लूनी नदी

लूनी नदी

लूनी नदी – राजस्थान में बहने वाली पश्चिमी राजस्थान की सबसे लम्बी अरब सागरीय अपवाह तंत्र की यह नदी अजमेर में आनासागर झील के समीप स्थित नाग पहाड़ी से निकलती है।

इसके उद्गम स्थल पर इसको सागरमती/सरगावती कहते हैं। गोविन्दगढ़ (अजमेर) में ‘सरस्वती’ नामक धारा से मिलने के बाद इसको लूनी के नाम से जाना जाता है। पुष्कर के निकट साक्री, मांचौर में रेल/नाड़ा भी कहते हैं।

 

इसका जल बालोतरा तक मीठा व बाद में खारा है। इसे मीठी-खारी नदी, मरुस्थल की गंगा आदि नामों से जाना जाता है। लूनी नदी का उत्तरी क्षेत्र बालू रेत की अधिकता एवं फैलाव के कारण थली (रेत ही रेत) कहलाता है।

 

कालीदास ने इस नदी को ‘अन्तः सलिला’ कहा है। इसका प्रवाह क्षेत्र गोड़वाड़ प्रदेश कहलाता है। लूनी नदी की सहायक नदियाँ क्रमशः लीलड़ी (सबसे पहले मिलने वाली), जोजड़ी, गुहिया, बाण्डी, सूकड़ी, मीठड़ी, जवाई, खारी एवं सागी (सबसे अंत में मिलने वाली)।

 

अजमेर, ब्यावर, डेगाना (नागौर), बिलाड़ा (जोधपुर ग्रामीण), बालोतरा, बाड़मेर तथा सांचौर (7 जिलों) में बहती हुई यह नदी कच्छ के रन में गिर जाती है।

 

01. लूनी नदी मुख्यतः बहती है ?

(1) राजस्थान
(2) गुजरात
(3) पंजाब
(4) हरियाणा
 
Ans. (1)
 
 
 

02 आधी खारी-आधी मीठी कौनसी नदी कहलाती है?

(1) चम्बल
(2) लूनी
(3) बनास
(4) बाणगंगा
 
Ans. (2)
 

03.  लूनी नदी का जल उद्गम से लेकर किस स्थान तक मीठा रहता है और उसके बाद खारा हो जाता है-

(1) समदड़ी
(2) बालोतरा
(3) सिवाना
(4) मांचार
 
Ans. (2)
 

04. निम्नलिखित में से राजस्थान की कौनसी नदी बंगाल की खाड़ी अपवाह-तंत्र की नदियों में शामिल नहीं है-

 
(1) चंबल
(2) लुनी
(3) बनास
(4) बाणगंगा
 
Ans. (2) 
 

05. डेगाना, बिलाड़ा, पाली तथा जालौर भाग हैं –

 
(1) माही बेसिन के
(2) चम्बल बेसिन के
(3) लूनी बेसिन के
(4) साबरमती बेसिन
 
Ans. (3) 
 

06. लूनी का उत्तरी क्षेत्र कहलाता है-

 
(1) थली
(2) रियन
(3) रोही
(4) मेजा
 
Ans. (1) 
 

07. लीलड़ी, मीठड़ी, बांडी, सूकड़ी किसकी सहायक नदियां है ?

(1) बेड़च
(2) लूनी
(3) बनास
(4) घग्घर
 
Ans. (2) 
 

08. निम्न में से कौनसा एक युग्म (मुख्य नदी- सहायक नदी) सही सुमेलित नहीं है ? 

(1) लूनी-सागी
(2) बनास – गुहिया
(3) चम्बल-बनास
(4) यमुना – गम्भीरी
 
Ans. (2)
 

09. यदि हम लूनी नदी के किनारे इसके उद्‌गम से अंत तक यात्रा करते हैं, तो हम इसकी सहायक नदियों को किस क्रम में पायेंगे-

1. जवाई
2. बाण्डी
3. सूकड़ी
4. गुहिया
 
कूटः
(1) 3, 2, 1, 4
(2) 4, 2, 3, 1
(3) 1, 2, 3, 4
(4) 4, 3, 2, 1
 
Ans. (2) 
 

10. निम्नलिखित में से अरब सागरीय अपवाह तंत्र का उदाहरण है ?

(1) मेनाल, कोठारी, बेडच
(2) जोजड़ी, बेडच, मेनाल
(3) कोठारी, सोम, रूपारेल
(4) जोजड़ी, बांडी, जवाई
 
Ans. (4) 
 

11. निम्न में से जवाई नदी किस नदी की सहायक नदी है-

(1) माही
(2) लूनी
(3) बनास
(4) सूकड़ी
 
Ans. (2)
 

12. लूनी की सहायक नदी नहीं है ?

(1) जोजरी
(2) सूकड़ी
(3) गुहिया
(4) मेंन्डा
 
Ans. (4)
 

13. लूनी नदी के विषय में निम्न में से कौनसा कथन असत्य है – 

 
(1) लूनी नदी बेसिन की पूर्वी सीमा ‘काला भूरा डूंगर’ है।
(2) यह नदी कच्छ के रण तक प्रवाहित होती है।
(3) उद्गम से बालोतरा कस्बे तक इसका पानी मीठा है।
(4) यह राजस्थान के कुल अपवाह क्षेत्र के 5.6 प्रतिशत भाग पर प्रवाहित होती है।
 
Ans. (4)
 
व्याख्या – लूनी नदी राजस्थान के कुल अपवाह क्षेत्र के 10.40 प्रतिशत भाग पर प्रवाहित होती है।
 

14 लूनी नदी के प्रदूषण का प्रमुख स्रोत क्या है?

 
(1) रंगाई-छपाई उद्योग
(2) ग्वार-गम उद्योग
(3) इन्जीनियरिंग उद्योग
(4) हैन्डी क्राफ्ट उद्योग
 
Ans. (1)
 
व्याख्या : पाली के रंगाई-छपाई उद्योगों एवं वस्त्र उद्योग के कारण लूनी की सहायक नदी बाण्डी नदी प्रदूषित हो रही है। बाण्डी नदी को ‘केमिकल रिवर’ कहते हैं।
 

15. पाली के वस्त्रोद्योग के कारण कौनसी नदी प्रदूषित हो रही है ?

 
(1) सुकड़ी
(2) लीलड़ी
(3) जवाई
(4) इनमें से कोई नहीं
 
Ans. (4) 
 

16. लूनी नदी की निम्न सहायक नदियों में अरावली पर्वतमाला से नहीं निकलने वाली नदी है ?

(1) बांडी
(2) जोजड़ी
(3) लीलड़ी
(4) जवाई
 
Ans. (2)
 
व्याख्या – जोजड़ी (जोजरी) का उद्गम स्थल नागौर जिले की पोंडलू गाँव की पहाड़ियाँ है। यह नागौर, जोधपुर ग्रामीण में बहती है। यह लूनी नदी की एकमात्र सहायक नदी है जो उसमें दायीं ओर से मिलती है तथा जिसका उद्गम अरावली की पहाड़ियाँ नहीं है। लूनी की अन्य सभी सहायक नदियाँ अरावली से निकलती है।

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