ (सारनाथ) में भी रहा है जिसे हू-ब-हू भारत के राष्ट्रीय प्रतीक में शामिल किया गया है।
65. धनुर्वेद, यजुर्वेद का उपवेद है। इसका संबंध निम्न में से किससे है ?
(a) चिकित्सा से
(b) वास्तुकला से
(c) कला एवं संगीत से
(d) युद्ध कौशल से
RRB NTPC 18.01.2021 (Shift-II) Stage Ist
Ans. (d): धनुर्वेद, यजुर्वेद का एक उपवेद है। इसके अन्तर्गत धनुर्विद्या या सैन्य विज्ञान आता है। धनुर्वेद वह शास्त्र है, जिसमें धनुष चलाने की विद्या का निरूपण किया गया है। मधुसूदन सरस्वती ने अपने ‘प्रस्थान भेद’ नामक ग्रंथ में धनुर्वेद को यजुर्वेद का उपवेद लिखा है।
66. निम्न में से किस वेद में संगीत से संबंधित ज्ञान संग्रहित है ?
(a) ऋग्वेद
(b) अथर्ववेद
(c) सामवेद
(d) यजुर्वेद
RRB NTPC 31.01.2021 (Shift-I) Stage Ist RRB Group-D 24-09-2018 (Shift-I)
Ans. (c) सामवेद, संगीत से संबंधित वेद है। ‘साम’ का अर्थ ‘गान’ से है। सामवेद में संकलित मंत्रों को देवताओं की स्तुति के समय गाया जाता था। सामवेद में कुल 1875 ऋचायें हैं। इनमें से 75 ही सामवेद के हैं, शेष ऋग्वेद से ग्रहण किये गये हैं।
67. वेदों को इंडो-आर्यन सभ्यता का सर्वप्रथम साहित्यिक अभिलेख माना जाता है। इसमें शामिल चार वेदों के नाम ऋग्वेद, सामवेद, यजुर्वेद और हैं।
(a) अथर्ववेद
(b) धनुर्वेद
(c) आयुर्वेद
(d) शिल्पवेद
RRB NTPC 16.01.2021 (Shift-II) Stage Ist
Ans. (a): वेदों को इण्डो-आर्यन सभ्यता का सर्वप्रथम साहित्यिक अभिलेख माना जाता है, जिनका संकलन ‘महर्षि कृष्ण द्वैपायन वेदव्यास’ ने की थी। वेद का अर्थ ‘ज्ञान’ है। इनसे आर्यों के आगमन व बसने की जानकारी मिलती है। वेद चार हैं ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद। इन चार वेदों को संहिता कहा जाता है।
68. मुंडक उपनिषद् किससे संबंधित है?
(a) सामवेद
(b) अथर्ववेद
(c) यजुर्वेद
(d) ऋग्वेद
RRB NTPC 05.03.2021 (Shift-I) Stage Ist
Ans. (b): मुण्डकोपनिषद् अथर्ववेद की शौनकीय शाखा का उपनिषद् है। इस उपनिषद् में तीन मुण्डक हैं, प्रत्येक मुण्डक के दो दो खण्ड हैं तथा कुल 64 मंत्र हैं। मुण्डकोपनिषद् को मंत्रोपनिषद के नाम से भी जाना जाता है। भारत के राष्ट्रीय प्रतीक में अंकित ‘सत्यमेव जयते’ शब्द भी मुण्डकोपनिषद् से लिया गया है।
69. भारत की वैदिक काल अवधि कब तक चली
(a) 1500 to 500 BC
(b) 336 to 323 BC
(c) 3000 to 2600 BC
(d) 550 to 323 BC
RRB NTPC 22.02.2021 (Shift-II) Stage Ist
Ans. (a): सिंधु सभ्यता के पतन के बाद जो नवीन संस्कृति प्रकाश में आयी, उसके विषय में हमें सम्पूर्ण जानकारी वेदों से मिलती है। इसलिए इस काल को हम वैदिक काल के नाम से जानते है। इसका समय 1500-500 ई.पू. तक है।
70. निम्नलिखित में से कौन सा वेद जादुई अनुष्ठानों और वशीकरण के बारे में बताता है?
(a) अथर्ववेद
(b) सामवेद
(c) ऋग्वेद
(d) यजुर्वेद
RRB Group-D 25-09-2018 (Shift-1)
Ans. (a) अथर्ववेद को ब्रह्मावेद भी कहा जाता है। अथर्वा ऋषि के नाम पर इस वेद का नाम अथर्ववेद पड़ा। इस वेद की रचना सबसे बाद में हुई। इसमें 20 अध्याय, 731/730 सूक्त व 5987 मंत्र है। इसमें वशीकरण, जादू-टोना, भूत-प्रेतों व औषधियों से सम्बन्धित मन्त्रों का वर्णन है। काशी का प्राचीनतम उल्लेख अथर्ववेद में ही मिलता है।
71. ‘यजुर्वेद’ में यजुर का अर्थ क्या है ?
(a) जीवन
(b) प्रकृति
(c) बलिदान
(d) सत्य
RRB NTPC 18.01.2017 (Shift-III) Stage IInd
Ans: (c) यजुर्वेद में ‘यजुर’ का अर्थ बलिदान है, यजुर्वेद हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण श्रुति धर्मग्रन्थ है। इसमें यज्ञ एवं बलि की प्रक्रिया के बारे में बताया गया है। यह हिन्दू धर्म के चार प्रमुख ग्रन्थों में से एक है।
72. निम्न में से किस वेद में बीमारियों का उपचार दिया गया है ?
(a) यजुर
(b) ऋग्
(c) साम
(d) अथर्व
RRB NTPC 18.01.2017 (Shift-I) Stage IInd
Ans : (d) अथर्ववेद में बीमारियों के उपचार के बारे में बताया गया है। अथर्ववेद में मनुष्यों के सामान्य विचारों तथा अंधविश्वासों का विवरण मिलता है। इसमें विविध विषयों से सम्बंधित मंत्र तथा रोग निवारण, समन्वय, राजभक्ति, विवाह तथा प्रणय गीतों आदि के विवरण सुरक्षित है। यह अथर्वा ऋषि द्वारा रचित है।
73. निम्नलिखित में से किस उपनिषद् ‘वसुधैवकुटुम्बकम’ शब्द का उल्लेख किया गया है?
(a) महा उपनिषद्
(b) छांदोग्य उपनिषद्
(c) बृहदारण्यका उपनिषद्
(d) केनोपनिषद्
RRB Group-D 24-09-2018 (Shift-III)
Ans. (a) महा उपनिषद् में ‘वसुधैवकुटुम्बकम’ शब्द का उल्लेख किया गया है। इसका अर्थ ‘धरती (संसार) ही परिवार’ होता है।
74. उपनिषदों में से….. उपनिषद् मुख्य माने जाते हैं-
(a) 108,11
(b) 116,22
(c) 100, 12
(d) 99,10
RRB Group-D 11-10-2018 (Shift-II)
Ans. (a) उपनिषद् ही समस्त भारतीय दर्शन के मूल स्रोत हैं। इन्हें वेदान्त भी कहा जाता है। ‘सत्यमेव जयते’ भारत का राष्ट्रीय आदर्श वाक्य है जो मुण्डकोपनिषद् से लिया गया है। भारतीय इतिहास में मुक्तिका उपनिषद् में 108 उपनिषदों का उल्लेख मिलता है, लेकिन 11 उपनिषद् ही प्रामाणिक हैं जिनमें वृहदारण्यक उपनिषद सबसे बड़ा, मांडूक्योपनिषद् सबसे छोटा (12 श्लोक) तथा छांदोग्य उपनिषद् सबसे पुराना है।
75. …….. सबसे पुराना उपनिषद् है।
(a) ईशा उपनिषद्
(b) मांडुक्य उपनिषद्
(c) केना उपनिषद्
(d) छांदोग्य उपनिषद्
RRB Group-D 12-10-2018 (Shift-I)
Ans : – D छांदोग्य उपनिषद् सबसे पुराना है।
76. प्रारंभिक भारतीय दार्शनिक के अनुसार, प्रत्येक वस्तु ………… मूल तत्वों से बनी है।
(a) 2
(b) 4
(c) 3
(d) 5
RRB ALP & Tec. (09-08-18 Shift-III)
Ans : (d) पञ्चभूत (पंचतत्व या पंचमहाभूत) भारतीय दर्शन में सभी पदार्थों के मूल माने गये हैं। आकाश, वायु, अग्नि, जल तथा पृथ्वी ये पांच महाभूत माने गये हैं जिनसे सृष्टि का प्रत्येक पदार्थ बना है। इनसे बने पदार्थ जड़ होते हैं, सजीव बनने के लिए इनको आत्मा चाहिए। आत्मा को वैदिक साहित्य में पुरूष कहा जाता है। सांख्य दर्शन में प्रकृति इन्हीं पंचभूतों से बना माना गया है।
77. ‘कठोपनिषद्’ में नचिकेता नामक एक किशोर और देवता के बीच हुई बातचीत दर्ज है। निम्नलिखित में से कौन सा देवता नचिकेता से बात कर रहा है?
