ग्रन्थियाँ / Glands
1. बहुधा पिट्यूटरी ग्रंथी को अंतः स्रावी आरकेस्ट्रा का नेता कहा गया है क्योंकि यह –
(अ) कशेरूकियों में वृद्धि का नियंत्रण करती है।
(ब) महाकायता की जिम्मेदार है।
(स) अन्य सभी ग्रंथियों को नियंत्रित करती है।
(द) थायराॅइड, एड्रिनल तथा जनद ग्रंथी की क्रिया को नियंत्रित करती है। (द)
- एस्ट्राॅजन किससे स्रावित होता है –
(अ) थायराॅइड
(ब) एड्रिनल
(स) पिट्यूटरी
(द) अण्डाशय (द)
- लैंगरहैंस के द्वीप इन्सुलिन का स्राव करते है। ये स्थित होते है –
(अ) यकृत में
(ब) अग्नाशय में
(स) अधिवृक्क में
(द) वृषण में (ब)
- यदि टैडपोल से थायराॅइड निकाल दें तो यह –
(अ) शीघ्र ही मर जाता है।
(ब) टैडपोल ही रहता है ।
(स) महाकाय मेंढ़क में परिवर्तित हो जाता है।
(द) छोटा मेंढ़क बनता है। (ब)
- मधुमेह रोगी के मुत्र में होता है –
(अ) लवण
(ब) वसा
(स) प्रोटीन
(द) शर्करा (द)
- जिस जल में टैडपोल होता है यदि उसमें थायराॅइड का निचोड मिला दें तो –
(अ) टैडपोल लारवा अवस्था में ही रहता है।
(ब) कायान्तरण मन्द हो जाता है ।
(स) कायान्तरण शीघ्रता से होता है।
(द) टैडपोल मर जाता है। (स)
- गोनेडोट्रोपिक हाॅर्मोन का स्रावण कहाँ से होता है ।
(अ) वृषण की अंतराली कोशिकाएँ
(ब) एड्रिनल का कार्टेक्स
(स) ऐडीनोहाइपोफाइसिस
(द) थायराॅइड का पिछला भाग (स)
- हाॅर्मोन जो यकृत मे कार्य करता है तथा ग्लूकोज को ग्लोइकोजन में परिवर्तित करता है, निकलता है –
(अ) पिट्यूटरी से
(ब) थाइमस से
(स) पैराथायराॅइड से
(द) अग्नाशय से (द)
- रूधिर दाब तथा हृदय स्पंदन किस हाॅर्मोन किस हाॅर्मोन द्वारा बढ़ जाते है –
(अ) एड्रिनलीन
(ब) थायराॅक्सिन
(स) सीक्रिटिन
(द) गैस्ट्रिन (अ)
- पिट्यूटरी ग्रंथि कहां स्थित होती है।
(अ) जनद
(ब) मस्तिष्क
(स) श्वासनाल के पास
(द) अग्नाशय (ब)
- शरीर में ताल मेल स्थापित करने वाले तंत्र होते है –
(अ) अंतः स्रावी
(ब) रूधिर परिवहन
(स) तंत्रिकीय
(द) तंत्रिकीय व अंतः स्रावी (द)
- हाॅर्मोन होता है –
(अ) एन्जाइम
(ब) रासायनिक संदेशवाहक
(स) ग्रंथिय स्राव
(द) उत्सर्जी उत्पाद (ब)
- निम्न में से अंतःस्रावी ग्रंथी कौनसी है –
(अ) लेक्रइमल
(ब) थायराॅइड
(स) ब्रूनर ग्रंथी
(द) यकृत (ब)
- मनुष्य में आयोडीन की कमी से कौनसा रोग होता है –
(अ) मिक्सीडेमा
(ब) ऐक्रोमिगेली
(स) गाॅयटर
(द) ऐडिसन (स)
- एण्ड्रोजन किससे स्रावित होता है –
(अ) पिट्यूटरी
(ब) वृषण
