Rajasthan Rivar Part – 01
Question : (1) राजस्थान में नदी प्रवाह कितने रूप में पाया जाता है –
(1) 2
(2) 3
(3) 4
(4) 5
Ans. (2)
व्याख्या – राजस्थान की नदियों को प्रकृति, दिशा व प्रवाह प्रणाली के आधार पर तीन भागों में बाँट सकते हैं-
1. बंगाल की खाड़ी नदी तंत्र (24%) – अरावली पर्वत से पूर्वी भाग में बहने वाली बनास, कालीसिंध, पार्वती आदि नदियाँ चम्बल में प्रवाहित होकर यमुना नदी में मिल जाती है तथा यमुना नदी, गंगा नदी में एवं अन्त में गंगा नदी का जल बंगाल की खाड़ी में मिल जाता है। अतः इन नदियों को बंगाल की खाड़ी का अपवाह तंत्र कहते हैं। लम्बी दूरी, मंद गति, सर्वाधिक नदियाँ, डेल्टा निर्माण इसकी विशेषताएँ है।
2. अरब सागरीय नदी तंत्र (16%)- अरावली पर्वत से पश्चिमी भाग में बहकर अपना जल अरब सागर में ले जाने वाली माही, लूनी, साबरमती, पश्चिमी बनास एवं इनकी सहायक नदियों को अरब सागर का अपवाह तंत्र कहते हैं। कम दूरी, तीव्रगामी गति, ज्वारनदमुख (एश्चुरी) का निर्माण इसकी विशेषताएँ हैं।
इसे दो भागों में बाँटा जाता है -1. कच्छ की खाड़ी में गिरने वाली (लूनी, पश्चिमी बनास), 2. खंभात की खाड़ी में गिरने वाली (साबरमती, माही)
3. आन्तरिक प्रवाह नदी तंत्र (60%) – अन्तः प्रवाहित नदियाँ वे नदियाँ है जिनका जल समुद्र तक नहीं पहुँच पाता जो अपने प्रवाह क्षेत्र में ही विलुप्त हो जाती है। जैसे-घग्घर, कांतली, लिक कांकारी (कानी) मंशा साबी, रूपारेल, मेंढ़ा, खांडेल इत्यादि। यह राजस्थान का सबसे बड़ा अपवाह तंत्र है।
Question : (2) राजस्थान की निम्न नदियों में से अरब सागर में गिरने वाली नदियाँ हैं।
1. माही
2. चम्बल
3. साबरमती
4. लूनी
(1) 1 और 2
(2) 1, 2, 3
(3) 1, 2, 4
(4) 1, 3, 4
Ans. (4) व्याख्या : अरब सागरीय नदी तंत्र (16%)- अरावली पर्वत से पश्चिमी भाग में बहकर अपना जल अरब सागर में ले जाने वाली माही, लूनी, साबरमती, पश्चिमी बनास एवं इनकी सहायक नदियों को अरब सागर का अपवाह तंत्र कहते हैं।
Question (3) : कौनसी नदियाँ कच्छ के रण में गिरती है?
(1) पश्चिमी बनास और लूनी
(2) माही और पश्चिमी बनास
(3) साबरमती और लूनी
(4) माही और लुनी
Ans. (1)
व्याख्या : कच्छ की खाड़ी में गिरने वाली (लूनी, पश्चिमी बनास)
Question (4) : निम्नलिखित में से कौनसी नदी अरब सागर में गिरती है-
(1) चंबल
(2) बनास
(3) बाणगंगा
(4) माही
Ans. (4)
व्याख्या : अपना जल अरब सागर में ले जाने वाली माही, लूनी, साबरमती, पश्चिमी बनास एवं इनकी सहायक नदी है |
Question (5) : निम्नलिखित में से कौनसी राजस्थान की नदी बंगाल की खाड़ी के अपवाह तंत्र का भाग नहीं है-
(1) चम्बल
(2) माही
(3) बनास
(4) खारी
Ans. (2)
Rajasthan Rivar Part – 01
Question (6) : अन्तःप्रवाही नदी है?
(1) पश्चिमी बनास
(2) काँतली
(3) गम्भीरी
(4) खारी
Ans. (2)
Question (7) : निम्नलिखित नदियों में से कौनसी अन्तःप्रवाही नदी नहीं है?
(1) लिक
(2) मेंढा
(3) वाकल
(4) खाण्डेल
Ans. (3)
Question (8) : कौन-सी नदी राजस्थान के आन्तरिक अपवाह तंत्र से संबंधित नहीं है ?
(1) कान्तली
(2) काकनी
(3) मेढ़ा
(4) डाई
Ans. (4)
Question (9) : निम्न में से कौनसी आन्तरिक अपवाह नदी है?
(1) मीठड़ी
(2) साबी
(3) मासी
(4) सूकड़ी
Ans. (2)
Question (10) : राजस्थान की एक नदी जो अन्तःप्रवाह प्रणाली के अन्तर्गत नहीं है ?