(a) भगवान यम
(b) भगवान शिव
(c) भगवान इंद्र
(d) भगवान कार्तिकेय
RRB ALP & Tec. (09-08-18 Shift-II)
Ans : (a) ‘कठोपनिषद’ में नचिकेता एवं देवता यम के मध्य हुई बातचीत (संवाद) दर्ज है। यह कृष्ण यजुर्वेद शाखा का उपनिषद है। इस उपनिषद के रचयिता ‘कठ’ नामक आचार्य है।
4. महाजनपद काल (Mahajanpada Period)
78. निम्नलिखित विकल्पों में से गलत जोड़ी का चयन करें-
(a) चन्द्रगुप्त : मौर्य
(b) बिम्बिसार : गुप्त
(c) राजराजा : चोल
(d) कनिष्क : कुषाण
RRB NTPC Stage It 28.04.2016 (Shift-II)
Ans: (b) बिम्बिसार ने 544 ई. पू. में मगध पर हर्यक वंश की स्थापना की। इसके पूर्व यहाँ बृहद्रथ का शासन था। बिम्बिसार ने गिखिज को अपनी राजधानी बनायी। इसने वैवाहिक सम्बन्धों द्वारा अपनी स्थिति मजबूत की। बिम्बिसार ने लिच्छवि शासक चेटक की पुत्री चेल्लना, कोशलराज प्रसेनजित की बहन महाकोशला तथा मद्र देश की कन्या क्षेमा से विवाह किया। काशी, महाकोशला देवी के साथ दहेज में मिला था।
79. बिम्बिसार …… का शासक था।
(a) मगध
(b) मथुरा
(c) गांधार
(d) तक्षशिला
Ans: (a) बिम्बिसार मगध का शासक था।
RRB JE CBT-II 31.08.2019 IInd Shift
80. निम्नलिखित में से कौन सी मगध साम्राज्य की राजधानी थी ?
(a) वैशाली
(b) राजगीर
(c) उज्जैन
(d) कौशांबी
RRB NTPC 05.04.2021 (Shift-I) Stage Ist
Ans. (b): मगध प्राचीन भारत के सोलह महाजनपदों में से एक था। यह बौद्ध काल में उत्तर भारत का सबसे शक्तिशाली जनपद था। इसकी प्राचीन राजधानी राजगृह (राजगीर) या गिरिव्रज थी। कालांतर में मगध की राजधानी पाटलिपुत्र स्थानांतरित हुई। हालांकि शिशुनाग के शासनकाल में राजगीर (गिब्रिज) के अतिरिक्त वैशाली नगर को भी दूसरी राजधानी बनाया गया था जो बाद में उसकी प्रधान राजधानी बन गई।
81. आर्य संस्कृति के सर्वोच्च काल में, गंगा घाटी के जनपद, जो संख्या में ……… थे, महाजनपद बन गए थे।
(a) 16
(b) 14
(c) 15
(d) 18
RRB Group-D 12-12-2018 (Shift-III)
Ans. (a) छठी शताब्दी ई. पू. में 16 महाजनपदों का उदय हुआ। ये 16 महाजनपद पूर्व में आर्य संस्कृति के सर्वोच्च काल में, गंगा घाटी के 16 जनपद थे। इन 16 महाजनपदों का उल्लेख बौद्ध ग्रंथ ‘अंगुत्तर निकाय’ तथा जैन ग्रंथ ‘भगवती सूत्र’ से मिलता है। इन 16 महाजनपदों में मगध (गिरिव्रज), वत्स (कौशाम्बी), कोशल (श्रावस्ती) एवं अवन्ति (उज्जैन) सर्वाधिक प्रसिद्ध थे। प्राचीन भारत में राज्य या प्रशासनिक इकाईयों को महाजनपद कहा जाता था।
82. प्राचीन काल में ‘अवध’ को किस नाम से जाना जाता था ?
(a) कोसल
(b) कपिलवस्तु
(c) कौशाम्बी
(d) काशी
RRB NTPC 18.01.2017 (Shift-II) Stage IInd
Ans : (a) 6वीं शताब्दी ईसा पूर्व में भारतवर्ष 16 महाजनपदों में विभाजित था। प्राचीन काल में ‘अवध’ को ‘कोशल’ नाम से जाना जाता था। वर्तमान में यह क्षेत्र फैजाबाद (उत्तर प्रदेश) में स्थित है।
5. जैन धर्म (Jainism)
83. 19वीं शताब्दी में निर्मित अजमेर का सोनीजी की नसिया मंदिर को समर्पित है।
(a) भगवान ऋषभदेव
(b) भगवान अजितनाथ
(c) भगवान महावीर
(d) भगवान चंद्रप्रभ
RRB NTPC (Stage-2) 17/06/2022 (Shift-III)
Ans. (a) : 19वीं शताब्दी में निर्मित सोनी जी की नसिया मंदिर अजमेर शहर में स्थित एक जैन मंदिर है। इसे ‘लाल मंदिर’ भी कहते हैं। यह मंदिर जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव को समर्पित है।
84. जैन धर्म से संबंधित जल मंदिर का निर्माण किसने करवाया था ?
(a) सम्राट अशोक
(b) ऋषभदेव
(c) राजा नंदिवर्धन
(d) पार्श्वनाथ
RRB Group-D: 23/08/2022 (Shift -III)
Ans. (c) : जैन धर्म से संबंधित जल मंदिर बिहार के पावापुरी शहर में स्थित है। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण महावीर के बड़े भाई राजा नंदिवर्द्धन ने करवाया था। यह मंदिर एक तालाब के मध्य में बना है, तथा इसमें मुख्य पूज्यनीय वस्तु भगवान महावीर की चरण पादुका है।
85. जैन धर्म में तीर्थंकर किसे कहते हैं?
(a) धर्म का रक्षक एवं आध्यात्मिक शिक्षक, जो मोक्ष, या मुक्ति का मार्ग बताता है।
(b) वह व्यक्ति, जो एक ईश्वर और एक आत्मा में विश्वास करता है, तथा पुनर्जन्म में विश्वास रखता है।
(c) वह व्यक्ति, जो कभी भी ईश्वर में विश्वास नहीं करता है।
(d) तीर्थयात्रियों का एक समूह।
RRB Group-D 06/10/2022 (Shift -1)
Ans. (a): जैन धर्म में तीर्थंकर को धर्म का रक्षक एवं आध्यात्मिक शिक्षक के रूप में माना जाता है जो मोक्ष या मुक्ति का मार्ग बताता है। जैन धर्म में कुल 24 तीर्थंकर हुए हैं। ऋषभदेव जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर और महावीर स्वामी चौबीसवें तीर्थंकर हुए।
86. निम्न में से कौन-सा स्थान जैन धर्म से सम्बन्धित नहीं है ?
(a) दिलवाड़ा
(b) पार्श्वनाथ
(c) श्रवणबेलगोला
(d) कुशीनगर
RRB Group-D-20/09/2022 (Shift-II)
Ans. (d): कुशीनगर जैन धर्म से संबंधित स्थान नहीं है। यहाँ बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध का महापरिनिर्वाण हुआ था। मल्लों ने यहाँ बुद्ध के अवशेषों पर एक स्तूप का निर्माण करवाया था। यह नगर बौद्ध धर्म में विशेष स्थान रखता है तथा यहाँ कनिष्क ने विहारों एवं चैत्यों का निर्माण करवाया था।
87. जब कोई तीर्थकर अपने नश्वर शरीर को छोड़ता है, तो इसे के रूप में जाना जाता है।
(a) सिद्धशिला
(b) तपकल्याण
(c) जन्मकल्याण
(d) निर्वाण
RRB Group-D-11/10/2022 (Shift-II)
Ans. (d): जब कोई तीर्थंकर अपने नश्वर शरीर को छोड़ता है, तो इसे निर्वाण (मृत्यु) के रूप में जाना जाता है। जैन धर्म के संस्थापक ऋषभदेव थे, तथा जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर महावीर स्वामी थे।
88. निम्नलिखित में से कौन सा ‘आगम’ जैन धर्म में अहिंसा का वर्णन करता है ?
