PGT Hindi Mock Test - 05
Question : (1) रामचन्द्र शुक्ल ने पद्माकर की भावमूर्ति विधायिनी कल्पना की प्रशंसा क्यों की है ? PGT Hindi Mock Test – 05
(a) भाषा की ललित पदावली के कारण
(b) ब्लाक्षणिक शब्दों की छटा के कारण
(c) सुंदर कोमल भाव तरंग के कारण
(d) इन तीनों गुणों से युक्त शैली के कारण
Answer : इस प्रश्न का सही उत्तर (c) है । PGT Hindi Mock Test – 05
रामचन्द्र शुक्ल ने पद्माकर की भावमूर्ति विधायिनी कल्पना की प्रशंसा की –
- भाषा की ललित पदावली के कारण
- ब्लाक्षणिक शब्दों की छटा के कारण
- सुंदर कोमल भाव तरंग के कारण
Question (2) – प्रकृति के सुकुमार कवि और कोमल कल्पना का कवि किसे कहा जाता है ? PGT Hindi Mock Test – 05
(a) सुमित्रानंदन पंत
(b) भारतेंदु
(c) ममता कालिया
(d) निर्मल वर्मा
Answer – प्रकृति के सुकुमार कवि और कोमल कल्पना का कवि सुमित्रानंदन पंत को कहा जाता है।
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सुमित्रानंदन पंत-
- जन्म-1900-1977ई.
- पंत छायावाद के चार प्रमुख स्तंभों में से एक हैं।
-
इस युग को जयशंकर प्रसाद, महादेवी वर्मा, सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ और रामकुमार वर्मा जैसे कवियों का युग कहा जाता है।
- प्रमुख रचनाएँ-
- वीणा 1927 ई.
- युगवाणी 1938ई.
- ग्राम्या 1940ई.
- स्वर्णकिरण 1947ई. आदि।
Question (3) – ‘ठलुआ क्लब’ किसके द्वारा लिखित प्रसिद्ध निबंध है ? PGT Hindi Mock Test – 05
(a) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(b) गुलाबराय
(c) सरदार पूर्ण सिंह
(d) अमृतराय
Answer – ‘ठलुआ क्लब’ गुलाब राय द्वारा लिखित प्रसिद्ध निबंध है। PGT Hindi Mock Test – 05
गुलाबराय-
- जन्म- 1888 – 1963 ईo
- निबंध-
- मन की बातें
- ठलुआ क्लब
- फिर निराशा क्यों?
- मेरी असफलताएँ
- कुछ उथले कुछ गहरे
- मेरे मकान
- प्रीतिभोज PGT Hindi Mock Test – 05
Question (4) – निम्नलिखित में से संगत युग्म है:
(a) बातों के संग्रह – महावीर प्रसाद द्विवेदी
(b) विभक्ति विचार- रामचंद्र शुक्ल
(c) चिंतामणि – अध्यापक पूर्णसिंह
(d) अशोक के फूल – जैनेंद्र PGT Hindi Mock Test – 05
Answer – संगत युग्म है: बातों के संग्रह – महावीर प्रसाद द्विवेदी
बातों के संग्रह – PGT Hindi Mock Test – 05
- महावीर प्रसाद द्विवेदी के निबंधों को आचार्य रामचन्द्र शुक्ल में ‘बातों का संग्रह’ कहा है।
महावीर प्रसाद द्विवेदी-
- जन्म-1864-1938 ई.
- निबंध-
- संपत्तिशास्त्र
- रसज्ञ रंजन
- नाट्य-शास्त्र
- भाषा और व्याकरण
- कवि और कविता
- आत्मनिवेदन आदि।
Question (5) – निम्नांकित में से कौन निबंधकार नहीं है – PGT Hindi Mock Test – 05
(a) सरदार पूर्णसिंह
(b) रामचन्द्र शुक्ल
(c) मोहन राकेश
(d) रामविलास शर्मा
Answer – उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प “रामविलास शर्मा” सही है तथा अन्य विकल्प असंगत है। PGT Hindi Mock Test – 05
- रामविलास शर्मा ने एक भी निबंध नहीं लिखे।
- वे एक साहित्यिक आलोचक हैं।
- साहित्यिक आलोचना
- प्रेमचन्द -1941
- भारतेन्दु युग -1943 (परिवर्द्धित संस्करण भारतेन्दु युग और हिन्दी भाषा की विकास परम्परा -1975)
- निराला -1946
- प्रेमचन्द और उनका युग -1952
- भारतेन्दु हरिश्चन्द्र -1953
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Question (6) – ‘इस माता और इस बहन की सिली हुई कमीज मेरे लिए मेरे शरीर का नहीं मेरी आत्मा का वस्त्र है। इसका पहनना मेरी तीर्थयात्रा है।’ उपर्युक्त उद्धरण ‘सृजन’ में संकलित किस रचना से लिया गया है ? PGT Hindi Mock Test
