राजस्थान का सामान्य परिचय
राजस्थान के प्राचीन नाम-
1. ऋग्वेद- ऋग्वेद में राजस्थान का नाम ब्रहमवर्त लिखा गया है।
2. रामायण- महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण नामक ग्रंथ में राजस्थान के लिए मरुकांतार शब्द का प्रयोग किया गया है।
3. मुहणौत नैणसी री ख्यात तथा राजरूपक- मुहणोत नैणसी री ख्यात तथा राजरूपक नामक ग्रंथ में राजस्थान के लिए राजस्थान शब्द का प्रयोग किया गया है।
4. जाॅर्ज थाॅमस- जाॅर्ज थाॅमस ने सर्वप्रथम 1800 ई. में राजस्थान के लिए राजपूताना शब्द का प्रयोग किया था।
5. कर्नल जेम्स टाॅड- कर्नल जेम्स टाॅड ने राजस्थान के लिए राजस्थान, रजवाड़ा तथा रायथान नामक शब्दों का प्रयोग किया था।
25 मार्च 1948- स्वतन्त्रता के बाद पहली बार राजस्थान नाम का प्रयोग एकीकरण के दूसरे चरण के दौरान 25 मार्च 1948 को किया गया था।
26 जनवरी 1950- राजस्थान का विधिवत रूप से राजस्थान नाम एकीकरण के छठे चरण में 26 जनवरी 1950 को दिया गया था।
बसंतगढ़ शिलालेख- बसंतगढ़ शिलालेख राजस्थान के सिरोही जिले में स्थित है। यह शिलालेख विक्रम संवंत 682 (625 ई.) का है। यह शिलालेख कुटिल लिपि तथा संस्कृत भाषा में लिखि गया है। बंसतगढ़ शिलालेख चावड़ा या चावडा वंश के शासक वर्मलात के समय का माना जाता है। बसंतगढ़ शिलालेख में राजस्थान के लिए सर्वप्रथम लिखित प्रमाण के रूप में राजस्थान द्वितीया शब्द मिला।
कर्क रेखा- कर्क रेखा को 23½° (23.5°) उत्तरी अक्षांश रेखा भी कहते है। राजस्थान में कर्क रेखा डूंगरपुर जिले की चिखली (चिकली) तहसील के चिखली (चिकली) गांव के नजदीक से होते हुए बांसवाड़ा जिले की कुशलगढ़ तहसील से गुजरती है। राजस्थान में कर्क रेखा की कुल लम्बाई 26 किलोमीटर है।
आकृति- राजस्थान की आकृति पतंगाकार या विषमकोणीय चतुर्भुजाकार जैसी है। तथा भारत की आकृति चतुष्कोणीय है। राजस्थान की आकृति के बारे में सर्वप्रथम टी.एच. हेण्डले ने बताया था।
लम्बाई- राजस्थान की उत्तर से दक्षिण की कुल लम्बाई 826 किलोमीटर है। तथा पूर्व से पश्चिम की कुल लम्बाई 869 किलोमीटर है। राजस्थान की उत्तर-दक्षिण व पूर्व-पश्चिम की लम्बाई में कुल 43 किलोमीटर का अन्तर है।
राजस्थान की स्थिति एवं विस्तार-
भारत- राजस्थान भारत के उत्तर-पश्चिम में स्थित है। अर्थात् भारत के मानचित्र में राजस्थान की निरपेक्ष स्थिति उत्तर-पश्चिम है।
ग्लोब या गोलार्द्ध- ग्लोब में राजस्थान उत्तरी-पूर्वी गोलार्द्ध में स्थित है।
मेड़ता (नागौर)- राजस्थान के किसी भी स्थान की निरपेक्ष स्थिति मेड़ता (नागौर) से ज्ञात की जाती है।
नागपुर (महाराष्ट्र)- भारत के किसी भी स्थान की निरपेक्ष स्थिति महाराष्ट्र के नागपुर से ज्ञात की जाती है।
राजस्थान में सूर्य की किरणों की स्थिति-