(a) सूत्रक्रातांग सूत्र
(b) स्थानांग सूत्र
(c) समवायांग सूत्र
(d) अंतः क्रदाशांग सूत्र
RRB Group-D-01/09/2022 (Shift-II)
Ans. (a): जैन साहित्य को आगम कहा जाता है। इसके अन्तर्गत 12 अंग, 12 उपांग, 10 प्रकीर्ण, 6 छेदसूत्र 4 मूलसूत्र, अनुयोग सूत्र तथा नंदिसूत्र की गणना की जाती है। जैन धर्म का सूत्रक्रातांग सूत्र अहिंसा का वर्णन करता है। इस सूत्र में कहा गया है कि यह जानते हुए कि सभी बुराइयां और दुख जीवित प्राणियों की चोट से उत्पन्न होते है और यह अंतहीन शत्रुता की ओर ले जाता है और महान भय का मूल कारण है, एक बुद्धिमान व्यक्ति जो जागृत हो गया है, उसे सभी पाप कर्मों से बचना चाहिए।
89. निम्नलिखित में से किसे जैन धर्म का प्रथम तीर्थंकर माना जाता है ?
(a) ऋषभनाथ
(b) नेमिनाथ
(c) पार्श्वनाथ
(d) वर्धमान महावीर
RRB Group-D-16/09/2022 (Shift-1)
Ans. (a): जैन धर्म के संस्थापक एवं प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव थे। महावीर स्वामी जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर हैं। जैन धर्म अनीश्वरवादी है। यह ईश्वर तथा वेदों की सत्ता में विश्वास नहीं रखता है।
• जैन अनुयायी अहिंसा में विश्वास करते हैं।
• जैन धर्म में कर्म की प्रधानता दी गई है।
• जैन धर्म आत्मा के अस्तित्व को स्वीकार करता है।
90. वर्धमान महावीर जैन धर्म के ……… तीर्थंकर थे।
(a) 2वें
(b) 20 वें
(c) 24 वें
(d) 5 वें
Ans – (C)
91. जैन धर्म के 24 तीर्थंकरों में से प्रथम तीर्थकर कौन हैं ?
(a) सुमतिनाथ
(b) ऋषभनाथ
(c) संभवनाथ
(d) पद्मप्रभु
Ans. (b): उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
92. जीवन में जिन पांच बंधनों को जैन धर्म के लोगों द्वारा पालन करना होता है, उनमें से निम्न में से किसका अर्थ गैर-अभिग्रहण (non-acquisition) है?
(a) ब्रह्मचर्य
(b) अपरिग्रह
(c) अस्तेय
(d) अहिंसा
RRB Group-D-15/09/2022 (Shift-II)
Ans. (b): जैनियों के अनुसार कर्म और बंधन से आत्मा को मुक्ति दिलाने के लिए पाँच महाव्रत अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य तथा अपरिग्रह है। ‘अपरिग्रह’ का अर्थ गैर-अभिग्रहण अर्थात् कोई भी वस्तु संचित ना करना।
93. ……… को वह पवित्र व्यक्ति माना जाता है, जिसने जैन धर्म को उसका वर्तमान स्वरूप प्रदान किया।
(a) महावीर
(b) वासुदेव
(c) ऋषभनाथ
(d) दिगंबर
RRB Group-D-12/09/2022 (Shift-1)
Ans. (a): महावीर को वह पवित्र व्यक्ति माना जाता है, जिसने जैन धर्म को उसका वर्तमान स्वरूप प्रदान किया। महावीर का जन्म प्राचीन वज्जि गणतन्त्र की राजधानी वैशाली के निकट कुण्डग्राम के ज्ञातृककुल के प्रधान सिद्धार्थ के यहाँ 540 ई. पू. में हुआ था। इनकी माता का नाम त्रिशला था, जो लिच्छवी राजकुमारी थी, तथा इनकी पत्नी का नाम यशोदा था।
94. स्वामी महावीर का जन्म कहां हुआ था ?
(a) पावापुरी
(b) पाटलिपुत्र
(c) लुंबिनी
(d) कुंडग्राम
RRB Group-D-26/09/2022 (Shift-II)
Ans. (d) उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
95. महावीर और उनके अनुयायियों की शिक्षाओं को लगभग 1500 वर्ष पहले जिस रूप में लिखा गया था, उसी रूप में वे वर्तमान में किस स्थान पर उपलब्ध हैं?
(a) बिहार में वैशाली
(b) बिहार में लघुआर
(c) बिहार में पावापुरी
(d) गुजरात में वल्लभी
RRB Group-D-28/09/2022 (Shift-1)
Ans. (d): जैन धर्म के 24वें व अन्तिम तीर्थंकर महावीर स्वामी और उनके अनुयायियों की शिक्षाओं को लगभग 1500 वर्ष पहले जैसे लिखा गया उसी रूप में वर्तमान में गुजरात के वल्लभी में उपलब्ध है। वल्लभी, गुजरात में दूसरी जैनसभा का आयोजन 512 AD में भानुगुप्त के शासनकाल में किया गया, जिसकी अध्यक्षता देवर्धि क्षमाश्रवम ने की थी।
96. जैन धर्म में, ‘जैन’ शब्द संस्कृत शब्द ‘जिन’ से लिया गया है, जिसका अर्थ है अर्थात् जिसने सभी मानवीय भावावेशों पर विजय प्राप्त कर ली हो।
(a) विजेता
(b) फुर्ती
(c) अमर
(d) खरापन
RRB Group-D-17/08/2022 (Shift-I)
Ans. (a): जैन धर्म में, ‘जैन’ शब्द संस्कृत ‘जिन’ शब्द से लिया गया है, जिसका अर्थ है “विजेता” अर्थात् जिसने प्रेम, द्वेष, सुख, दुख, राग, तृष्णा तथा सभी मानवीय भावावेशों पर विजय प्राप्त कर लिया है और इस तरह ज्ञान, सत्य और क्षमता को ढकने व कर्मों से अपनी आत्मा को मुक्त कर लिया है। वह एक ‘जिन’ कहलाता है।
97. जैन धर्म का तीर्थ स्थल-पालीताणा मंदिर निम्न में से किस राज्य में स्थित है?
(a) झारखंड
(b) गुजरात
(c) राजस्थान
(d) कर्नाटक
RRB Group-D-14/09/2022 (Shift-III)
Ans. (b): जैन धर्म का तीर्थस्थल पालीताणा मन्दिर गुजरात के भावनगर जिले में शत्रुंजय पहाड़ी पर स्थित जैनियों का पवित्र तीर्थस्थल है। मुख्य मंदिर प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव को समर्पित है। यह मंदिर एक महान जैन संरक्षक कुमारपाल सोलंकी ने 11वीं शताब्दी में बनाया था। पालिताना शहर को मंदिरों का शहर’ माना जाता है।
98. दिगंबर संप्रदाय इनमें से किस धर्म से संबंधित है ?
(a) सिख धर्म
(b) बौद्ध धर्म
(c) इस्लाम धर्म
(d) जैन धर्म
RRB Group-D-25/08/2022 (Shift-I)
Ans. (d): दिगंबर सम्प्रदाय जैन धर्म के दो सम्प्रदाओं में से एक है। लगभग 300 ईसा पूर्व मगध में भीषण अकाल पड़ने पर जैन धर्म के अनुयाइयों में मतभेद पड़ जाने से यह धर्म दो सम्प्रदायों दिगम्बर और श्वेतांबर में विभक्त हो गया।
दिगम्बर सम्प्रदाय के प्रवर्तक भद्रबाहु ।
श्वेतांबर सम्प्रदाय के प्रवर्तक स्थूलभद्र।
• जैन धर्म के 24वें व अंतिम तीर्थंकर महावीर स्वामी
• प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव
• 23 वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ।
99. छठवीं शताब्दी ईसा पूर्व के प्रारंभ में भगवान महावीर का जन्म निम्नलिखित में से किस स्थल पर हुआ ?
(a) मगध
(b) पाटलिपुत्र
(c) वैशाली
(d) सारनाथ
RRB NTPC 01.02.2021 (Shift-I) Stage Ist
Ans. (c): महावीर स्वामी जैन धर्म के 24वें एवं अन्तिम तीर्थंकर थे। उनका जन्म 540 ई. पूर्व में कुण्डग्राम (वैशाली) में हुआ था। इनके पिता सिद्धार्थ ज्ञातृक कुल के प्रधान थे और माता त्रिशला लिच्छवि राजा चेटक की बहन थी। विदित है कि जैन धर्म के संस्थापक एवं प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव थे।
100. भगवान महावीर का मूल नाम क्या है ?
(a) आनंद
(b) सिद्धार्थ
(c) सारिपुत्त
(d) वर्धमान
RRB NTPC 30.12.2020 (Shift-I) Stage Ist
Ans. (d): भगवान महावीर का मूल नाम ‘वर्धमान’ था। महावीर मूल का जन्म प्राचीन वज्जि गणतंत्र की राजधानी वैशाली के निकट कुण्डग्राम के ज्ञातृक कुल के प्रधान सिद्धार्थ के यहां 540 ई.पू. में हुआ था। इनकी माता का नाम त्रिशला था, जो लिच्छवी राजकुमारी थी। इनकी पत्नी का नाम यशोदा था। महावीर को जृम्भिक के समीप ऋजुपालिका नदी के किनारे कैवल्य (सर्वोच्च ज्ञान) प्राप्त हुआ।
101. जैन मठ संस्थानों को क्या कहा जाता है ?