(1) जाखम
(2) कांतली
(3) काकनी
(4) घग्घर
Ans. (1)
Question (11) : राजस्थान के अन्तःप्रवाही अपवाह तंत्र में कौनसी नदी सम्मिलित नहीं है?
(1) पश्चिमी बनास
(2) रूपारेल
(3) साबी
(4) काकनी
Ans. (1)
Question (12) : अन्तःप्रवाहित नदी नहीं है ?
(1) साबी
(2) काँतली
(3) काकनी
(4) खारी
Ans. (4) खारी बनास की सहायक नदी है।
Question (13) : निम्न में से कौनसी नदियाँ अरब सागरीय नदी तंत्र का भाग नहीं है ?
1. बनास नदी
2. साबरमती नदी
3. पश्चिमी बनास नदी
4. कांकणी नदी
5. माही नदी
कूट-
(1) 1, 3 एवं 4
(2) 1, 2 और 4
(3) 2, 3 और 5
(4) 1 और 4
Ans. (4)
व्याख्या – कांकणी आंतरिक प्रवाह की नदी है। अरब सागरीय तंत्र के भाग कच्छ की खाड़ी में पश्चिमी बनास, लूणी तथा खम्भात की खाड़ी में साबरमती, माही गिरती है। बंगाल की खाड़ी में गिरने वाली प्रमुख नदियाँ बनास, चम्वल, पार्वती, कालीसिंध आदि।
Question (14) : चन्द्रभागा एवं कोठारी नदी किस अपवाह तंत्र का भाग है?
(1) खंभात की खाड़ी अपवाह तंत्र
(2) आन्तरिक अपवाह तंत्र
(3) कच्छ की खाड़ी अपवाह तंत्र
(4) बंगाल की खाड़ी का अपवाह तंत्र
Ans. (4)
व्याख्या – कोठारी एवं चन्द्रभागा बंगाल की खाड़ी के अपवाह तंत्र का भाग है। कोठारी नदी राजसमन्द जिले में स्थित दिवेर नामक स्थान से निकलकर भीलवाड़ा जिले के वाद शाहपुरा जिले की कोटड़ी तहसील के नंदरायपुर में बनास नदी में मिलती है।
Question (15) : नदी जिसका जल बंगाल की खाड़ी में पहुँचता है, वह है-
(1) माही
(2) सोम
(3) चम्बल
(4) साबरमती
Ans. (3)
व्याख्या – चम्बल नदी का जल अंततः बंगाल की खाड़ी में पहुँचता है। जबकि माही, (सोम, माही की सहायक नदी है) साबरमती का जल खम्भात की खाड़ी में गिरता है।
Question (16) : खारी नदी (sirohi ) जिस अपवाह तंत्र का अंग है, वह है :
(1) अरब सागरीय
(2) आन्तरिक अपवाह
(3) अनिश्चिंत अपवाह
(4) बंगाल की खाड़ी
Ans. (1)
व्याख्या – राजस्थान में खारी नाम से दो नदियाँ हैं जिसमें एक अरब सागरीय (इसका उद्गम स्थल सिरोही जिले के शेरगाँव की पहाड़ियाँ है। यह सिरोही, जालोर में बहकर जालोर के सायला गाँव में यह लूनी की सहायक नदी जवाई नदी में मिल जाती है) तथा दूसरी ‘खारी’ बंगाल की खाड़ी (यह राजसमंद में विजराज / बिजराल ग्राम की पहाड़ियों से निकलकर भीलवाड़ा (हुरड़ा) में बहकर शाहपुरा-केकड़ी की सीमा बनाते हुए राजमहल (टोंक) में बहकर देवली के निकट बनास में मिल जाती है) अपवाह तंत्र का अंग है।
Question (17) : बिजराल की पहाड़ियों से निकलने वाली खारी नदी निम्नलिखित में से किस अपवाह तंत्र का भाग है?
(1) बंगाल की खाड़ी
(2) अरब सागरीय
(3) अनिश्चित अपवाह
(4) आन्तरिक अपवाह
Ans. (1)
Question (18) : खारी नदी का उद्गम राजसमन्द जिले के उत्तर में स्थित….. गाँव की पहाड़ियों से होता है-
(1) अरना
(2) बागोता
(2) बागोता
(3) बासाणी
(4) बिजराल
Ans. (4)
Question (19) : खारी नामक नदी किस नदी तंत्र का भाग है?
(1) बनास केवल
(2) लूनी एवं बनास दोनों की
(3) चम्बल केवल
(4) लूनी केवल
Ans. (2) व्याख्या :
उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
Question (20) : जिस नदी का जल अरब सागर में प्रवाहित नहीं होता, वह है?
(1) खारी
(2) सूकड़ी
(3) साबरमती
(4) जवाई
Ans. (1)
Question (21) : आसींद, विजयनगर एवं हुरड़ा स्थलों के निकटतम नदी कौनसी है ?