(स) अण्डाशय
(द) थायराॅइड (ब)
- मादा जनन हाॅर्मोन होता है –
(अ) प्रोजेस्टेराॅन
(ब) एस्ट्रोजन
(स) दोनों
(द) इनमें से कोई नही (स)
- वैसोप्रसिन किससे सम्बंधित होता है –
(अ) शीघ्र पाचन
(ब) हृदय धड़कन
(स) श्वसन
(द) मूत्र की तनुता (द)
- थायराॅक्सीन हाॅर्मोन किसने पृथक किया था –
(अ) बेस्ट एवं बैटिंग
(ब) एफ. सेंगर
(स) विलियम ब्यूमाँट
(द) केण्डल (द)
- एड्रिनल हाॅर्मोन क्या करता है –
(अ) रूधिर दाब बढ़ाता है।
(ब) हृदय की धड़कन बढ़ाता है।
(स) ये दोनों कार्य
(द) इनमें से कोई नही (स)
- शरीर में मास्टर ग्रंथी किसे कहा जाता है –
(अ) थायराॅइड
(ब) पिट्यूटरी
(स) थाइमस
(द) एड्रिनल (ब)
- निम्न में से कौन हाॅर्मोन नहीं स्रावित करता –
(अ) वृषण
(ब) तिल्ली
(स) आमाशय
(द) आँत्र (ब)
- कार्बोहाइड्रेट उपापचय का नियंत्रण किससे होता है –
(अ) ग्लुकागोन
(ब) इन्सुलिन
(स) ग्लुकोकार्टिकोइड
(द) ये सभी (द)
- एक ही हाॅर्मोन के कई नाम हो सकते है, निम्न में ऐसा कौन है –
(अ) सीक्रीटीन, एन्टीरोकाइनिन, गैस्ट्रिन
(ब) गेमीटोकाइनेटिक तत्व, टेस्टोस्टीराॅन, एल.टी.एच.
(स) ए.डी.एच., पिट्रेसिन, वैसोप्रेसीन
(द) आॅक्सीटोसीन, ट्राइ आयोडो थायरोक्सीन (स)
- एड्रिनल कार्टेक्स के अल्पस्रावण से कौनसा रोग हो जाता है।
(अ) बाँझपन
(ब) ऐडिसन
(स) जड़वामनता
(द) बौनापन (ब)
- न्युरोहाइपोफाइसिस से क्या स्रावित होता है –
(अ) वैसोप्रेसिन
(ब) ऑक्सीटोसिन
(स) ऑक्सीटोसिन व प्रोलैक्टिन
(द) वैसोप्रेसिन व ओक्सीटोसिन (द)
- पिट्यूटरी से स्रावित हाॅर्मोन का रासायनिक स्वभाव होता है
(अ) सभी प्रोटीन होते है।
(ब) सभी स्टीराॅयड होते है।
(स) प्रोटीन व कार्बोहाइड्रेट के जटिल यौगिक होते है।
(द) कुछ स्टीराॅयड व कुछ प्रोटीन होते है। (अ)
- पिट्यूटरी द्वारा किसकी स्रावण क्रिया का नियंत्रण नहीं होता
(अ) थायराॅयड
(ब) एड्रिनल कार्टेक्स
(स) एड्रिनल मेडुला
(द) वृषण (स)
- ग्लूकागोन का स्रावण कहाँ से होता है।
(अ) लीडिंग कोशिकाएँ
(ब) लैंगरहैंस के द्वीप
(स) कार्पस ल्यूटियम
(द) ग्लीसन कोष (ब)
- शुक्राणुजनन का नियंत्रण किसके द्वारा होता है –
(अ) एफ.एस.एच.
(ब) एल.टी.एच.
(स) एल. एच.
(द) एस.टी.एच. (अ)
- वृषण से एण्ड्रोजन के स्रावण का नियंत्रण किसके द्वारा होता है।
(अ) एफ.एस.एच.
(ब) एल.टी.एच.
(स) आई.सी.एस.एच
(द) ऑक्सीटोसिन (स)
- किसके इन्जेक्शन लगाने पर उपापचय कि दर बढ़ जाती है।
(अ) एस.टी.एच.