(a) अपरिग्रह
(b) श्वेतांबर
(c) तीर्थ
(d) बसादिस
RRB NTPC 23.02.2021 (Shift-I) Stage Ist
Ans. (d) जैन मठ संस्थानों को बसादी (बसादिस) कहा जाता है। जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव तथा 24वें तीर्थंकर महावीर स्वामी हुए। महावीर स्वामी के अनुयायियों को मूलतः निग्रंथ कहा जाता था।
102. महावीर…… तीर्थंकरों में अंतिम तीर्थंकर माने जाते हैं।
(a) 22
(b) 26
(c) 24
(d) 20
RRB Group-D 11-10-2018 (Shift-1)
Ans. (c) उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
103. चौबीसवें जैन तीर्थंकर का नाम क्या था ?
(a) गोमतेश्वर
(b) पारसनाथ
(c) ऋषभ
(d) महावीर
RRB NTPC 25.01.2021 (Shift-I) Stage Ist
Ans. (d): जैन धर्म के चौबीसवें एवं अंतिम तीर्थंकर महावीर थे। महावीर स्वामी का जन्म 599 ई. पूर्व में कुण्डग्राम (वैशाली) में हुआ था। जैन धर्म के संस्थापक एवं प्रथम तीर्थकर ऋषभ देव थे। जैन धर्म दो समुदायों में विभाजित हैं- (1) श्वेताम्बर, (2) दिगम्बर। जैन साहित्य बहुत विशाल है जिनमें से अधिकांश धार्मिक साहित्य ही है। संस्कृत, प्राकृत और अपभ्रंश भाषाओं में यह साहित्य लिखा गया है। है। जैन धर्म के त्रिरत्न है सम्यक दर्शन, सम्यक ज्ञान और सम्यक आचरण।
104. पार्श्वनाथ जो एक क्षत्रिय और बनारस के राजा अश्वसेन का पुत्र था, वह …….. जैन तीर्थंकर बना ?
(a) तेईसवाँ
(b) चौबीसवां
(c) प्रथम
(d) द्वितीय
RRB Group-D 24-09-2018 (Shift-III)
Ans. (a) काशी नरेश अश्वसेन के पुत्र पार्श्वनाथ जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर थे। इनका प्रतीक चिन्ह सर्प फन था। जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव (आदिनाथ) थे जिनका प्रतीक वृषभ था।
106. निम्नलिखित में से अनुसरण किए जाने वाले धर्म एवं पवित्र पुस्तिका की कौन सी जोड़ी असंगत है?
(a) इस्लाम कुरान
(b) सिख धर्म गुरू ग्रंथ साहेब
(c) जैन धर्म उपनिषद
(d) ईसाई धर्म: बाइबल
RRB NTPC Stage It 26.04.2016 (Shift-II)
Ans: (c) जैन साहित्य का प्राचीनतम भाग ‘आगम’ कहलाता है। जैन रचनाकारों ने पुराण काव्य, चरित काव्य, कथा काव्य, रास काव्य आदि ग्रंथों की रचनाएं की हैं। उपनिषद्- हिन्दू धर्म के महत्वपूर्ण श्रुति धर्मग्रन्थ है। ये वैदिक वांग्मय के अभिन्न अंग है, इनमें परमेश्वर, परमात्मा ब्रह्मा और आत्मा के स्वभाव और सम्बन्ध का बहुत ही दार्शनिक और ज्ञान पूर्वक वर्णन किया गया है।
107. शब्द श्वेताम्बर ……….. से जुड़ा हुआ है।
(a) सिख धर्म
(b) जैन धर्म
(c) बौद्ध धर्म
(d) यहूदी धर्म
RPF Constable 18-02-2019 (Shift-III)
Ans. (b): श्वेताम्बर शब्द जैन धर्म से जुड़ा है। चन्द्रगुप्त मौर्य के शासन काल में जैन धर्म दो सम्प्रदायों श्वेताम्बर एवं दिगम्बर में बट गया था। श्वेताम्बर सम्प्रदाय के अनुयायी सफेद वस्त्र धारण करते हैं जबकि दिगम्बर सम्प्रदाय के अनुयायी नग्न रहते हैं।
6. बौद्ध धर्म (Buddhism)
108. बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश सारनाथ में अपने पांच शिष्यों को दिया था, जिसे ……………. कहा जाता है।
(a) धर्मचक्रप्रवर्तन
(b) महा परिनिर्वाण
(c) महाभिनिष्क्रमण
(d) निरंजन
RRB NTPC (Stage-2) 14/06/2022 (Shift-1)
Ans. (a): उरुवेला में ज्ञान प्राप्त करने बाद गौतम बुद्ध ने पहला उपदेश सारनाथ में पाँच ब्राह्मणों को दिया था, जिसे ‘धर्मचक्रप्रवर्तन’ के नाम से जाना जाता है। बुद्ध ने सर्वाधिक उपदेश कोशल की राजधानी श्रावस्ती में तथा महावीर स्वामी सर्वाधिक उपदेश राजगृह में दिये थे।
109. वैशाली में, द्वितीय बौद्ध संगीति (Second Buddhists Council) ……….. द्वारा संचालित की गई थी।
(a) मुण्डा
(b) कालाशोक
(c) सुनिधा
(d) अनिरुद्ध
RRB NTPC (Stage-2) 17/06/2022 (Shift-III)
Ans. (b):
बौद्ध धर्म की संगीतियाँ तथा उनके समकालीन शासक निम्नलिखित है-
बौद्ध संगीतियाँ | अध्यक्ष | समकालीन शासक | स्थान |
प्रथम संगीति | महाकस्सप | अजातशत्रु | राजगृह |
द्वितीय संगीति | सबाकामी | कालाशोक | वैशाली |
तृतीय संगीति | मोग्गलिपुत्ततिस्स | अशोक | पाटलिपुत्र |
चतुर्थ संगीति | वसुमित्र | कनिष्क |
कुण्डलवन
|
110. थेरीगाथा, एक बौद्ध ग्रंथ है, जो ……… का हिस्सा है, यह भिक्षुणियों द्वारा रचित छंदो का संग्रह है।
(a) दीपवंश
(b) सुत्त पिटक
(c) महावंश
(d) विनय पिटक
Ans. (b): थेरीगाथा, एक बौद्ध ग्रंथ है, जो सुत्त पिटक के खुद्दक निकाय का हिस्सा है, जिसमें 15 लघु ग्रंथ है। यह स्थिविर भिक्षुणियों द्वारा रचित छंदों का संग्रह हैं। इनमें कुल 73 गीतों तथा 522 कविताओं का संग्रह है।
111. तीन पिटकों में से, अभिधम्म पिटक…….से संबंधित है।
(a) सारनाथ स्तम्भ संबंधी कहानियों
(b) बुद्ध की शिक्षाओं
(c) दार्शनिक मामलों
(d) संघ में शामिल होने वालों के लिए नियमों
RRB NTPC (Stage-2) 15/06/2022 (Shift-III)
Ans. (c) : अभिधम्म पिटक में बौद्ध मतों की दार्शनिक व्याख्या की गई है। इस पिटक का संकलन अशोक के समय में हुए तृतीय बौद्ध संगीति में मोग्गालिपुत्तिस्स ने किया था। ये हीनयानी थे। अभिधम्म पिटक में कुल सात ग्रन्थ सम्मिलित है। इन्हें सप्त प्रकरण कहा जाता है, (1) धम्म संगनि (2) विभंग (3) धातु कथा (4) पुग्गल पंगति (5) कथावत्थु (6) यमक (7) पड्डठ्ठान जिसमें सबसे महत्वपूर्ण ग्रन्थ कथावत्थु है, जिसकी रचना स्वयं मोग्गलिपुत्त तिस्स ने की है।
112. माना जाता है कि गौतम (सिद्धार्थ) ने अंतिम ज्ञान प्राप्ति के लिए बोधगया जाने से पहले छह साल तक ……… स्थान पर शुद्ध चित्त से ध्यान किया था।
(a) इतखोरी
(b) प्रागबोधि
(c) राजगीर
(d) कपिलवस्तु
RRB Group-D-09/09/2022 (Shift-I)
Ans. (b) : माना जाता है कि गौतम (सिद्धार्थ) ने अंतिम ज्ञान प्राप्ति के लिए बोधगया जाने से पहले छह साल तक प्रागबोधि स्थान पर शुद्ध चित्त से ध्यान किया था।
113. ‘त्रिपिटक’ इनमें से किस धर्म का पवित्र ग्रंथ है ?