(1) कोठारी
(2) खारी
(3) बेड़च
(4) बनास
Ans. (2)
Question (22) : निम्नलिखित में से कौनसा (उत्पत्ति स्थान-नदी) सही सुमेलित नहीं है?
(1) जानापाव पहाड़ियाँ-चंबल
(2) नाग पहाड़ – लूनी
(3) गोगुन्दा पहाड़ियाँ-बेड़च
(4) विजराल पहाड़ियाँ-बनास
Ans. (4) बिजराल पहाड़ियाँ – खारी नदी
Question (23) : पूर्व में जब घग्घर नदी बाढ़ के उफान में होती थी, तो कहाँ तक पहुंच जाती थी?
(1) तलवाड़ा
(2) हनुमानगढ़
(3) अनुपगढ़
(4) फोर्ट अब्बास
Ans. (4)
व्याख्या – घग्घर नदी -इस नदी को नट नदी, मृत नदी, सोतर नदी, सरस्वती नदी और द्वैषवती नदी के नामों से जाना जाता है। इसका उद्गम हिमाचल प्रदेश की शिवालिक पहाड़ी (कालका माता के मंदिर के पास) से होता है। राजस्थान में प्रवेश उत्तर दिशा से टिब्बी तहसील के तलवाड़ा गाँव (हनुमानगढ़) नामक स्थान पर होता है तथा राजस्थान में बहाव क्षेत्र नाली कहलाता है। इसका अन्तिम स्थान फोर्ट अब्बास (बहावलपुर, पाकिस्तान) है। बहावलपुर (पाकिस्तान में) बहाव क्षेत्र ‘हकरा’ कहलाता है। यह आन्तरिक प्रवाह की दृष्टि से सबसे लम्बी नदी है। इस नदी के मुहाने पर कालीबंगा सभ्यता विकसित है। ज्ञातव्य है कि हनुमानगढ़ स्थित तलवाड़ा झील घग्घर नदी पर निर्मित है।
घग्घर बेसिन मुख्यतः 3 जिलों (गंगानगर, अनूपगढ़, हनुमानगढ़) में फैला हुआ है।
Question (24) : ‘मृत नदी’ की उपमा निम्न में से किस नदी को दी गई है ?
(1) कातली
(2) काकानी
(3) साबी
(4) घग्घर
Ans. (4) व्याख्या : उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
Question (25) : राजस्थान में से कौनसी नदी उत्तर से पश्चिम की ओर बहती है?
(1) चंबल
(2) माही
(3) घग्घर
(4) कान्तली
Ans. (3)
Question (26) : घग्घर का ‘दोआब मैदान’ जो राजस्थान के हनुमानगढ़ व श्रीगंगानगर जिलों में पाया जाता है, वह निम्नलिखित किन दो नदियों के निक्षेपण से बना है?
(1) बनास और बाणगंगा
(2) घग्घर और व्यास
(3) जवाई और सुकड़ी
(4) घग्घर और सतलज
Ans. (4)
Question (27) : राजस्थान में बाढ़ का प्रकोप मुख्यतया ‘घग्घर नदी की घाटी’ में किस-किस क्षेत्रों में देखा जाता है ?
1. सूरतगढ़ 2. बोरपाल 3. मानेकथर 4. खण्डेला
(1) 2, 3 और 4
(2) 1, 2 और 3
(3) 1,3 और 4
(4) 1, 2, 3 और 4
Ans. (2) खण्डेला सीकर में स्थित है।
28 जिस नदी का जल किसी खुले महासागर में नहीं पहुँचता, वह है ?
(1) साबरमती
(2) माजम
(3) कांतली
(4) सोम
Ans. (3)
व्याख्या-कांतली-राज्य में पूर्ण बहाव की दृष्टि से आन्तरिक प्रवाह की सबसे लम्बी नदी। सीकर जिले की खण्डेला की पहाड़ियों से निकलकर नीम का थाना जिले की उदयपुरवाटी तहसील के दक्षिण-पश्चिम में झुन्झुनूं जिले को दो भागों में बाँटती हुई चूरू की सीमा में विलीन हो जाती है। इसका प्रवाह क्षेत्र तोरावाटी कहलाता है।
Question (29) : निम्नलिखित में से कौनसी नदी तोरावाटी बेसिन में प्रवाहित होती है?
(1) काकनी
(2) कान्तली
(3) बाणगंगा
(4) गंभीरी
Ans. (2)
Question (30) : मरुस्थल में भुझ झील का निर्माण किस नदी पर किया गया है ?
(1) घग्घर
(2) कांटली
(3) काकनेय
(4) बनास
Ans. (3)
व्याख्या – काकनेय/काकनी व मसुरदी नाम से प्रसिद्ध इस नदी का उद्गम जैसलमेर का कोठ्यारी गाँव है। यह आन्तरिक प्रवाह की सबसे छोटी नदी है। यह नदी जैसलमेर के रूपसी गाँव में प्रसिद्ध भुझ (बुझ) झील का निर्माण करती है। इसका विलुप्ती स्थल मीठा खाड़ी है।