21 जून- राजस्थान में सबसे बड़ा दिन व सबसे छोटी रात 21 जून को होती है क्योकी 21 जून को दिन 13 घण्टे व 27 मिनट का होता है तथा रात 10 घण्टे 33 मिनट की होती है। राजस्थान का सबसे गर्म दिन भी 21 को ही होता है क्योकी 21 जून के दिन राजस्थान में सूर्य की किरणें सर्वाधिक सीधी होती है। राजस्थान में सूर्य की सर्वाधिक सीधी किरणों वाला जिला बांसवाड़ा है। बांसवाड़ा जिले में सूर्य की सर्वाधिक सीधी किरणें 21 जून को पड़ती है।
22 दिसम्बर- राजस्थान में सबसे छोटा दिन व सबसे बड़ी रात 22 दिसम्बर को होती है। राजस्थान में सबसे ठंडा दिन भी 22 दिसम्बर को होता है क्योकी 22 दिसम्बर के दिन राजस्थान में सूर्य की किरणें सर्वाधिक तिरछी होती है। राजस्थान में सूर्य की सर्वाधिक तिरछी किरणों वाला जिला श्री गंगानगर है। श्री गंगानगर में सूर्य की सर्वाधिक तिरछी किरणें 22 दिसम्बर को पड़ती है।
21 मार्च व 23 सितम्बर- राजस्थान में 21 मार्च तथा 23 सितम्बर को दिन व रात की अवधि बराबर होती है।
सूर्योदय व सूर्यास्त- राजस्थान में सबसे पहले सूर्योदय व सबसे पहले सूर्यास्त धौलपुर जिले के सिलाना गांव में होता है। तथा राजस्थान में सबसे अन्त (सबसे बाद) में सूर्योदय व सबसे अन्त में सूर्यास्त जैसलमेर जिले की सम तहसील के कटरा गांव में होता है। सूर्य को एक देशान्तर पार करने में 4 मिनट का समय लगता है। राजस्थान के पूर्वी तथा पश्चिमी छोर में सूर्योदय व सूर्यास्त का अंतर 35 मिनट 8 सैकण्ड है।
भारत के नक़्शे में राजस्थान की स्थिति पश्चिमी भाग में है। राजस्थान का आकर विषमकोणीय चतुर्भुज के सामान है। राजस्थान का विस्तार पूर्व से पश्चिम तक 869 किलोमीटर है, जबकि उत्तर से दक्षिण तक 826 किलोमीटर है। अगर हम राजस्थान की स्थिति को अक्षांशीय व देशांतरीय रेखाओं में देखें तो राजस्थान का अक्षांशीय विस्तार 23° 03′ उत्तर से 30° 12′ उत्तर है जिसका अंतर 7° 09 मिनट है। राजस्थान का देशांतरीय विस्तार 69° 30′ पूर्वी देशांतर से 78° 17′ पूर्वी देशांतर है। जिसका अंतर 8° 47 मिनट है।
कर्क रेखा राजस्थान को बांसवाड़ा एवं डूंगरपुर जिलों में काटती है। इस वजह से 22 जून को यहाँ सूर्य बिल्कुल सीधा चमकता है।
राजस्थान से लगती अंतर्राष्ट्रीय सीमा
राजस्थान की स्थलीय सीमा 5920 किलोमीटर की है, जिसमे से 1070 किलोमीटर की अंतर्राष्ट्रीय सीमा है जो भारत को पाकिस्तान से अलग करती है। राजस्थान की इस अंतर्राष्ट्रीय सीमा को रेडक्लिफ रेखा (REDCLIF LINE) कहते है।
अन्तराष्ट्रीय सीमा- 1070 किलोमीटर
भारत में रेडक्लिफ रेखा (अन्तराष्ट्रीय रेखा)- भारत में रेडक्लिफ रेखा की कुल लम्बाई 3310 किलोमीटर है। जो की भारत के क्रमशः चार राज्यों से लगती है। जैसे-
1. जम्मू-कश्मीर- जम्मू कश्मीर में रेडक्लिफ रेखा की कुल लम्बाई 1216 किलोमीटर है। भारत में रेडक्लिफ रेखा की सबसे अधिक सीमा जम्मू कश्मीर राज्य को लगती है।
2. राजस्थान- राजस्थान में रेडक्लिफ रेखा की कुल लम्बाई 1070 किलोमीटर है।
3. पंजाब- पंजाब में रेडक्लिफ रेखा की कुल लम्बाई 514 किलोमीटर है।
4. गुजरात- गुजरात में रेडक्लिफ रेखा की कुल लम्बाई 510 किलोमीटर है। भारत में रेडक्लिफ रेखा की सबसे कम सीमा गुजरात राज्य को लगती है।