(a) बाजार दर्शन
(b) ठेले पर हिमालय
(c) तौलिये
(d) मजदूरी और प्रेम
Answer – सही उत्तर ‘मजदूरी और प्रेम‘ है।
- मजदूरी और प्रेम निबंध विधा है।
- जिसके लेखक अध्यापक पूर्ण सिंह है।
- अध्यापक पूर्ण सिंह के कुल छः निबंध है।
- आचार की सभ्यता
- मजदूरी और प्रेम
- सच्ची वीरता
- पवित्रता
- कन्यादान PGT Hindi Mock Test
- अमरीका का मस्त कवि वाल्ट व्हिटमैन।
Question (7) – निम्नलिखित में से हजारी प्रसाद द्विवेदी का निबन्ध कौनसा है? PGT Hindi Mock Test
(a) कविता क्या है
(b) नाखून क्यों बढ़ते है
(c) दिल्ली दरबार दर्पण
(d) मजदूरी और प्रेम
Answer – “नाखून क्यों बढ़ते हैं”, “हजारी प्रसाद द्विवेदी” का निबंध है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (2) नाखून क्यों बढ़ते हैं सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।
- नाखून क्यों बढते है’ हजारी प्रसाद द्विवेदी का प्रसिद्ध निबन्ध है।
- नाखून मनुष्य आदिम हिंसक मनोवृत्ति का परिचायक है।
- नाखून बार-बार बढते हैं और मनुष्य उन्हें बार-बार काट देता है तथा हिंसा से मुक्त होने और सभ्य बनने का प्रयत्न करता है।
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Question (8) –
निम्नलिखित काव्य – पंक्तियों को उनकी काव्य – रचनाओं के साथ सुमेलित कीजिए :
सूची – I |
सूची – II |
||
(a) |
उतरा ज्यों दुर्गम पर्वत पर नैशांधकार चमकती दूर तारायें ज्यों हों कहीं पार। |
(1) |
मैं नीर भरी दुख की बदली |
(b) |
जड़ चेतन सब एकाकार शून्य विश्व के उर में केवल साँसों का आना – जाना! |
(2) |
बीन भी हूँ मैं तुम्हारी रागिनी भी हूँ |
(c) |
हमारे कोण, गलियाँ, अंतरीप, उभार, सैकत कूल, सब गोलाइयाँ उसकी गढ़ी हैं। |
(3) |
राम की शक्ति पूजा |
(d) |
मेरा पग – पग संगीत भरा श्वासों से स्वप्न – पराग झरा नभ के नव रंग बुनते दुकूल छाया में मलय – बयार पली। |
(4) |
प्रथम रश्मि |
|
|
(5) |
नदी के द्वीप |
निम्नलिखित में से कौनसा विकल्प सही है ?
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(a) (a) – (3), (b) – (4), (c) – (5), (d) – (1)
(b) (a) – (2), (b) – (4), (c) – (5), (d) – (1)
(c) (a) – (3), (b) – (2), (c) – (1), (d) – (5)
(d) (a) – (5), (b) – (4), (c) – (3), (d) – (1)
Answer – (A)
काव्य-पंक्तियों का उनकी काव्य-रचनाओं के साथ सही सुमेलन हैं-
सूची – I | सूची – II |
उतरा ज्यों दुर्गम पर्वत पर नैशांधकार चमकती दूर तारायें ज्यों हों कहीं पार। |
राम की शक्ति पूजा |
जड़ चेतन सब एकाकार शून्य विश्व के उर में केवल साँसों का आना – जाना! |
प्रथम रश्मि |
हमारे कोण, गलियाँ, अंतरीप, उभार, सैकत कूल, सब गोलाइयाँ उसकी गढ़ी हैं। |
नदी के द्वीप |
मेरा पग – पग संगीत भरा श्वासों से स्वप्न – पराग झरा नभ के नव रंग बुनते दुकूल छाया में मलय – बयार पली। |
मैं नीर भरी दुख की बदली |
Question (9) – कौन-सी लंबी कविता नहीं है?
(a) प्रलय की छाया
(b) सरोज स्मृति
(c) परिवर्तन
(d) प्रथम रश्मि
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Answer – (d) प्रथम रश्मि लम्बी कविता नहीं है।
कविता और उनके रचनाकार-
रचना | प्रकाशन वर्ष | रचनाकार | विधा |
प्रलय की छाया | 1925ई. | जयशंकर प्रसाद | कविता |
सरोज स्मृति | 1935ई. | सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ | कविता |
परिवर्तन | 1924ई. | सुमित्रानंदन पंत | कविता |
प्रथम रश्मि | 1919ई. | सुमित्रानंदन पंत | कविता |
Question (10) – किसे सूफी काव्य परंपरा के पहले कवि माने जाते हैं?