(a) जैन धर्म
(b) बौद्ध धर्म
(c) पारसी धर्म
(d) सिख धर्म
RRB Group-D-20/09/2022 (Shift-I)
Ans. (b): त्रिपिटक बौद्ध धर्म का प्रमुख ग्रंथ है जिसे सभी बौद्ध सम्प्रदाय (महायान, थेरवाद, वज्रयान, मूलसर्वास्तिवाद आदि) मानते हैं। यह बौद्ध धर्म के प्राचीनतम ग्रंथ है जिसमें भगवान बुद्ध के उपदेश संगृहीत है। यह ग्रंथ पालि भाषा में लिखा गया है। इसके तीन भाग हैं। सुत्तपिटक, विनय पिटक तथा अभिधम्म पिटक।
114. गौतम बुद्ध का सम्बन्ध निम्नलिखित में से किस गण से था ?
(a) शाक्य
(b) लिच्छवि
(c) मोरिया
(d) मल्ला
RRB Group-D-27/09/2022 (Shift-III)
Ans. (a): गौतम बुद्ध का संबंध शाक्य गण से था। इनका जन्म 563 ई. पू. लुंबिनी में इक्ष्वाकु वंशीय राजा शुद्धोधन के घर में हुआ था। उनकी माता का नाम महामाया था, जो कोलीय वंश की थीं, जन्म के सातवें दिन माता का देहान्त हो जाने से इनका पालन इनकी मौसी महाप्रजापति गौतमी ने किया। 6 वर्षों के कठोर साधना के पश्चात् बोध गया (बिहार) में बोधि वृक्ष के नीचे उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई और वे सिद्धार्थ से गौतम बुद्ध बन गये।
115. गौतम बुद्ध ने अपना पहला उपदेश कहाँ दिया था?
(a) बोध गया
(b) लुम्बिनी
(c) सारनाथ
(d) कुशीनगर
RRB Group-D-22/09/2022 (Shift-I)
Ans. (c): ऋषिपत्तन या सारनाथ (वाराणसी, उत्तर प्रदेश) में गौतम बुद्ध ने अपना पहला उपदेश पाँच पुराने साथियों को दिया था। गौतम बुद्ध का प्रथम उपदेश बौद्ध धर्म में ‘धर्मचक्रप्रवर्तन’ के नाम से जाना जाता है।
116. गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति निम्नलिखित में से किस शहर में हुई थी?
(a) कौशांबी
(b) बोधगया
(c) सांची
(d) लुंबिनी
RRB Group-D-24/08/2022 (Shift-II)
Ans. (b): बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध का जन्म 563 ई.पू. कपिलवस्तु के निकट लुम्बिनी नामक ग्राम में हुआ था। 29 वर्ष की अवस्था में सत्य की खोज व ज्ञान प्राप्ति हेतु गृह त्याग देने के पश्चात इन्हें 35 वर्ष की अवस्था में वैशाख पूर्णिमा की रात बोध गया (बिहार) में निरंजना नदी (फाल्गु) के किनारे पीपल वृक्ष के नीचे ज्ञान की प्राप्ति हुई, तत्पश्चात् वे बुद्ध कहलाए। इनके बचपन का नाम सिद्धार्थ, माता का नाम महामाया तथा पिता का नाम शुद्धोधन था। गौतम बुद्ध की 483 ई. पू. में 80 वर्ष की आयु में कुशीनगर में देहान्त (महापरिनिर्वाण) हो गया।
117. निम्नलिखित में से कौन सा बौद्ध धर्म से संबंधित एक पवित्र ग्रंथ है ?
(a) तनख
(b) आगम
(c) हदीस
(d) त्रिपिटक
Ans. (d): त्रिपिटक बौद्ध धर्म से सम्बंधित एक पवित्र ग्रन्थ है। यह तीन भागों में है-
1. विनय पिटक
2. सुत्तपिटक
3. अभिधम्मपिटक
तीनों पिटकों की भाषा पालि है। बौद्ध धर्म मूलतः अनीश्वरवादी है। कर्म एवं पुनर्जन्म की परिकल्पना करता है परन्तु आत्मा की नहीं। आगम का सम्बन्ध जैन धर्म, हदीस का मुस्लिम धर्म से, तनख यहूदियों का मुख्य धार्मिक ग्रंथ है।
118. इनमें से कौन-सा शब्द सामान्यतः एक बौद्ध मठ को संदर्भित करता है, जिसमें बौद्ध भिक्षु रहते हैं ?
(a) विहार
(b) स्तूप
(c) चैत्य
(d) गृह
RRB Group-D-29/09/2022 (Shift-1)
Ans.(a) : बौद्ध मतानुयायियों के मठों को विहार कहा गया है। विहारों में बुद्ध प्रतिमा होती है जहाँ बौद्ध भिक्षु निवास करते हैं। बौद्ध धर्म में पूजा के निमित्त जिन गुफाओं का निर्माण किया गया उसे चैत्य कहते हैं।
119. निम्नलिखित में से किस स्थान पर गौतम बुद्ध ने आत्मज्ञान प्राप्त किया था ?
(a) कुशीनगर
(b) लुम्बिनी
(c) बोधगया
(d) सारनाथ
RRB NTPC 19.03.2021 (Shift-I) Stage Ist
Ans. (c): गौतम बुद्ध ने बौद्ध धर्म की स्थापना की थी। इनका जन्म 563 ई.पू. में कपिलवस्तु के लुम्बिनी नामक स्थान पर हुआ था। इन्हें 35 वर्ष की आयु में वैशाख पूर्णिमा की रात निरंजना (फाल्गु) नदी के किनारे, पीपल वृक्ष के नीचे बोध गया में ज्ञान प्राप्त हुआ। इन्होंने अपना पहला उपदेश ऋषिपत्तनम् (सारनाथ) में दिया, जिसे बौद्ध ग्रंथों में धर्मचक्रप्रवर्तन कहा गया।
120. सुत्त पिटक के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही है ?
(a) यह बुद्ध का जीवन चरित्र है।
(b) यह मगध के शासक और बुद्ध के बीच की बातचीत से संबंधित है।
(c) यह श्रीलंका में लिखा गया बौद्ध ग्रंथ है।
(d) यह उन लोगों के लिए बनाए गए नियमों और विनियमों के बारे में है, जिन्होने बौद्ध मठ व्यवस्था को अंगीकार किया था।
RRB NTPC 19.03.2021 (Shift-1) Stage Is
Ans. (b): विनयपिटक, सुत्तपिटक व अभिधम्मपिटक बौद्ध धर्म के त्रिपिटक कहलाते हैं। इन तीनों पिटकों की भाषा पालि है। सुत्तपिटक में बुद्ध के धार्मिक सिद्धांतों को संवाद के रूप में संकलित किया गया है। विनयपिटक में संघ के भिक्षु एवं भिक्षुणी के लिए बनाये गये नियमों का संग्रह किया गया है। अभिधम्मपिटक का संबंध बौद्ध धर्म के दर्शन से है।
121. हीनयान और महायान किस धर्म के पंथ हैं ?
(a) हिंदू धर्म
(b) जैन धर्म
(c) बौद्ध धर्म
(d) सिख धर्म
RRB NTPC 28.01.2021 (Shift-I) Stage Ist
Ans. (c): हीनयान और महायान बौद्ध धर्म की शाखायें हैं। ‘चतुर्थ बौद्ध संगीति’ (कनिष्क के समय) के बाद बौद्ध धर्म दो भागों हीनयान एवं महायान में विभाजित हो गया। बौद्ध धर्म के महायान सम्प्रदाय का आदर्श ‘बोधिसत्व’ है। बोधिसत्व दूसरे के कल्याण को प्राथमिकता देते हुये अपने निर्वाण में विलम्ब करते हैं। हीनयान का आदर्श ‘अर्हत पद’ को प्राप्त करना है, जो व्यक्ति अपनी साधना से निर्वाण की प्राप्ति करते हैं, उन्हें ही ‘अर्हत’ कहा जाता है।
122. सिंहचतुर्मुख स्तंभ कहां स्थित है ?
(a) सारनाथ
(b) धौली
(c) नागार्जुन हिल्स
(d) बराबर हिल्स
RRB NTPC 02.02.2021 (Shift-I) Stage Ist
Ans. (a): महात्मा बुद्ध ने ज्ञान प्राप्ति के बाद अपना पहला उपदेश सारनाथ में दिया था, जिसे ‘धर्मचक्रप्रवर्तन’ कहा जाता है। जैन ग्रंथों में सारनाथ को सिंहपुर कहा गया है। सारनाथ में अशोक का सिंह चतुर्भुज स्तंभ, बुद्ध का मंदिर, धमेख स्तूप, चौखण्डी स्तूप, सारनाथ का वस्तु संग्रहालय, मूलगंधकुटी आदि दर्शनीय स्थल है।
123. बोधिसत्व की अवधारणा इनमें से किससे संबंधित है ?