(ब) इन्सुलिन
(स) थायराॅक्सीन
(द) टेस्टोस्टीराॅन (स)
- कैल्सियम व फाॅस्फोरस उपापचय का नियंत्रण करने वाला हाॅर्मोन कहाँ से स्रावित होता है –
(अ) अग्नाशय
(ब) थायराॅइड
(स) थायमस
(द) पैराथायराॅइड (द)
- आॅक्सीटोसीन का स्रावण कहाँ से होता है –
(अ) थायराॅइड
(ब) थाइमस
(स) पिट्यूटरी
(द) एड्रिनल (स)
- टैड़पोल का कायान्तरण किस ग्रन्थि द्वारा नियंत्रित होता है –
(अ) पिट्यूटरी
(ब) एड्रिनल
(स) पीनियल
(द) थायराॅइड (द)
- टी.एस.एच. का पूरा नाम क्या है –
(अ) थायराॅक्सीन स्टिमुलेटिंग हाॅर्मोन
(ब) थायमीन स्टिमुलेटिंग हाॅर्मोन
(स) टायरोसीन स्टिमुलेटिंग हाॅर्मोन
(द) थायराॅइड स्टिमुलेटिंग हाॅर्मोन (द)
- अण्डाशय से अण्डाणु के निकलने के बाद क्या बनता है –
(अ) कार्पस कैलोसम
(ब) कार्पस एल्बीकेन्स
(स) कार्पस ट्राओसम
(द) कार्पस ल्यूटियम (द)
- स्तनधारियों में अंडोत्सर्ग मुख्यतः किसके प्रभाव से होता है –
(अ) टी.एस.एच. व ए.सी.टी.एच.
(ब) एफ.एस.एच. व एस.एच.
(स) टी.एस.एच. व एस.टी.एच.
(द) एम.टी.एच. व ए.सी.टी.एच. (ब)
- मधुमह का सम्बंध किससे है –
(अ) पेयर के गुच्छे
(ब) ग्लिसन कोष
(स) लैंगर हैंस द्वीप समूह
(द) ग्रेफियन पुटिका (स)
- कौनसा हाॅर्मोन मनोभावनाओं को गड़बड़ा देता है –
(अ) एड्रिनलीन
(ब) वेसोप्रेसिन
(स) ऑक्सीटोसिन
(द) थायराॅक्सीन (अ)
- आर्किडेक्टोमी में क्या काट कर निकाल देते है –
(अ) अण्डाशय
(ब) तिल्ली
(स) वृक्क
(द) वृषण (द)
- इन्सुलिन की रासायनिक रचना का अध्ययन केसने किया था
(अ) बेंटिंग
(ब) केन्डाल
(स) स्टार्लिंग
(द) सैंगर (द)
- आयोडीन की सर्वाधिक मात्रा कहाँ होती है –
(अ) एड्रिनल
(ब) यकृत
(स) थायराॅइड
(द) वृषण (स)
- कौनसी ग्रंथि बाह्य स्रावी एवं अंतःस्रावी दोनों कार्य करती है
(अ) पिट्यूटरी
(ब) दुग्ध ग्रंथी
(स) थायराॅयड
(द) अग्नाशय (द)
- बंध्याकरण के पश्चात् जन्तु हो जाता है –
(अ) सुस्त व दुर्बल
(ब) सुस्त व दृढ़
(स) चुस्त व दुर्बल
(द) चुस्त व दृढ़ (द)
- ग्लूकागोन के अतिस्रावण से हो जाता है –
(अ) टेटनी
(ब) उदकमेह
(स) एक्रोमिगेली
(द) ग्लाइकोसूरिया (द)
- थाइमस ग्रंथी भ्रुण के किस स्तर से बनती है –
(अ) मीजोडर्म
(ब) एण्डोडर्म
(स) एक्टोडर्म
(द) ये सभी (ब)
- जो हाॅर्मोन शरीर की संतुलित वृद्धि के लिए आवश्यक है वह स्रावित होता है –
(अ) पिट्यूटरी के अग्रपिण्ड से
(ब) पिट्यूटरी के पश्च पिण्ड से
(स) थाइराॅयड से
(द) एड्रिनल से (अ)
- एफ.एस.एच. व एल.एच. हाॅर्मोन दोनों मिलकर कहलाते है –
(अ) आपातकालीन हाॅर्मोन
(ब) न्युरोहाॅर्मोन
(स) गोनेडोट्राॅपिक हाॅर्मोन
(द) एण्ट्रीस्ट्रेस हाॅर्मोन (स)
- वयस्क अवस्था में थायराॅइड के अल्प स्रावण से कौनसा रोग होता है –
(अ) ऐड्रिसन रोग
(ब) मिक्सीडेमा
(स) बांझपन
(द) जड़वामनता (ब)
- एड्रिनोकाॅर्टिकोट्राॅपिक हाॅर्मोन का स्रावण कहां से होता है –
(अ) एड्रिनल मेडुला
(ब) एड्रिनल काॅर्टेक्स
(स) थायराॅइड
(द) पीयूष (द)
- अंतःस्रावी ग्रंथियां वह है जो अपना स्राव सीधा विसर्जित करती है –
(अ) रूधिर में
(ब) विशेष अंग में
(स) मुत्र में
(द) पसीने में (अ)
- ग्लुकागोन का स्रावण होता है –
(अ) लैंगर हैंस द्वीप समूह की बीटा कोशिका से
(ब) लैंगरहैंस द्वीप समूह की अल्फा कोशिका से
(स) अग्नाशय की बीटा कोशिका से
(द) एड्रिनल काॅर्टेक्स से (ब)
- यदि किसी गर्भवती स्त्री के अण्डाशय गर्भधारण के चार माह में निकाल दें तो क्या प्रभाव पडेगा ?
