जालौर के चौहान

कीर्तिपाल चौहान

 
जालौर का प्राचीन नाम ‘जाबालिपुर’ था। जाबालिपुर पर प्रारम्भ में प्रतिहारों ने शासन किया। प्रतिहार कन्नौज चले गए तो बाद में यहाँ सौनगरा चौहान वंश की स्थापना 1181 ई. में कीर्तिपाल चौहान ने की। मुहणौत नैणसी [(जोधपुर के शासक जसवंत सिंह का दीवान था जिसने दो ग्रंथ 1. मारवाड़ रा परगना री विगत (राजस्थान का गजेटियर) 2. मुहणौत नैणसी री ख्यात (जनगणना का अग्रज) लिखे], ने कीर्तिपाल के बारे में कहा की ‘कीतू एक महान राजा’ तो जयपुर के मुंशी देवी प्रसाद (कानून की माता) ने मुहणौत नैणसी को ‘राजपूताने का अबुल फजल’ कहा, क्योंकि उसे पता नहीं था कि अकबर के नवरत्नों में से एक कवि अबुल फजल भी राजस्थान के नागौर जिले से संबंधित थे।
 
ध्यातव्य रहे-1177 ई. में सामंत सिंह ने कीर्तिपाल चौहान के हाथों पराजित होने के बाद डूंगरपुर राज्य की स्थापना की।
 

कान्हड़ देव (1305-11 ई.)

 
जालौर के चौहान वंश का सबसे प्रतापी शासक ‘कान्हड़ देव’ था जिसकी जानकारी पद्मनाभ द्वारा रचित ‘कान्हड़ दे प्रबंध’ से मिलती है। कान्हड़ देव के समकालीन दिल्ली सल्तनत का बादशाह अलाऊद्दीन खिलजी (1296-1316) था जिसने साम्राज्यवादी नीति के तहत 1305 ई. में एन-उल- -मुल्क मुल्तानी के नेतृत्व में जालौर पर आक्रमण करने के लिए सेना भेजी लेकिन कान्हड़ दे व एन. उल-मुल्क-मुल्तानी के मध्य समझौता हो गया जिसके तहत कान्हड़दें ने अपने पुत्र वीरमदेव को अलाऊद्दीन खिलजी के दरबार में नियुक्त कर दिया।
 
ध्यातव्य रहे-फरिश्ता के अनुसार अलाउद्दीन खिलजी का जालौर पर द्वितीय आक्रमण 1311 ई. में हुआ।
 
वीरमदेव जब दरबार में पहुँचा तो अलाऊद्दीन खिलजी की शहजादी फिरोजा ने वीरम देव को देखा और उससे वह प्यार कर बैठी। फिरोजा वीरम से शादी के सपने सजाने लगी जिसका पता अलाऊद्दीन को चल गया। पहले तो अलाऊद्दीन ने फिरोजा को समझाया पर वह नहीं मानी तो अलाऊद्दीन ने वीरमदेव को बुलाकर फिरोजा से शादी करने को कहा। वीरमदेव सुबह जवाब देने के लिए कहते हुए वहाँ से रवाना हुआ और रात को दिल्ली से भागकर जालौर पहुँचा। सुबह अलाऊद्दीन को इस बात का पता चला तो वह नाराज हुआ और कमालुद्दीन गुर्ग के नेतृत्व में जालौर पर आक्रमण के लिए सेना भेजी।
 
गुर्ग ने जालौर से पहले ‘जालौर दुर्ग की कुंजी / मारवाड़ के राजाओं की शरण स्थली’ के उपनाम से प्रसिद्ध सिवाना दुर्ग पर आक्रमण किया। उस समय वहाँ का शासक शीतलदेव चौहान था। कमालुद्दीन गुर्ग ने वहाँ के सेनापति भाँवला को दुर्ग का लालच देकर सिवाणा दुर्ग के ‘भाँडेलाव जलाशय’ में गौ रक्त मिलवा दिया जिससे दुर्ग में पेयजल की समस्या आ गई। 1308 ई. को मजबूरी में दुर्ग के फाटक खोलने पड़े जिसमें राजपूतों केसरीया व महिलाओं ने जौहर किया अत: यह सिवाणा का साका कहलाता है। सिवाना दुर्ग को जीतने के बाद अलाऊद्दीन ने दुर्ग का नाम ‘खैराबाद’ कर दिया।
 