(a) जैन धर्म
(b) हीनयान बौद्ध धर्म
(c) सिख धर्म
(d) महायान बौद्ध धर्म
RRB NTPC 01.04.2021 (Shift-I) Stage Ist
Ans. (d) : बोधिसत्व बौद्ध मत के महायान संप्रदाय का आदर्श एवं केंद्रीय संकल्पना है। पारम्परिक रूप से महान दया से प्रेरित, बोधिचित्त जनित सभी संवेदनशील प्राणियों को लाभ के लिए सहज इच्छा से बुद्धत्व प्राप्त करने वाले को बोधिसत्व माना जाता है।
124. विनय और सुत्त पिटक इनमें से किसकी शिक्षाओं के संकलन हैं ?
(a) गौतम बुद्ध
(b) ऋषभदेव
(c) महावीर जैन
(d) गुरु गोविंद सिंह
RRB NTPC 01.04.2021 (Shift-I) Stage Ist
Ans. (a): त्रिपिटक बौद्ध ग्रन्थों में सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। बुद्ध की मृत्यु के बाद उनकी शिक्षाओं को संकलित कर तीन भागों में बाँटा गया, इन्हीं को त्रिपिटक कहते हैं। ये विनय पिटक (संघ संबधी नियम तथा आचार की शिक्षाएं), सुत्तपिटक (धार्मिक सिद्धान्त) तथा अभिधम्म पिटक (दार्शनिक सिद्धान्त) के रूप में मिलते है इन सभी को पालि भाषा में लिखा गया है।
125. गौतम बुद्ध के निम्नलिखित उपदेशों में से किसे अग्नि उपदेश (Fire Sermon) के रूप में जाना जाता है ?
(a) धम्मचक्कप्पवत्तन सुत्त
(b) अदित्तपरियाय सुत्त
(c) अनात्त-लक्खना सुत्त
(d) ब्रह्मजल सूत्र
RRB NTPC 17.02.2021 (Shift-I) Stage Ist
Ans. (b) अदित्तपरियाय सुत्त को अग्नि उपदेश (Fire Sermon) के रूप में जाना जाता है। इस प्रवचन में बुद्ध पाँचों इंद्रियों और मन से वैराग्य के माध्यम से दुःख से मुक्ति प्राप्त करने का उपदेश देते हैं।
धम्मचक्कप्पवत्तन सुत्त (पालि में) या धर्मचक्रप्रवर्तनसूत्र (संस्कृत में), बौद्ध ग्रन्थ है जिसमें गौतम बुद्ध द्वारा ज्ञान प्राप्ति के बाद दिया गया प्रथम उपदेश संग्रहीत है। अनात्त-लक्खना सुत्त (पालि), या अनात्मलत्त सूत्र (संस्कृत में), को पारंपरिक रूप से गौतम बुद्ध द्वारा दिया गया दूसरे प्रवचन के रूप में दर्ज किया गया है। जिसे पंचवर्गीय सूत्र के रूप में जाना जाता है। जिसका अर्थ है “पाँच लोगों का समूह”।
126. जातक कथाएं से संबंधित हैं।
(a) सिक्ख धर्म
(b) बौद्ध धर्म
(c) जैन धर्म
(d) हिन्दू धर्म
RRB NTPC 29.12.2020 (Shift-II) Stage Ist
Ans. (b): जातक कथाएँ, साहित्यिक रचनाएँ हैं जो गौतम बुद्ध के पिछले जन्मों के बारे में हैं। ये बौद्ध ग्रन्थ त्रिपिटक का भाग है। बौद्ध धर्म की स्थापना गौतम बुद्ध ने पाँचवी शताब्दी ई. पू. में की थी। इनका जन्म लगभग 563 ई.पू. में हुआ था।
127. ‘बुद्धचरितम्’ नामक महाकाव्य किसने लिखा था ?
(a) गौतम बुद्ध
(b) नागार्जुन
(c) हेमचंद्र
(d) अश्वघोष
RRB NTPC 06.04.2021 (Shift-II) Stage Ist
Ans. (d): ‘बुद्धचरितम्’ महाकाव्य के लेखक अश्वघोष है। बुद्धिचरितम् संस्कृत का महाकाव्य है। इसकी रचना दूसरी शताब्दी में हुई। इस महाकाव्य में गौतम बुद्ध का जीवनचरित्र वर्णित है। बुद्धचरित में 28 सर्ग है। जिसमें 14 सर्गों तक बुद्ध के जन्म से बुद्धत्व प्राप्ति का वर्णन बुद्धत्व-वर्णन है। अश्वघोष की अन्य रचनाएँ हैं: सौन्दरानंदकाव्यम्, गंडीस्तोत्रगाथा, शारिपुत्रप्रकरणम् आदि।
हेमचन्द्र :- श्वेताम्बर जैन परम्परा के आचार्य हेमचन्द्र का जन्म गुजरात में अहमदाबाद के पास धुन्धमा नगर में 1088 ई. में (कार्तिक पूर्णिमा) को हुआ था। हेमचन्द्र राजा सिद्धराज जयसिंह के सभा में कवि थे। इनके अद्वितीय ज्ञान एवं बहुमुखी प्रतिभा के कारण कलिकाल सर्वज्ञ की उपाधि दी गयी थी। इनकी मृत्यु 1172 ई. में अन्हिलवाड़ पाटन में हुई थी। इनकी प्रमुख रचनाएँ -सिद्धहेम, शब्दानुशासनम् ।
नागार्जुन :- नागार्जुन शून्यवाद तथा माध्यमिक मत के प्रख्यात बौद्ध आचार्य थे। नागार्जुन का जन्म 150 ई. में तथा मृत्यु लगभग 250 ई. में हुई थी।
128. निम्नलिखित में से कौन सा स्थल बौद्धों के तीर्थ स्थलों में से नहीं हैं ?
(a) बोध गया
(b) सारनाथ
(c) ग्वालियर
(d) कुशीनगर
RRB NTPC 05.03.2021 (Shift-I) Stage Ist
Ans. (c): बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध थे। इनका जन्म 563 ई.पूर्व में लुंबिनी (नेपाल) नामक स्थान पर हुआ था। बोधगया बौद्धों का प्रमुख तीर्थस्थल है, बुद्ध को यहीं पर ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। सारनाथ बनारस के पास स्थित बौद्ध तीर्थ स्थल है जहाँ पर बुद्ध ने ज्ञान प्राप्त करने के बाद अपना प्रथम उपदेश दिया था। कुशीनगर उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित है। कुशीनगर में ही भगवान बुद्ध को महापरिनिर्वाण (मृत्यु) प्राप्त हुआ था। दिए गए विकल्पों में ग्वालियर का सम्बन्ध बौद्ध तीर्थ स्थल से नहीं है।
129. गौतम बुद्ध का जन्म कहाँ हुआ था ?
(a) अयोध्या
(b) लुम्बिनी
(c) वैशाली
(d) मगध
RRB NTPC 09.02.2021 (Shift-I) Stage Ist
Ans. (b) : बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध थे। इन्हें एशिया का ज्योति पुञ्ज (Light of Asia) कहा जाता है। गौतम बुद्ध का जन्म 563 ईसा पूर्व में कपिलवस्तु के लुम्बिनी (वर्तमान में नेपाल में स्थित) नामक स्थान पर हुआ था। इनके पिता शुद्धोधन शाक्य गण के मुखिया थे। इनकी माता का नाम महामाया तथा मौसी प्रजापति गौतमी थी। इनके बचपन का नाम सिद्धार्थ था। गौतम बुद्ध का विवाह 16 वर्ष की अवस्था में यशोधरा के साथ हुआ। इनके पुत्र का नाम राहुल था। गौतम बुद्ध के गृह-त्याग को बौद्ध धर्म में महाभिनिष्क्रमण कहा गया और बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश सारनाथ में दिया, जिसे बौद्ध ग्रन्थों में धर्म चक्र प्रवर्तन कहा गया है।
130. उस बौद्ध ग्रन्थ का नाम बताइए, जिनमें भिक्षुओं के लिए नियमों का उल्लेख है।
(a) त्रिपिटक
(b) विनय पिटक
(c) अभिधम्म पिटक
(d) सुत्त पिटक
RRB NTPC 08.01.2021 (Shift-II) Stage 1″
Ans. (b): बौद्ध धर्म के बारे में हमें विशद ज्ञान ‘त्रिपिटक’ (विनयपिटक, सुत्तपिटक एवं अभिधम्मपिटक) से प्राप्त होता है। सुत्त पिटक में बुद्ध के धार्मिक विचारों व उपदेशों को संवादों के रूप में संकलित किया गया है। विनयपिटक में संघ के भिक्षु एवं भिक्षुणी के लिए बनाये गए अनुशासन संबंधी नियमों का संग्रह किया गया है। अभिधम्म पिटक में बौद्ध मतों की दार्शनिक व्याख्या की गई है। बौद्ध परम्परा की ऐसी मान्यता है कि इस पिटक का संकलन अशोक के समय में सम्पन्न तृतीय बौद्ध संगीति में मोग्गलिपुत्त तिस्स ने किया था।
131. स्तूप क्यों बनाए गए थे ?