(a) मुल्ला दाउद
(b) मंझन
(c) जायसी
(d) कुतुबन
Answer – (a)
- सूफी काव्य धारा के अधिंकाश कवि मुसलमान है लेकिन इनमें धार्मिक कट्टरता का अभाव है।
- इन कवियों ने सूफी मत के प्रचार-प्रसार के लिए हिन्दू घरों में प्रचलित प्रेम-कहानियों को अपना काव्य विषय बनाया।
- हिन्दी के प्रथम सूफी कवि ‘मुल्लादाऊद’ को माना जाता है।
Question (11) – “काव्य आत्मा की संकल्पात्मक अनुभूति है जिसका सम्बन्ध विश्लेषण, विकल्प या विज्ञान से नहीं है। वह एक श्रेयमयी प्रेय रचनात्मक ज्ञानधारा है।” यह कथन किसका है –
(a) महादेवी वर्मा
(b) जयशंकर प्रसाद
(c) आचार्य रामचन्द्र शुक्ल
(d) डॉ. नगेन्द्र
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Answer – (b)
- “काव्य आत्मा की संकल्पात्मक अनुभूति है जिसका सम्बन्ध विश्लेषण, विकल्प या विज्ञान से नहीं है।
- वह एक श्रेयमयी प्रेय रचनात्मक ज्ञानधारा है।” यह कथन “जयशंकर प्रसाद” का है।
Question (12) – ‘फैटसमाटा’ का संबंध हिन्दी के किस काव्यान्दोलन से जोड़ा गया हैं?
(a) छायावाद
(b) प्रगतिवाद
(c) प्रयोगवाद
(d) नयी कविता
Answer – (a)
‘फैटसमाटा’ का संबंध हिन्दी के छायावाद काव्यान्दोलन से जोड़ा गया हैं।
फैटसमाटा का अर्थ होता है:- छायाभाषा
छायावाद:
- छायावाद हिंदी साहित्य के रोमांटिक उत्थान की वह काव्य-धारा है जो लगभग ई.स. 1918 से 1936 तक की प्रमुख युगवाणी रही है।
- जयशंकर प्रसाद, सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’, सुमित्रानंदन पंत, महादेवी वर्मा, पंडित माखन लाल चतुर्वेदी इस काव्य धारा के प्रतिनिधि कवि माने जाते हैं।
- छायावाद नामकरण का श्रेय मुकुटधर पाण्डेय को जाता है।
- मुकुटधर पाण्डेय ने श्री शारदा पत्रिका में एक निबंध प्रकाशित किया जिस निबंध में उन्होंने छायावाद शब्द का प्रथम प्रयोग किया |
- प्रकृति प्रेम, नारी प्रेम, मानवीकरण, सांस्कृतिक जागरण, कल्पना की प्रधानता आदि छायावादी काव्य की प्रमुख विशेषताएं हैं।
छायावादी कवि एवं उनकी रचनाएँ:
- जयशंकर प्रसाद– कामायनी (महाकाव्य), आँसू, लहर, झरना।
- सुमित्रानंदन पंत– पल्लव, गुंजन, ग्रंथि, वीणा, उच्छवास।
- महादेवी वर्मा– नीरजा, रश्मि, नीहार, सांध्यगीत।
- सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’– परिमल, गीतिका, तुलसीदास, अनामिका।
- रामकुमार वर्मा– चित्र-रेखा, निशीथ, आकाशगंगा।
Question (13) – ‘पौन मया करि घूँघट टारै, दया करी दामिनी दीप देखाबै’ – काव्य पंक्ति किस कवि की है?
(a) नेही नागरिदास
(b) पद्माकर
(c) देव
(d) ग्वाल
Answer –
- प्रस्तुत पंक्ति नेही नागरिदास द्वारा रचित है।
- पद्माकर , देव और ग्वाल कवि रीतिबद्ध धारा के प्रमुख कवि हैं।
- यह काव्यधारा उन कवियों की है जिन्होंने राजाओं व सामंतों को शास्त्रीय ज्ञान देने के लिए लक्षण ग्रंथों की रचना की।
Question (14) – ‘रस कविता को अंग, भूषन है भूषन सकल।’ काव्य के संदर्भ में यह पंक्ति किसकी है ?
(a) देव
(b) भूषण
(c) भिखारी दास
(d) केशवदास
Answer – (c)
‘रस कविता को अंग, भूषन है भूषन सकल।’ काव्य के संदर्भ में यह पंक्ति भिखारी दास की है।
पूर्ण पंक्तियाँ हैं-
- रस कविता को अंग, भूषन है भूषन सकल।
गुन सरूप औ रंग, दुशन करै कुरूपता॥ - भिखारीदास ने इन पंक्तियों में काव्य का लक्षण बताया है।
Question (15) – रीतिकाल के कवि रसलीन का लिखा ग्रंथ इनमें से कौन सा है?
(a) अंग दर्पण
(b) यमुना लहरी
(c) रस रत्नाकर
(d) ब्रजविलास
Answer – (a)
रीतिकाल के कवि रसलीन का लिखा ग्रंथ है-अंग दर्पण।
अंग दर्पण-
- रचनाकार-रसलीन
- प्रकाशन वर्ष-1737 ई.
- विषय–
- नखशिख वर्णन का ग्रन्थ है।
- 180 दोहों का वर्णन है।