(अ) भ्रणीय प्रवर्धन अनियमित हो जाता है।
(ब) कुछ समय बाद भ्रूण गिर जाता है।
(स) भ्रूणीय वर्धन जन्म तक सामान्य होता है।
(द) दनमें से कोई नही (स)
- कौनसी ग्रंथी प्रतिकूल परिस्थिति में मनुष्य को लडने डरने तथा भागने के लिए प्रेरित करता है –
(अ) थाइराॅयड
(ब) पैराथाइराॅयड
(स) पिट्यूटरी
(द) एड्रिनल (द)
- इन्सुलिन का रासायनिक स्वभाव होता है –
(अ) कार्बोहाइडेªट
(ब) वसा
(स) प्रोटीन
(द) स्टीराॅइड (स)
- आंत्र की एपिथीलियम से कोलीसिस्टोकाइनिन निकल कर नियंत्रित करता है –
(अ) प्रोटीन का पेप्टोन में परिवर्तन
(ब) प्रोटीन का ग्लिसराॅल में परिवर्तन
(स) पिताशय से पित रस का स्रावण
(द) अग्नाशय रस का स्रावण (स)
- महाकायता व अग्रतिकायता किस कारण होते है –
(अ) पिट्यूटरी का अतिस्रावण
(ब) पिट्यूटरी का अल्प स्रावण
(स) थायराॅयड का अल्प स्रावण
(द) थायराॅयड का अति स्रावण (अ)
- प्रोजेस्टेराॅन हाॅर्मोन का कार्य होता है –
(अ) गर्भाशय की दीवार में रूणिर की मात्रा बढ़ाना
(ब) गर्भाशय की दीवार को मोटा करना
(स) गर्भाशय की दीवार में वसा व ग्लाइकोजन का संचय करना
(द) ये सभी (द)
- यदि रूधिर में ए.डी.एच. की मात्रा कम हो जाए तो मूत्र की मात्रा –
(अ) अप्रभावित रहती है।
(ब) कम हो जाती है।
(स) बढ़ जाती है।
(द) इनमें से कोई नही (स)
- किस हाॅर्मोन का स्रावण तंत्रिका तंत्र द्वारा नियमित होता है –
(अ) एड्रिनल काॅर्टेक्स
(ब) पिट्यूटरी का अग्र पिण्ड
(स) पीयूष के पश्च पिण्ड
(द) पीनियल (स)
- एस्ट्रोजन का स्रावण किसके द्वारा नियत्रित होता है –
(अ) एच. सी. जी.
(ब) प्रोजेस्ट्राॅन
(स) एल.एच.
(द) एफ.एस.एच. (द)
- गर्भाशय में निषेचित अण्डे का चिपकना किससे प्रभावित होता है –
(अ) एफ.एस.एच.