(a) पवित्र स्मृतिचिह्न रखने के लिए
(b) धार्मिक सभाएं करने के लिए
(c) बुद्ध की पूजा करने के लिए
(d) बौद्ध ग्रंथ रखने के लिए
RRB NTPC 09.02.2021 (Shift-II) Stage Ist
Ans. (a): स्तूप निर्माण की परंपरा बहुत पुरानी है। वैदिक काल में शव-समाधियों को मिट्टी के थूहों या टीलों के रूप में बनाया जाता था। इन्हीं शव-समाधियों को स्तूपों का आदि-प्रारूप माना जाता है। पहले इसका उद्देश्य मात्र अस्थि संचय था, बाद में इसका विकास पवित्र स्मृतिचिन्ह के रूप में हुआ। स्तूप निर्माण की परंपरा का वास्तविक इतिहास बौद्ध और जैन धर्म के साथ शुरू होता है।
132. ……. का जन्म 560 ईसा पूर्व में हुआ था और 483 ईसा पूर्व में अस्सी वर्ष की उम्म्र में उनकी मृत्यु हो गई थी।
(a) महावीर
(b) हर्ष
(c) बुद्ध
(d) अशोक
RRB Group-D 03-12-2018 (Shift-III)
Ans. (c) : गौतम बुद्ध का जन्म 563 ईसा पूर्व में लुम्बिनी (कपिल वस्तु) तथा मृत्यु 80 वर्ष की अवस्था में 483 ईसा पूर्व में कुशीनारा (उ.प्र.) में हुई थी।
133. किस वृक्ष के नीचे रानी मायादेवी ने गौतम बुद्ध को जन्म दिया था ?
(a) साल का वृक्ष
(b) अशोक वृक्ष
(c) पीपल का वृक्ष
(d) आम का वृक्ष
Ans. (a) गौतम बुद्ध का जन्म 563 ई. ई. पूर्व में कपिलवस्तु के लुम्बिनी नामक स्थान पर साल वृक्ष के नीचे हुआ था। इनके पिता शुद्धोधन शाक्य गण के मुखिया थे। गौतम बुद्ध को 6 वर्ष की कठिन तपस्या के बाद वैशाख पूर्णिमा की रात निरंजना (फाल्गु) नदी के किनारे, पीपल वृक्ष (अश्वत्य) के नीचे ज्ञान प्राप्त हुआ था।
134. बौद्ध धर्म की नींव महान सच्चाइयों एवं अंगीय पथ पर आधारित हैं।
(a) छः, चार
(b) दो, आठ
(c) आठ, छः
(d) चार, आठ
RRB Group-D 08-10-2018 (Shift-II)
Ans. (d) बुद्ध ने सांसारिक दुःखों के सम्बन्ध में चार आर्य सत्यों (सच्चाइयों) का उपदेश दिया। इसे संस्कृत में ‘चत्वारि आर्यसत्यानि’ और पालि में ‘चत्तरि अरियसच्चानि’ कहते है। भगवान बुद्ध के चार आर्य सत्य निम्न है-
(1) दुःख संसार में दुःख है।
(2) दुःख समुदाय दुःख का कारण है।
(3) दुःख निरोध दुःख का निवारण है।
(4) दुःख निरोधगामिनी प्रतिपदा निवारण के लिये अष्टांगिक मार्ग है।
इन सांसारिक दुःखों से मुक्ति हेतु बुद्ध ने अष्टांगिक मार्ग का वर्णन किया है। ये हैं सम्यक् दृष्टि, सम्यक् संकल्प, सम्यक् वाक्, सम्यक् कर्मान्त, सम्यक् आजीव, सम्यक् व्यायाम, सम्यक् स्मृति, सम्यक् समाधि।
135. निम्नलिखित में से कौन सा भगवान बुद्ध की चार महान सच्चाइयों में नहीं है ?
(a) संसार दुखों का घर है
(b) दुख का कारण इच्छा है
(c) यदि इच्छाओं से छुटकारा नहीं मिलता है तो दुखों से निवारण हो सकता है
(d) यह एट-फोल्ड पथ के पालन से किया जा सकता है
RRB Group-D 10-10-2018 (Shift-I)
Ans: (c) उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
136. त्रिपिटक पवित्र धर्मग्रंथ कौन से धर्म से संबंधित है ?
(a) हिंदू धर्म
(b) पारसी धर्म
(c) जैन धर्म
(d) बौद्ध धर्म
RRB Group-D 20-09-2018 (Shift-III)
Ans. (d) बौद्ध साहित्य को ‘त्रिपिटक’ कहा जाता है। ये पालि भाषा में रचित है। बुद्ध की मृत्यु के बाद उनकी शिक्षाओं को संकलित कर तीन भागों विनय पिटक, सुत्त पिटक और अभिधम्म पिटक में विभाजित किया गया है, यहाँ पिटक शब्द का अर्थ होता है- टोकरी। सुत्त पिटक सुत्त का अर्थ धर्म उपदेश होता है। इस पिटक में बौद्ध धर्म के उपदेश संग्रहीत है। इसमें बुद्ध के पूर्व जन्म की कथाएँ भी है। विनय पिटक इस पिटक में मठ में निवास करने वाले भिक्षु एवं भिक्षुणियों के दैनिक जीवन सम्बन्धी आचार विचार एवं अनुशासन सम्बन्धी नियम दिये गये है। अभिधम्म पिटक इस पिटक में बौद्ध दार्शनिक सिद्धान्तों का वर्णन है।
137. त्रिपिटक …… उपदेशों का सबसे पहला संग्रह है।
(a) जैन
(b) हिंदू
(c) बौद्ध धर्म
(d) आर्य
RRB Group-D 09-10-2018 (Shift-II)
Ans. (c) उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
138. गौतम बुद्ध ने अपना प्रथम प्रवचन कहाँ दिया ?
(a) कुशीनगर
(b) सारनाथ
(c) पाटलिपुत्र
(d) वैशाली
RRB J.E.-2014
Ans. (b): सारनाथ वाराणसी से 10 किलोमीटर पूर्वोत्तर में स्थित प्रमुख बौद्ध तीर्थ स्थल है। ज्ञान प्राप्ति के पश्चात् भगवान बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश यहीं दिया था, जिसे धर्मचक्रप्रवर्तन का नाम दिया जाता है और जो बौद्ध मत के प्रचार-प्रसार का आरम्भ था। यह स्थान बौद्ध धर्म के चार प्रमुख तीर्थों में से एक है।
139. गौतम बुद्ध ने अपना पहला उपदेश …..में दिया था।
(a) कपिलवस्तु
(b) बोध गया
(c) सारनाथ
(d) पाटलिपुत्र
RRB Group-D 08-10-2018 (Shift-III)
Ans. (c) उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
140. गौतम बुद्ध को ज्ञान कहाँ पर प्राप्त हुआ था ?
(a) बोधगया
(b) अमरनाथ
(c) कुशीनगर
(d) लुम्बिनी
RRB NTPC 28.03.2016 (Shift-II) Stage It
Ans : (a) बौद्ध धर्म के प्रवर्तक गौतम बुद्ध को 35 वर्ष की आयु में उरूवेला (बोधगया) में बोधि (पीपल) वृक्ष के नीचे निरंजना नदी के तट पर वैशाख पूर्णिमा के दिन ज्ञान प्राप्त हुआ। इसके पश्चात ये बुद्ध कहलाये। बुद्ध ने अपना सर्वाधिक उपदेश कोशल देश की राजधानी श्रावस्ती में दिया।
141. बौद्ध ग्रंथों का अध्ययन करने के लिए विजयवाड़ा में कौन सा चीनी विद्वान रहा ?
(a) दांग जहोंग्शू
(b) जुआन जांग
(c) कुई वीपिंग
(d) डाँगफांग शुओ
RRB Group-D 22-09-2018 (Shift-II)
Ans. (b) बौद्ध ग्रंथों का अध्ययन करने के लिए विजयवाड़ा में जुआन जांग नामक चीनी विद्वान रहता था। चीनी बौद्ध धर्म, बौद्ध धर्म की चीनी शाखा है। बौद्ध धर्म की परम्पराओं ने दो हजार वर्षों तक चीनी संस्कृति एवं सभ्यता पर गहरा प्रभाव छोड़ा। यह बौद्ध परम्पराएँ चीनी कला, राजनीति, साहित्य, दर्शन तथा चिकित्सा में देखी जा सकती है। दुनिया की 65% से अधिक बौद्ध आबादी चीन में रहती है। इन्हीं कारणों से चीन के विद्वान भारत में आकर यहाँ के बौद्ध ग्रन्थों का अध्ययन करते थे तथा यहाँ के विचारों एवं मूल्यों को चीन में बौद्ध धर्म के लोग आत्मसात कर लेते थे।
142. बोधगया किस भारतीय राज्य में स्थित है ?
