Rajasthan Culture

राजस्थान के संत

राजस्थान के संत राजस्थान में धार्मिक आंदोलन के प्रमुख कारण, प्रभाव एवं महव   धार्मिक आंदोलन के प्रमुख कारण   1. भक्ति आंदोलन – मध्यकालीन भारत की सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण घटना भक्ति आंदोलन का प्रबल होना था, तो वहीं भक्ति आंदोलन की शुरूआत 6वीं सदी में दक्षिणी भारत से मानी जाती है, जहाँ अलवार संतों के […]

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राजस्थान की प्रमुख लोकदेवियाँ / 50+ Popular goddesses of Rajasthan

राजस्थान की प्रमुख लोकदेवियाँ लोकदेवी से तात्पर्य ऐसी महान् महिलाओं से है जो नारी रूप में जन्म लेकर अपने जनकल्याणकारी कार्यों, अलौकिक चमत्कारों के साथ ही लोकहित में कुछ ऐसा कर गई की आज भी लोग उनकी   लोक देवियों के रूप में पूजा करते हैं। आदि शक्तिपीठ हिंगलाज माता– भगवान शिव की प्रथम पत्नी

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राजस्थान के प्रमुख लोकदेवता

राजस्थान के प्रमुख लोकदेवता समय-समय पर उत्कृष्ट कार्य, बलिदान, उत्सर्ग या परोपकार करने वाले महापुरुषों को ‘लोक देवता’ या ‘पीर’ कहा जाता है। अर्थात् लोकदेवता से तात्पर्य ऐसे महान् पुरुषों से है जो मानव रूप में जन्म लेकर अपने जनकल्याणकारी कार्यों, अलौकिक चमत्कारों के साथ ही लोकहित में बलिदान हो गए, जिन्हें वर्तमान में देवताओं

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अभिवृद्धि और विकास में अंतर Differences Between Growth and Development

Differences Between Growth and Development

अभिवृद्धि और विकास में अंतर / Differences Between Growth and Development   विकास की विभिन्न अवस्थाओं में बालक होने वाले परिवर्तनों में गति और मात्रा में अंतर पाया जाता है यह परिवर्तन अभिवृत्ति सूचक और विकास सूचक दोनों प्रकार के होते हैं अतः वृद्धि और विकास के अर्थ और उनके अंतर को समझना आवश्यक है

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