(ब) प्रोजेस्ट्राॅन
(स) ऑक्सीटोसिन
(द) ल्युटीनाइजिंग (ब)
- लीडिंग कोशिकाओं का कार्य होता है –
(अ) शुक्राणु जनन
(ब) प्रोजेस्ट्राॅन स्रावण
(स) टेस्टोस्टेराॅन स्राव
(द) शुक्राणु का पोषण (स)
- शिशु जन्म के समय गर्भाशय का संकुचन किसके द्वारा होता है –
(अ) एड्रिनलीन
(ब) प्रोजेस्टीराॅन
(स) ऑक्सीटोसिन
(द) प्रोजैक्टिन (स)
- पैराथाॅरमोन प्रेरित करता है –
(अ) रूधिर में शर्करा की मात्रा बढ़ाना
(ब) सीरम में कैल्शियम की मात्रा बढ़ाना
(स) सीरम में कैल्शियम की मात्रा बढ़ाना
(द) रूधिर में शर्करा बढ़ाना (स)
आनुवंशिकी
- वंशागति का अध्ययन करने वाली जीव विज्ञान की षाखा
(अ) आनुवंशिकी
(ब) उद्धविकास
(स) भ्रुण विज्ञान
(द) यूजेनिक्स (अ)
- सर्वप्रथम किसने बायोलाॅजी शब्द दिया –
(अ) अरस्तु
(ब) हक्सले
(स) लैमार्क
(द) डार्विन (स)
- प्रारूपी पादप कोशिका में जल की प्रतिशतता होती है –
(अ) 85
(ब) 50
(स) 20
(द) 10 (अ)
- कोषिका में कोशिकाद्रव्य का लगभग 85 प्रतिशत भाग बनाता है –
(अ) खनिज लवण
(ब) प्रोटीन्स
(स) वसायें
(द) जल (द)
- प्रोटीन की आधारभूत इकाई है –
(अ) ऐमाइड
(ब) पेप्टाइड
(स) पेप्टोन
(द) अमीनों अम्ल (द)
- नाइट्रोजन क्षार, फाॅस्फेट और डी ऑक्सी राइबोज शर्करा एक जटिल रचना बनाते है जिसे कहते है।
(अ) पाॅलीपेप्टाइड
(ब) न्युक्लियोटाइड
(स) न्युक्लियोसाइट
(द) अमीनो अम्ल (ब)
- आर. एन. ए. अणु में थायमिन के स्थान पर पाई जाती है
(अ) ग्वानीन
(ब) युरैसिल
(स) साइटोसीन
(द) ऐडिनीन (ब)
- अत्यन्त सामान्य अमीनों अम्ल है –
(अ) लाइसीन
(ब) ग्लाइसीन
(स) टाइरोसीन
(द) ऐस्पार्टिक अम्ल (ब)
- जीवन का भौतिक आधार है –
(अ) कोशिका
(ब) भोजन
(स) केन्द्रक
(द) जीवद्रव्य (द)
- सर्वप्रथम प्रोटोप्लाज्म शब्द का प्रयोग किसने किया था
(अ) डुर्जाडिन
(ब) राॅबर्ट ब्राउन
(स) पुर्किन्जे
(द) राॅबर्ट हुक (स)
- निम्न मे से कौनसा केवल आर एन ए. मिलता है –
(अ) एडिनीन
(ब) साइटोसीन
(स) ग्वानीन
(द) युरैसिल (द)
- ग्लाइकोजन सम्बंधित होता है –
(अ) राइबोसोम शर्करा
(ब) लैक्टोज
(स) ग्लूकोज
(द) स्टार्च (द)
- गन्ने में शर्करा किस रूप में होती है –
(अ) माल्टोज
(ब) सुक्रोज
(स) फ्रक्टोज
(द) ग्लुकोज (ब)
- डाउन सिन्ड्राॅम एक आनुवंषिक रोग है, जो होता है –
(अ) गुणसू़त्रों की संख्या में परिवर्तन के कारण
(ब) गुणसूत्रो की संरचना में परिववर्तन के कारण
(स) डी. एन. ए. की संरचना में परिवर्तन के कारण
(द) आर. एन. ए. की संरचना में परिवर्तन के कारण (अ)
- ग्रेगर मेण्डल निम्न मे से किसके प्रतिपादन हेतु प्रसिद्ध है ?