राजस्थान में रेडक्लिफ रेखा (अन्तराष्ट्रीय रेखा)- राजस्थान में रेडक्लिफ रेखा की कुल लम्बाई 1070 किलोमीटर है। जो की राजस्थान के क्रमशः चार जिलों से लगती है। जैसे-
1. श्री गंगानगर- श्री गंगानगर में रेडक्लिफ रेखा की कुल लम्बाई 210 किलोमीटर है।
2. बीकानेर- बीकानेर में रेडक्लिफ रेखा की कुल लम्बाई 168 किलोमीटर है। राजस्थान में रेडक्लिफ रेखा की सबसे कम सीमा बीकानेर जिले को लगती है।
3. जैसलमेर- जैसलमेर में रेडक्लिफ रेखा की कुल लम्बाई 464 किलोमीटर है। राजस्थान में रेडक्लिफ रेखा की सबसे अधिक सीमा जैसलमेर जिले को लगती है।
4. बाड़मेर- बाड़मेर में रेडक्लिफ रेखा की कुल लम्बाई 228 किलोमीटर है।
पाकिस्तान- राजस्थान के साथ पाकिस्तान के 2 प्रांत (पंजाब व सिंध प्रांत) व 9 जिलों की सीमा लगती है। जैसे-
1. पंजाब प्रांत- पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के 3 जिलों की सीमा राजस्थान से लगती है। जैसे- बहावलनगर, बहालपुर, रहिमयार खाँ
2. सिंध प्रांत- पाकिस्तान के सिंध प्रांत के 6 जिलों की सीमा राजस्थान से लगती है। जैसे- घोटकी, सुकुर, सुंधर, खैरपुर, उमरकोट, थारपारकर
जिला मुख्यालय- राजस्थान का पाकिस्तान से सबसे निकटतम जिला मुख्यालय श्रीगंगानगर है। तथा संभागीय मुख्यालय बीकानेर है।
अन्तर्राज्यीय सीमा- 4850 किलोमीटर
राजस्थान में अन्तर्राज्यीय सीमा की कुल लम्बाई 4850 किलोमीटर है जो की क्रमशः 5 राज्यों से लगती है। जैसे-
1. पंजाब- 89 किलोमीटर
2. हरियाणा- 1262 किलोमीटर
3. उत्तर प्रदेश- 877 किलोमीटर
4. मध्य प्रदेश- 1600 किलोमीटर
5. गुजरात- 1022 किलोमीटर
1. पंजाब- राजस्थान के साथ सबसे कम अन्तर्राज्यीय सीमा पंजाब की लगती है। राजस्थान को पंजाब की अन्तर्राज्यीय सीमा उत्तर दिशा में लगती है। राजस्थान, पंजाब के साथ कुल 89 किलोमीटर लम्बी अन्तर्राज्यीय सीमा बनाता है। राजस्थान के 2 जिले श्री गंगानगर व हनुमानगढ़ की अन्तर्राज्यीय सीमा पंजाब के 2 जिले फाजिल्का व मुक्तसर के साथ लगती है। पंजाब के साथ सबसे कम सीमा राजस्थान का हनुमानगढ़ जिला बनाता है तथा सबसे बड़ी सीमा श्री गंगानगर जिला बनाता है।
2. हरियाणा- राजस्थान को हरियाणा की अन्तर्राज्यीय सीमा उत्तर-पूर्व दिशा में लगती है। राजस्थान, हरियाणा के साथ कुल 1262 किलोमीटर लम्बी अन्तर्राज्यीय सीमा बनाता है। राजस्थान के 7 जिलों की अन्तर्राज्यीय सीमा हरियाणा के 7 जिलों के साथ लगती है। जैसे-
# | राजस्थान के 7 जिले | हरियाणा के 7 जिले |
---|---|---|
1 | हनुमानगढ़ (बड़ी सीमा) | सिरसा |
2 | चुरू | हिसार |
3 | झुन्झुनू | फतेहाबाद |
4 | सीकर | महेन्द्रगढ़ |
5 | जयपुर (छोटी सीमा) | भिवानी |
6 | अलवर | रेवाड़ी |
7 | भरतपुर | मेवात |
# | राजस्थान के 10 जिले | मध्य प्रदेश के 10 जिले |
---|---|---|
1 | धौलपुर | मुरैना |
2 | करौली | शिवपुरी |
3 | सवाई माधोपुर | श्योपुर |
4 | कोटा | झाबुआ |