(a) ओडिशा
(b) बिहार
(c) झारखंड
(d) पश्चिम बंगाल
RRB Group-D 30-10-2018 (Shift-III)
Ans. (b) बोधगया भारत के बिहार राज्य में स्थित है।
143. गौतम बुद्ध ने अपने उपदेशों में जन साधारण की भाषा ………. का प्रयोग किया –
(a) मगधी
(b) संस्कृत
(c) प्राकृत
(d) पालि
RRB Group-D 11-10-2018 (Shift-III)
Ans. (d) गौतम बुद्ध ने अपने उपदेशों में पालि भाषा का प्रयोग किया।
RRB GK History
144. जातक कथाओं में ……… के जन्म और उनके पूर्व जीवन का वर्णन मिलता है-
(a) बुद्ध
(b) भगवान विष्णु
(c) महावीर
(d) भगवान कृष्ण
RRB Group-D 10-10-2018 (Shift-III)
Ans. (a) जातक कथाएँ भगवान बुद्ध के पूर्व जन्मों की कहानियाँ है। जिन्हें बौद्ध धर्म के सभी मतों में संरक्षित किया गया है। यह जातक कथाएँ सुत्त पिटक में वर्णित है। यह कथाएँ व्यक्ति को नैतिकता, सत्य, धर्म, प्रेम तथा भाई-चारे का संदेश देती हैं।
145. जैन धर्म और बौद्ध धर्म के उदय में भारत में ईसा पूर्व …….. शताब्दी में धार्मिक अशांति देखी गई थी।
(a) पाँचवीं
(b) चौथी
(c) छठी
(d) सातवीं
RRB Group-D 09-10-2018 (Shift-1)
Ans. (c) छठी शताब्दी ईसा पूर्व का काल कई मामले में संक्रान्ति का काल था। इस काल में मगध साम्राज्य की स्थापना होती है. द्वितीय नगरीकरण घटित होता है तथा वैदिक धर्म की बढ़ती रुढ़िवादिता, कट्टरता व शूद्रों में असंतोष ने कई धर्मों को जन्म दिया, जिनमें जैन व बौद्ध धर्म प्रमुख थे।
146. गौतम बुद्ध की माँ का नाम क्या था ?
(a) माया
(b) त्रिशला
(c) कनिका
(d) कौशल्या
RRB Group-D 05-10-2018 (Shift-I)
Ans. (a) गौतम बुद्ध की माता का नाम ‘मायादेवी’ था जो कोलीय गणराज्य की राजकुमारी थी। इनका विवाह शाक्य कुल के मुखिया शुद्धोधन के साथ हुआ था। बुद्ध के जन्म के सात दिन पश्चात् ही इनका निधन हो गया। इनकी मृत्यु के बाद प्रजापति गौतमी ने बुद्ध का पालन-पोषण किया था।
147. बौद्ध धर्म में दिए गए आचार के नियम ……. और पंचशील सिद्धांत के नाम से जाने जाते हैं।
(a) पंचांगिक मार्ग
(b) साष्टांगिक मार्ग
(c) अष्टांगिक मार्ग
(d) चतुर्थक मार्ग
RRB Group-D 10-10-2018 (Shift-II)
Ans : (c) बौद्ध धर्म में भगवान बुद्ध ने अष्टांगिक मार्ग का उपदेश दिया था। बौद्ध धर्म के अनुयायी इन्हीं मार्गों पर चलकर मोक्ष प्राप्त करते हैं। बुद्ध द्वारा बताए गए अष्टांगिक मार्ग इस प्रकार है-
1. सम्यक् दृष्टि 2. सम्यक् संकल्प 3. सम्यक् वाणी 4. सम्यक् कर्मान्त 5. सम्यक् आजीविका 6. सम्यक् व्यायाम 7. सम्यक् स्मृति 8. सम्यक् समाधि।
बुद्ध के पंचशील सिद्धान्त जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण का परिचय देते हैं, बुद्ध के पाँच उपदेश निम्न है-
1. प्राणिमात्र को हिंसा से विरत रहना
2. चोरी करने या जो दिया नहीं गया है, उसको लेने से विरत रहना
3. लैंगिक दुराचार या व्यभिचार से विरत रहना
4. असत्य बोलने से विरत रहना
5. अपरिग्रह (संपत्ति का संचय न करना)
148. ……….वास्तु कला में मुख्य रूप से चैत्य, विहार, स्तूप और स्तम्भ होते हैं।
(a) मौर्य
(b) बौद्ध
(c) हिंदू
(d) मुगल
RRB ALP & Tec. (10-08-18 Shift-II)
Ans : (b) बौद्ध धर्म की धार्मिक वास्तुकला भारतीय उपमहाद्वीप में विकसित हुई। हुई। शुरूआती बौद्ध धर्म के धार्मिक वास्तुकला से निम्न प्रकार के ढाँचे जुड़े हुए हैं मठ (विहार), अवशेष (स्तूप) एवं मंदिर या प्रार्थना कक्ष (चैत्य) एवं स्तम्भ। चैत्य बौद्ध पूजा स्थल है जबकि विहार बौद्ध भिक्षुओं का निवास स्थल होता है। स्तूपों के निर्माण का उद्देश्य गौतम बुद्ध के अवशेषों की पूजा व सुरक्षा थी। बौद्ध मठ (विहार) का तात्पर्य उस जगह से जहाँ बौद्ध धर्म के गुरू अपने शिष्यों को शिक्षा, उपदेश आदि देते हैं। बोधगया में स्थित महाबोधि मंदिर बौद्ध मठ का एक उदाहरण है।
149. बौद्ध तीर्थस्थान ‘दाँत का मंदिर’ यहाँ स्थित है-
(a) मलेशिया
(b) श्रीलंका
(c) नेपाल
(d) चीन
RRB NTPC Stage It 19.01.2017 (Shift-II)
Ans : (b) बौद्ध तीर्थस्थान, ‘दाँत का मन्दिर’ श्रीलंका के कैंडी शहर में स्थित है। कैंडी के पूर्व राजशाही के शाही महल परिसर में स्थित इस मन्दिर में महात्मा बुद्ध के दाँत रखे गये थे, कैंडी श्रीलंका के राजाओं की अन्तिम राजधानी थी। वर्तमान में यह यूनेस्को के विरासत स्थलों में शामिल है।
150. बोरोबुडुर बौद्ध मंदिर कहाँ स्थित है ?
(a) नेपाल
(b) श्रीलंका
(c) इंडोनेशिया
(d) मलेशिया
RRB NTPC 12.04.2016 (Shift-II) Stage 1″
Ans : (c) बोरोबुडुर अथवा बोरोबुदुर इण्डोनेशिया के मध्य जावा प्रान्त के मगेलांग नगर में स्थित 750-850 ईसवी के मध्य का महायान बौद्ध विहार है। यह आज भी संसार में सबसे बड़ा बौद्ध विहार है। इसका निर्माण 9वीं सदी में शैलेन्द्र राजवंश के दौरान हुआ था।
151. जहाँ यह मानते हैं कि भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था उस स्मारक का नाम बताएँ और जिसे ‘सीट ऑफ द होली बुद्ध’ (seat of the holy Buddha) भी कहा जाता है ?
(a) धमेख स्तूप, सारनाथ
(b) सांची स्तूप, सांची
(c) शिन्गारदार स्तूप, स्वात घाटी
(d) दो-दुल चोर्तेन, गंगटोक
RRB NTPC Stage 1 29.04.2016 (Shift-II)
Ans : (a) महात्मा बुद्ध ने अपना पहला उपदेश सारनाथ में पाँच ब्राह्मण संन्यासियों को दिया था। इसी स्थान पर सम्राट अशोक ने धमेख स्तूप का निर्माण करवाया था। इनके द्वारा दिया गया पहला उपदेश ‘धर्मचक्रप्रवर्तन’ कहलाया। इसे ‘सीट ऑफ द होली बुद्ध’ भी कहा जाता है।
152. निम्नलिखित में से कौन सा एक बुद्ध की शिक्षाओं का संग्रह है ?
(a) आगम
(b) ब्राहाण
(c) पुराण
(d) त्रिपिटक
RRB NTPC 03.04.2016 (Shift-III) Stage 1″
Ans : (d) त्रिपिटक बौद्ध धर्म का आधारभूत और मुख्य ग्रन्थ है। भगवान बुद्ध के उपदेश तीन साहित्य खण्डों में संकलित है, जिन्हें त्रिपिटक कहते हैं।
1. विनय पिटक
2. सुत्त पिटक
3. अभिधम्मपिटक
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