(अ) कोशिका का सिद्धांत
(ब) उत्परिवर्तन का सिद्धांत
(स) आनुवांशिकता का सिद्धांत
(द) उपार्जित लक्षणों की वंशागतिकी (स)
- मेण्डल द्वारा प्रतिपादित आनुवांशिकता के तीनों महत्तपूर्ण नियम सम्बंधित है –
(अ) जीन सहलग्लंता लक्षण, पृथक्करण का नियम एवं स्वतंत्र अपव्युहन का नियम
(ब) जीन सहलग्नता, प्रभाविता एवं पृथक्करण का नियम
(स) पृथक्करण, स्वतंत्र अपव्युहन एवं प्रभाविता का नियम
(द) उत्परिवर्तन, पृथक्करण व जर्मप्लाज्म का नियम (स)
- आनुवांशिकता रोगों के संदर्भ में , निम्नलिखित पर विचाार कीजिए –
एक महिला वर्णांन्ध है पर उसका पति वर्णान्ध नहीं है। इनका एक पुत्र व एक पुत्री है। इस सन्दर्भ में निम्नलिखित में से कौनसा कथन सही है ।
(अ) दोनों सन्तान वर्णान्ध से ग्रस्त है।
(ब) पुत्री वर्णान्ध है, किन्तु पुत्र सामान्य है।
(स) दोनों सन्तान वर्णान्ध नहीं है।
(द) पुत्र वर्णान्ध है किन्तु पुत्री सामान्य है। (द)
- हीमोफीलिया एक आनुवंशिक रोग है। जिसका वहन –
(अ) स्त्रियाँ करती है। और प्रकट भी स्त्रियों मे होता है।
(ब) स्त्रियाँ करती है। और प्रकट पुरूषों में होता है।
(स) पुरूष करते है। और प्रकट स्त्रियों में होता है।
(द) पुरूष करते है । और पुकट पुरूषों में होता है। (ब)
- वर्णान्ध वाले व्यक्ति को लाल व हरे रंग दिखाई देते है।
(अ) पीले
(ब) बैंगनी
(स) नीले
(द) आसमानी (अ)
- एक वर्णान्ध पुरूष एक सामान्य महिला से विवाह करता है। वर्णान्ध के लक्षण उत्पन्न होंगे, उसके –
(अ) पुत्रों में
(ब) पुत्रियों में
(स) पुत्रों के पुत्रों में
(द) पुत्रियों के पुत्रों में (द)
- निम्न में से कौनसी व्याधि आनुवंशिक है –
(अ) हीमोफीलिया
(ब) टी. बी.
(स) कैंसर
(द) पेचिश (अ)
- सर्वग्राही रूधिर किस वर्ग का होता है।
(अ) o
(ब) a
(स) ab
(द) b (स)
- दात्र-कोशिका अरक्तता रोग किसकी अपसामान्यता के कारण होता है।
(अ) आर.बी.सी.
(ब) डब्ल्यू.बी. सी.
(स) बिम्बाणु
(द) रक्त प्लाज्मा (अ)
- एक सामान्य मानव शुक्राणु में ऑटोसोम की संख्या होती है ।
(अ) 20 जोड़ी
(ब) 22 जोड़ी
(स) केवल 20
(द) केवल 22 (द)
- वंशागतिकी के नियमों का अध्ययन कहलाता हैं
(अ) वर्गीकरण विज्ञान
(ब) कोशिका विज्ञान
(स) आनुवांशिकता
(द) पारिस्थितिकी (स)
- रूधिर समूह bका क्या अर्थ है –
(अ) b प्रतिरक्षी उपस्थित है ।
(ब) जिनमें b प्रतिरक्षी उपस्थित नहीं।
(स) जिन्हे O समूह का रूधिर नहीं दिया जा सकता हों।
(द) जिन्हे AB समूह का रूधिर दिया जा सकता है। (ब)
- अज्ञात रूधिर वर्ग का एक व्यक्ति गम्भीर रूप से दुर्घटनाग्रस्त हो जाता है । और उसे तुरंत रूधिर आधान की जरूरत पड़ती है। अस्पताल मे उपलब्ध निम्न में से किस वर्ग का रक्त उसे देना सुरक्षित होगा।
(अ) O, Rh-
(ब) O, Rh+
(स) AB, Rh-.
(द) AB, Rh+(अ)
- पुरूषों मेें कितने गुणसूत्र असमान होते है –
(अ) 22
(ब) 23
(स) 44
(द) 2 (द)
- महिला में कितने गुणसूत्र असमान होते है –
(अ) 2
(ब) 22
(स) 44
(द) कोई नही। (द)
- XX लैंगिक गुणसूत्र पाये जाते हैं –
(अ) महिला में
(ब) पुरूषों में
(स) दोनों में