सिवाना दुर्ग जीतने के बाद कमालुद्दीन गुर्ग ने जालौर पर आक्रमण किया और जालौर दुर्ग के सेनापति दहिया राजपूत बीका को दुर्ग का लालच देकर उससे दुर्ग का गुप्त रास्ता मालूम कर लिया। बीका रात को घर पहुँचा और अपनी पत्नी से कहते हुए कि ‘आज तू सेनापतनी बनकर सो, कल सुबह उठते ही तू महारानी बन जाएगी’ सारी बात बता दी। बीका की पत्नी हीरान्दे (क्षत्रिया) स्वामी भक्त थी। बीका के सोते ही वह उसकी हत्या कर कान्हड़देव के पास पहुँच कर सारी बात बताती है, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। तुर्की सेना दुर्ग के अंदर आ चुकी थी। कान्हड़देव लड़ते हुए मारा गया।
 
वीरमदेव यह देख डर गया और उसने अपनी कुल देवी ‘आशापुरा माता’ के मंदिर में पहुँच कर कटार घोंपकर आत्महत्या कर ली। कमालुद्दीन गुर्ग वीरमदेव का सिर काटकर दिल्ली ले गया जहाँ फिरोजा ने वीरम देव का सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार कर यमुना में कूदकर जान दे दी। अलाऊद्दीन खिलजी ने जालौर विजय के बाद 1311 ई. जालौर का नाम ‘जलालाबाद’ कर वहाँ तोपखाने की जगह मस्जिद बनवाई जिसे अलाऊद्दीन खिलजी की मस्जिद/तोप मस्जिद/फिरोजा मस्जिद कहते हैं। कान्हड़देव के भाई मालदेव मूँछाला ने अलाऊद्दीन खिलजी की अधीनता स्वीकार कर ली। इसी के साथ जालौर का चौहान साम्राज्य तुर्कों के अधीन हो गया। 

अभ्यास प्रश्न

 
1. सुल्तान जलालुद्दीन खिलजी के रणथम्भौर अभियान के समय वहाँ का शासक कौन था?
 
(a) गोविन्द राज
 
(b) वीर नारायण
 
(c) हम्मीर
 
(d) रतिपाल
 
Answer – (c)
 
2. रणथम्भौर के शासक हम्मीर देव द्वारा किस मंगोल नेता को शरण देने पर अलाउद्दीन ने रणथम्भौर पर आक्रमण किया?
 
(a) तैमूर खाँ
 
(c) खेब्रू
 
(b) मुहम्मद शाह
 
(d) मोहम्मद खान
 
Answer – (b)
 
 
3. जालौर में अलाउद्दीन का समकालीन शासक कौन था?
 
 
(a) शीतल देव
 
(b) कान्हड़ देव
 
(c) महलक देव
 
(d) वीसल देव
 
Answer – (b)
 
4. 1303 में चित्तौड़ विजय के बाद अलाउद्दीन ने चित्तौड़ का नया नाम रखा।
 
(a) नसीराबाद
 
(b) मोमिनाबाद
 
(c) होशंगाबाद
 
(d) खिज्राबाद
 
Answer –  (d)
 
5. रणथम्भौर के शासक हम्मीर चौहान की किस वर्ष दिल्ली के सुल्तान जलालुद्दीन खिलजी की सेना के साथ प्रथम बार मुठभेड़ हुयी ?
 
(a) 1290 ई. (b) 1292 ई. (c) 1299 ई. (d) 1501 ई.
 
Answer –  (a)
 
 
6. मेवाड़ की किस राजकुमारी को 1810 में अमीर खान पिण्डारी की सलाह पर जहर दे दिया गया ?
 
(a) प्रेमल देवी
 
(b) सलह कंवर
 
(c) कृष्णा कुमारी
 
(d) गुमान कंवर
 
Answer –  (c)
 
 
7. रणथम्भौर की विजय के उपरान्त अलाउद्दीन खिलजी ने इस दुर्ग को किसके अधिकार में सौंपा था?
 
(a) अक्रात खां
 
(b) उलूग खां
 
(c) उमर खां
 
(d) नुसरत खां
 
 
Answer –  (b)
 
 
8. निम्नलिखित में से किस रचना में अमीर खुसरो ने चित्तौड़ पर अलाउद्दीन खिलजी के आक्रमण का वर्णन किया है?
 
(a) तुगलकनामा
 
(c) मिफ्ता-उल-फुतूह
 
(b) खाजाइन -उल-फुतूह
 
(d) नूह-ए-सिपेहर
 
Answer –  (b)
 
 
9. 1300 ई. में रणथम्भौर पर आक्रमण के दौरान अलाउद्दीन खिलजी का कौन सा सेनानायक मारा गया था-
 
(a) जफर खाँ
 
(b) उलूग खाँ
 
(c) आईनुल मुल्क मुल्तानी
 
(d) नुसरत खाँ
 
Answer –  (d)
 
 
10. प्रथम खिलजी सुल्तान जिसने रणथम्भौर दुर्ग पर आक्रमण किया, वह था-
 
(a) जलालुद्दीन
 
(b) अलाउद्दीन
 
(c) शिहाबुद्दीन
 
(d) मुबारक
 
Answer –  (a)
 
11. अलाउद्दीन खिलजी की निम्नांकित विजयों को कालक्रमानुसार व्यवस्थित कीजिये-
 
(1) रणथम्भौर
 
(2) जालौर .
 