5 | झालावाड़ (सबसे अधिक) | गुना |
6 | चित्तौड़गढ़ | राजगढ़ |
7 | भीलवाड़ा (सबसे कम) | मालवा |
8 | बाराँ | मन्दसौर |
9 | प्रतापगढ़ | रतलाम |
10 | बांसवाड़ा | नीमच |
# | राजस्थान के 6 जिले | गुजरात के 6 जिले |
---|---|---|
1 | बांसवाड़ा | कच्छ |
2 | डूंगरपुर | बनासकांठा |
3 | उदयपुर (सबसे अधिक) | साबरकांठा |
4 | सिरोही | दाहोद |
5 | जालौर | अरावली |
6 | बाड़मेर (सबसे कम) | माही सागर |
# | राजस्थान के जिले | राज्य |
---|---|---|
1 | हनुमानगढ़ | पंजाब व हरियाणा |
2 | भरतपुर | हरियाणा व उत्तर प्रदेश |
3 | धौलपुर | उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश |
4 | बांसवाड़ा | मध्य प्रदेश व गुजरात |
- नागौर
- पाली
- जोधपुर
- अजमेर
- राजसमंद
- टोंक
- बूंदी
- दौसा
राजस्थान के एकीकरण के पश्चात बनाने वाले जिले
- धौलपुर – 15 अप्रैल 1982
- बारां – 10 अप्रैल 1991
- दौसा – 10 अप्रैल 1991
- राजसमंद – 10 अप्रैल 1991
- हनुमानगढ़ – 12 जुलाई 1994
- करौली – 19 जुलाई 1997
- प्रताप ग्रह – 26 जनवरी 2008
राजस्थान के संभाग
राजस्थान में संभागीय व्यवस्था की शुरूआत 1949 में हीरालाल शास्त्री सरकार द्वारा की गई।अप्रैल, 1962 में मोहनलाल सुखाडि़या सरकार के द्वारा संभागीय व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया। 15 जनवरी, 1987 में हरि देव जोशी सरकार के द्वारा संभागीय व्यवस्था की शुरूआत दुबारा की गई।
1987 में राजस्थान का छठा संभाग अजमेर को बनाया गया।यह जयपुर संभाग से अलग होकर नया संभाग बना। 4 जुन, 2005 को राजस्थान का 7वां संभाग भरतपुर को बनाया गया।
# | जिले | क्षेत्रफल |
---|---|---|
1 | जैसलमेर | 38401 वर्ग किलोमीटर |
2 | बीकानेर | 30247 वर्ग किलोमीटर |
3 | बाड़मेर | 28387 वर्ग किलोमीटर |
4 | जोधपुर | 22850 वर्ग किलोमीटर |
5 | नागौर | 17716 वर्ग किलोमीटर |
# | जिले | क्षेत्रफल |
---|---|---|
1 | धौलपुर | 3033 वर्ग किलोमीटर |
2 | दौसा | 3432 वर्ग किलोमीटर |
3 | डूंगरपुर | 3770 वर्ग किलोमीटर |
4 | राजसमंद | 3860 वर्ग किलोमीटर |
5 | प्रतापगढ़ | 4449 वर्ग किलोमीटर |
6 | सवाई माधोपुर | 4496 वर्ग किलोमीटर |
# | जिले | क्षेत्रफल |
---|---|---|
1 | कच्छ | 45652 वर्ग किलोमीटर |
2 | लेह | 45110 वर्ग किलोमीटर |
3 | जैसलमेर | 38401 वर्ग किलोमीटर |
# | राज्य | क्षेत्रफल |
---|---|---|
1 | राजस्थान | 342,239 वर्ग किलोमीटर |
2 | मध्य प्रदेश | 308,252 वर्ग किलोमीटर |
3 | महाराष्ट्र | 307,713 वर्ग किलोमीटर |
# | राज्य | क्षेत्रफल |
---|---|---|
1 | गोवा | 3702 वर्ग किलोमीटर |
2 | सिक्किम | 7097 वर्ग किलोमीटर |
# | दिशा | अंतिम स्थान |
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1 | उत्तर | कोणा गाँव, श्री गंगानगर |
2 | दक्षिण | बोरकुण्डा गाँव, कुशलगढ़ तहसील, बासवाड़ा |
2 | पूर्व | सिलाना गाँव, राजखेड़ा तहसील, धौलपुर |
2 | पश्चिम | कटरा गाँव, सम तहसील, जैसलमेर |