(द) किसी में नहीं (अ)
- पुरूषों में लैंगिक गुणसूत्र कौनसे होते है ।
(अ) XX
(ब) XY
(स) YY
(द) XZ (ब)
- जुडवां बच्चे क्या कहलाते है –
(अ) यमज
(ब) युग्मज
(स) युग्मक
(द) ऐलील (अ)
- जब दो अलग अलग अण्डाणु का अलग अलग शुक्राणु के निषेचन से एक ही समय एक ही माता के गर्भ से जन्में जुडवां बच्चे क्या कहलाते है –
(अ) भ्रातीय यमज
(ब) समान यमज
(स) स्यामीज यमज
(द) उपरोक्त सभी (अ)
- भ्रातीय यमज में सत्य नहीं है
(अ) दोनों समान लिंग के ही होते है ।
(ब) यमज सममान या असमान लिंग के हो सकते है ।
(स) इनका जीन ढांचा असमान होता है।
(द) उपरोक्त सभी। (अ)
- एक ही युग्मनज के विभाजन के कारण बने यमज क्या कहलाते है।
(अ) भ्रातीय यमज
(ब) स्यामीज यमज
(स) समान यमज
(द) कोई नही (ब)
- वे जुडवां जो एक ही युग्मनज से विकसित होते है परन्तु पूरी तरह पृथक न होने के कारण परस्पर जुडे़ रहते है, क्या कहलाते है –
(अ) स्यामीज यमज
(ब) समान यमज
(स) भ्रातीय यमज
(द) क्लाइनफेल्टर्स सिण्ड्रोम (अ)
- निम्न में से कौनसा रोग मोंगोलिज्म भी कहलाता है।
(अ) वर्णान्धता
(ब) डाउन सिण्ड्रोम
(स) टरनर सिण्ड्रोम
(द) हीमोफीलिया (ब)
- मोंगोलिज्म या डाउन सिण्ड्रोम किस प्रकार का रोग है –
(अ) विषाणु जनित
(ब) जीवाणु जनित
(स) आनुवंशिक रोग
(द) कवक जनित (स)
- वर्णान्धता रोग में किस रंग कि पहचान नही कर पाता है
(अ) लाल व पीला
(ब) हरा व पीला
(स) लाल व हरा
(द) हरा व पीला (स)
- टरनर सिण्ड्रोम किस कारण से होता है –
(अ) लिंग गुणसुत्र में स्त्रियों में केवल एक ग गुणसूत्र होन के कारण
(ब) पुरूषों में केवल एक ल लिंग गुणसूत्र होने के कारण
(स) स्त्रियों में दोनों ही लिंग गुणसूत्र नही होने पर
(द) स्त्रियों में तीन लिंग गुणसूत्र होने के कारण (अ)
- यदि दो के स्थान पर तीन लिंग गुणसूत्र हो तो कौनसा रोग होता है ।
(अ) टरनर सिण्ड्रोम
(ब) एडवर्ड सिण्ड्रोम
(स) क्लाइनफेल्टर सिण्ड्रोम
(द) पटाऊ सिण्ड्रोम (स)
- गुणसूत्रोें की 18 वीं जोड़ी में एक गुणसूत्र में वृद्धि के कारण कौनसा रोग हो जाता है –
(अ) टरनर सिण्ड्रोम
(ब) एडवर्ड सिण्ड्रोम
(स) क्लाइनफेल्टर सिण्ड्रोम
(द) पटाऊ सिण्ड्रोम (ब)
- पटाऊ सिण्ड्रोम किसके कारण होता है –
(अ) 17 वीं जोडी गुणसूत्र में वृद्धि के कारण
(ब) 21 वीं जोडी गुणसूत्र में वृद्धि के कारण
(स) 13 वीं जोडी गुणसूत्र में वृद्धि के कारण
(द) 18 वीं जोडी गुणसूत्र में वृद्धि के कारण (स)
- किस रोग को कृतोष्ठ भी कहते है –
(अ) पटाऊ सिण्ड्रोम
(ब) एडवर्ड सिण्ड्रोम
(स) क्लाइनफेल्टर सिण्ड्रोम
(द) टरनर सिण्ड्रोम (अ)
- किस रोग के अन्तर्गत ऊपरी ओष्ठ नासिका तक दो भागों में विभाजित रहता है –
(अ) टरनर सिण्ड्रोम
(ब) एडवर्ड सिण्ड्रोम
(स) क्लीनेफेल्टर्स सिण्ड्रोम
(द) पटाऊ सिण्ड्रोम (द)
- किस रोग को शाही रोग कहते हैं
(अ) वर्णान्धता
(ब) हीमोफीलिया
(स) थैलीसेमिया
(द) कृतोष्ठ (ब)
- निम्न में से किस रोग का सम्बंध ब्रिटेन के राजपरिवार से है:
(अ) अरक्तता
(ब) वर्णान्धता
(स) हीमाफीलिया
(द) मलेरिया (स)
- हीमोफीलिया रोग में –