( 3 ) चित्तौड़
 
(4) सिवाना
 
 
(a) 1, 3, 4, 2 (b) 1, 2, 3, 4 (c) 1, 2, 4, 3 (d) 1, 3, 2, 4
 
Answer –  (a)
 
12. अलाउद्दीन खिलजी के रणथम्भौर पर आक्रमण के समय वहाँ का शासक कौन था ?
 
(a) रतनसिंह (b) हम्मीर (c) कान्हड़देव (d) मालदेव
 
Answer –  (b) 
 
13. कर्नल जेम्स टॉड ने निम्नलिखित में से किस युद्ध को ‘मेवाड़ का मैराथन’ कहकर पुकारा है?
 
 (a) हल्दीघाटी का युद्ध
 
(c) खानवा का युद्ध
 
(b) दिवेर का युद्ध
 
 
(d) सारंगपुर का युद्ध
 
 
Answer –  (b) 
 
 
14. कान्हड़देव था ?
 
(a) नागौर का शासक
 
(c) एक कवि
 
(b) जालौर का शासक
 
(d) चौहानों का एक सामन्त
 
Answer –  (b)
 
15. कुम्भा के विषय में निम्न में से कौनसा कथन असत्य है?
 
(a) वह स्वयं विद्वान नहीं था पर विद्वानों को आश्रय देता था
 
(b) वह कुंभलगढ़ दुर्ग का निर्माता था
 
(c) वह संगीत प्रेमी था
 
(d) वह मेवाड़ के महान शासकों में से एक था
 
Answer – (a)
 
16. कान्हड़देव कहाँ का शासक था-
 
 
(a) मेवाड़
 
(b) रणथम्भौर
 
(c) जालौर
 
(d) सांभर
 
Answer – (c)
 
 
 17. अकबर द्वारा महाराणा प्रताप से मैत्री स्थापित करने के लिए गठित तृतीय शिष्ट मण्डल का नेतृत्व किया था-
 
(a) मानसिंह ने
 
(b) जलाल खाँ ने
 
(c) टोडरमल ने
 
(d) भगवंतदास ने
 
Answer – (d)
 
 
18. चित्तौड़ का राणा रतनसिंह था-
 
(a) चंदेल वंशीय
 
(b) चौहान वंशीय
 
(d) परमार वंशीय
 
(c) गुहिल वंशीय
 
 
Answer – (c)
 
19. फरिश्ता के अनुसार अलाउद्दीन खिलजी का जालौर पर द्वितीय आक्रमण किस वर्ष में हुआ-
 
(a) 1306 ई.
 
(b) 1308 ई.
 
(c) 1310 ई.
 
(d) 1311 ई.
 
Answer – (d)
 
20. 17वीं शताब्दी की रचना राज प्रशस्ति महाकाव्य के रचयिता थे-
 
(a) गरीबदास
 
(b) दुर्गा आढ़ा
 
(c) रणछोड़ भट्ट
 
(d) केशवदास
 
Answer – (c)
 
21. ‘कान्हड़दे प्रबंध’ का रचयिता कौन है-
 
(a) नयनसुख
 
(b) राम भट्ट
 
(c) पद्मनाभ
 
(d) हेमकवि
 
Answer – (c)
 
22. ‘पद्मावत’ किसके द्वारा लिखी गई थी-
 
(a) राजशेखर
 
(b) मलिक मुहम्मद जायसी
 
(c) हरिसेन
 
(d) विट्ठलदास
 
Answer – (b)
 
23. रणथम्भौर के हम्मीर के विरुद्ध किस मुस्लिम सेनानायक ने खिलजी सेना का नेतृत्व किया था-
 
(a) नुसरत खाँ
 
(b) खिज्र खाँ
 
(c) उलूग खाँ
 
(d) कामरू
 
Answer – (c)
 
24. राजपूतों द्वारा मराठों के विरुद्ध हुरड़ा नामक स्थान पर एक सम्मेलन का आयोजन किया गया- उक्त सम्मेलन का आयोजन किस वर्ष किया गया था-
 
(a) 1719
 
(b) 1724
 
(c) 1734
 
(d) 1751
 
Answer – (c)
 
