Testnote

Excretion-in-plants

 पादपों में उत्सर्जन  Excretion in Plants    पादपों में कोई विशेष प्रकार के उत्सर्जन अंग नहीं पाये जाते है लेकिन फिर भी अतिरिक्त जल व जल में घुलनशील लवणों को पौधों के वायवीय भागों से उत्सर्जित कर दिया जाता है | पादपों में उत्सर्जन मुख्यत: दो क्रियाओं द्वारा होता है :-  1. वाष्पोत्सर्जन / Transpiration  […]

Excretion-in-plants Read More »

Nutrition-in-plants

 पादपों में पोषण  Nutrition In Plants    (Nutrition-in-plants ) जैविक क्रियाओं, वृद्धि, विकास एवं जनन के लिए पौधों में मुख्यतया मृदा से खनिज – लवण प्राप्त किए जाते है | इसे ही पोषण कहते है |  “वॉन हेलमॉण्ट ” ने सर्वप्रथम प्रेक्षित किया कि पौधे की वृद्धि के साथ मृदा के वजन में कमी आने

Nutrition-in-plants Read More »

Human-Health-and-Diseases

Human Health  स्वास्थ्य वह अवस्था है, जिसमे मनुष्य का शरीर सुचारू रूप से अपने कार्य पूरा करता है | स्वस्थ होना केवल शारीरिक ही नहीं अपितु मानसिक तथा सामाजिक रूप से ठीक होना भी है | जीव की शारीरिक या मानसिक संरचना को यदि किसी कारण से अवरुद्ध होना पड़ता है तो वह रोगग्रस्त अवस्था

Human-Health-and-Diseases Read More »

Different-parts-of-plants-leaves

 Different Parts of Plants – leaves पौधों के विभिन्न भाग – पत्तियाँ      पत्तियाँ पौधे के वायवीय भागों जैसे – तने की शाखाओं, कक्षीय कलिकाओं आदि से विकसित होती है | ये पत्तियाँ सामान्यतया हरे रंग (क्लोरोफिल वर्णक की उपस्थिति से) होती है तथा पत्तियों में प्रकाश संश्लेषण की क्रिया से भोज्य पदार्थों का

Different-parts-of-plants-leaves Read More »

Different-parts-of-plant-stem

 Different Part of Plants – Stem  पौधों के विभिन्न भाग – तना      तने का विकास परंकुर से होता है | सामान्यतया तना वायवीय, धनात्मक प्रकाशनुवर्ती, ऋणात्मक गुरुत्वनुवर्ती होता है | नये तने सामान्यतया हरे होते है जिनमे प्रकाश संश्लेषण होता है | तने से उत्पन्न शाखाओं पर फल कलिकाएँ पाई जाती है |

Different-parts-of-plant-stem Read More »

Different-parts-of-plant

 Different parts of plants (पौधों के विभिन्न भाग) पादप आकारिकी  पौधों के विभिन्न भागों (जड़, तना, पत्ती, फल, फूल आदि) की बाह्य संरचना का अध्ययन पादप में करते है | विल्हेम हॉफमिंस्टर को पादप आकारिकी का जनक माना जाता है | पादपों के विभिन्न भागों में वातावरण के साथ अधिकतम अनुकूलन  दर्शाने हेतु कई रूपांतरण

Different-parts-of-plant Read More »

Fungi

  कवक / Fungi   इन्हें व्हीटेकर के पंच जगत वर्गीकरण में कवक जगत में बहुकोशिकीय, यूकैरियोटिक एवं विषमपोषी के साथ रखा गया है |   ये परिस्थितिकी तंत्र में अपघटक का कार्य करते है |   कवक का शरीर जाल के रूप में फैला रहता है इस जाल में अनेक कवक तन्तु हाईफी पाए

Fungi Read More »

Microbiology

      Microbiology       सूक्ष्म जीव :- जीवाणु, वायरस , कवक  (लाभकारी  एवं  हानिकारक)   सूक्ष्म जीव :- वे जीव जो हमे नग्न आँखों  से दिखाई नहीं देते है सूक्ष्म जीव कहलाते है | ये एक  कोशिकीय या बहुकोशिकीय हो सकते है | जैसे :- जीवाणु, वायरस, कवक , शैवाल, अवपंक कवक, माइकोप्लाज्मा

Microbiology Read More »

CHEMISTRY-ATOMIC STRUCTURE

 Chemistry unit – 01 ATOMIC STRUCTURE  Q. 01) अल्फ़ा, इलेक्ट्रान, प्रोटोन और न्यूट्रॉन में से किसकी  दी – ब्रोग्ली तरंग दैर्ध्य सबसे अधिक होगी ? (A) अल्फ़ा (B) इलेक्ट्रान  (C) प्रोटोन  (D) न्यूट्रॉन                  (B) इलेक्ट्रान    Q. 02) इलेक्ट्रान तथा प्रोटोन का वेग समान हो तो इनके डी – ब्रोग्ली तरंग दैर्ध्य  का

CHEMISTRY-ATOMIC STRUCTURE Read More »

Growth and Development

  Growth and Development (अभिवृद्धि एवं विकास )   पेस्टोलॉजी ने 1774 ई. में  अपने ही 3.5 वर्षीय पुत्र का अध्ययन किया और उसके विकास को समझते हुए बेबी बायोग्राफी नामक लेख लिखा | नोट :- सर्वप्रथम बालक के विकास को लेकर जो विचार पेस्टोलॉजी के द्वारा बेबी बायोग्राफी के माध्यम से आगे बढ़ा उसी

Growth and Development Read More »

error: सावधान ! Content is protected !!