 
 
25. अलाउद्दीन खिलजी द्वारा चित्तौड़ को नाम दिया गया-
 
(a) इलाहाबाद
 
(b) जलालाबाद
 
(c) खिज्राबाद
 
(d) नसीराबाद
 
Answer – (c)
 
 
 
26. अलाउद्दीन खिलजी ने रणथम्भौर पर आक्रमण किया, क्योंकि-
 
(a) राणा की सेना सुदृढ़ थी।
 
(b) सुल्तान के विद्रोहियों को शरण दी ।
 
(c) राणा ने युद्ध की पहल की।
 
(d) जलालुद्दीन ने आदेश दिया।
 
Answer – (b)
 
 
 
27. जहाँगीर ने शासक बनने के उपरान्त मेवाड़ पर प्रथम मुगल अभियान किसके नेतृत्व में भेजा ?
 
(a) खुर्रम
 
(c) राजा बसु
 
(b) महाबत खाँ
 
(d) परवेज आसिफ खां एवं जफरबेग
 
Answer – 
 
 
 
28. गुहिल शासक रणसिंह के पुत्र क्षेमसिंह (1168 ई.) ने मेवाड़ की किस शाखा को जन्म दिया?
 
(a) रावल शाखा
 
(b) राणा शाखा
 
(d) राव शाखा
 
(c) राय शाखा
 
Answer – (a)
 
 
29. सांगा ने ईडर उत्तराधिकार संघर्ष में हस्तक्षेप किया क्योंकि-
 
(a) अपना समर्थक शासक नियुक्त करना
 
(b) ईडर को मुस्लिम आधिपत्य से बचाना
 
(c) मेवाड़ की सीमा पर शक्तिशाली राज्य की स्थापना करना
 
(d) सांगा ईडर राज्य पर अधिकार करना चाहता था
 
Answer – (c)
 
30. रावल रतनसिंह के शासनकाल की प्रमुख घटना थी?
 
(a) चित्तौड़ का प्रथम शाका
 
(b) चित्तौड़ का द्वितीय शाका
 
(c) सिंगोली का युद्ध
 
(d) खानवा का युद्ध
 
Answer – (a)
 
 
31. मेवाड़ के महाराणा कुंभा की पुत्री जो प्रसिद्ध संगीतज्ञ, गायन व वादन में निपुण तथा वागीश्वरी उपनाम से प्रसिद्ध थी, का नाम है-
 
(a) रमा बाई
 
(b) बढ़ारण
 
(c) भवाई बाई
 
(d) गंगा बाई
 
Answer –  (a)
 
32. कुशालमाता का भव्य मन्दिर जिसका निर्माण महाराणा कुम्भा ने करवाया; स्थित है-
 
(a) कुम्भलगढ़ में
 
(b) ओसियां में
 
(c) बदनौर में
 
(d) आमेर में
 
 
Answer –  (c)
 
 
33. मेवाड़ के उस शासक का नाम बताइये, जिसके शासन काल “सिंचाई के क्षेत्र में मेवाड़ का स्वर्णयुग” कहा जाता हैं? को
 
(a) महाराज राजसिंह
 
(b) महाराणा प्रताप
 
(c) महाराणा सांगा
 
(d) महाराणा कुंभा
 
Answer – (a)
 
34. मेवाड़ के उन तीन शासकों के नाम बताइये जो अकबर के समकालीन थे-
 
(a) कर्णसिंह, उदयसिंह, जगतसिंह प्रथम
 
(b) राणा कर्णसिंह, राजसिंह, जगतसिंह प्रथम
 
(c) उदयसिंह, महाराणा प्रताप, अमर सिंह
 
(d) राजसिंह, जगतसिंह प्रथम, कर्णसिंह
 
Answer –  (c)
 
 
 
35. कुम्भा ने 1457 के कौनसे युद्ध में मालवा के को पराजित किया?
 
(a) सिंगौली का युद्ध महमूद खिलजी
 
(b) बदनौर का युद्ध
 
(c) काहुनी का युद्ध
 
(d) सांरंगपुर का युद्ध
 
Answer –  (b)
 
 36. मेवाड़ के गुहिल वंश की रावल शाखा का अंतिम शासक था ? 
 
(a) जैत्रसिंह
 
(b) रतनसिंह
 
(c) समरसिंह
 
(d) क्षेत्रसिंह
 
Answer –  (b)
 
37. मेवाड़ का पहला शासक कौन था, जो शासक बनने से पूर्व मुगल दरबार में रह चुका था ?
 
(a) राजसिंह
 
(b) जगतसिंह
 
(c) कर्णसिंह
 
(d) अमरसिंह
 
(c)

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