(अ) श्वेत रक्त कणिकाये नष्ट हो जाती है ।
(ब) आर. बी. सी. नष्ट हो जाती है ।
(स) रोग प्रतिरोधकता नष्ट हो जाती है ।
(द) रक्त का थक्का नही बनता है। (द)
- यदि एक हीमोफीलिक पुरूष का विवाह सामान्य महिला से हो जाता है तो संतान होगी ।
(अ) सभी हीमोफीलिक
(ब) लड़कियां हीमोफीलिक
(स) सभी लड़के हीमोफीलिक
(द) सामान्य लड़के (द)
- वह रोग जिसमें: त्वचा, बालों व आंखों का रंग सफेद दिखाई देता है।
(अ) हंसियाकार एनिमिया
(ब) एल्बीनिज्म
(स) फाब्सी रोग
(द) एडवर्ड सिण्ड्रोम (ब)
- एल्बीनिज्म या रंजकहीनता किसके कारण होती है।
(अ) गुणसूत्र की अधिकता से
(ब) गुणसूत्र की न्युनता से
(स) अप्रभावी जीन से
(द) प्रभावी जीन से (स)
- हंसियाकार रूधिराणु एनीमिया किसके कारण होता है।
(अ) अप्रभावी जीन से
(ब) प्रभावी जीन से
(स) गुणसूत्रों में वृद्धि से
(द) गुणसूत्रों में कमी से (अ)
- निम्न में से कौनसा लक्षण लिंग सहलग्न वंशागति के कारण होता है-
(अ) रात का अंधापन
(ब) ल्युकोडरमा
(स) मधुमेह
(द) लाल हरी वर्णान्धता (द)
- आनुवंशिकी की वह शाखा जिसके अन्तर्गत भावी पीढ़ियों में लक्षणों की वंशागति को नियंत्रित करके मानव जाति में सुधारने का अध्ययन किया जाता है, कहलाता है।
(अ) यूथेनिक्स
(ब) सूफेनिक्स
(स) युजेनिक्स
(द) जिनेटिक्स (स)
- आनुवंशिकी शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम किसने किया था
(अ) मेंडल ने
(ब) बैटसन ने
(स) काॅर्ल कोरेन्स ने
(द) ह्यूगो डी व्रीज ने (ब)
- विज्ञान कि वह शाखा जिसमें आनुवंशिकता का अध्ययन किया जाता है-
(अ) जीनियालाॅली
(ब) युजेनिक्स
(स) जेनेटिक्स
(द) जेनोसियालोजी (स)
- आधुनिक आनुवंशिकी के पिता किसे कहा जाता है।
(अ) मेंडल
(ब) काॅर्ल कोरेन्स
(स) ह्यूगो डी व्रीज
(द) जोहन्सन (अ)
- मेंडल ने अपने प्रयोग किये थे ।
(अ) चूहे पर
(ब) प्रिमरोज पर
(स) चावल पर
(द) मटर पर (द)
- मेंडल के प्रयोगो को मान्यता किनके द्वारा पुनः खोज करने पर मिली –
(अ) काॅर्ल कोरेन्स
(ब) ह्यूगो डी व्रीज
(स) सेरमेक
(द) सभी (द)
- मेंडल ने मटर के कितने लक्षणों को आधार बनाकर अपने प्रयोग किये –
(अ) 7
(ब) 5
(स) 8
(द) 2 (अ)
- मेंडल ने जीन के लिये किस शब्द का प्रयोग किया था।
(अ) जीन
(ब) गुणसूत्र
(स) कारक
(द) क्रोमेटिन (स)
- सर्वप्रथम किसने जीन शब्द का प्रयोग किया था –
(अ) मेंडल
(ब) ह्यूगो डी व्रीज
(स) सेरमेक
(द) जोह्नसन (द)
- मेंडल ने वंशागतिकी से सम्बंधित कौनसा नियम दिया था
(अ) प्रभाविता का नियम
(ब) पृथक्करण का नियम
(स) स्वतंत्र अपव्युहन का नियम
(द) सभी (द)
- गुणसूत्र की खोज किसने की थी –
(अ) माॅर्गन
(ब) सटन
(स) वाल्डेयर
(द) जाॅनसन (स)
- मनुष्यों मेें कितने गुणसूत्र (Autosome)समजात होते है ।
(अ) 22
(ब) 44
(स) 46
(द) 2 (ब)
- जो गुणसूत्र असमान होते है क्या कहलाते है –
(अ) ओटोसोम
(ब) हेटेरोसोम
(स) एन्युप्लायडी
(द) क्रोमोसोम (ब)
- मनुष्य में कौन से गुणसूत्र के मिलने से बालक का जन्म होता है ?
(अ) पुरूष का x तथा स्त्री का x
(ब) पुरूष का x तथा स्त्री का y
(स) पुरूष का y तथा स्त्री का x
(द) पुरूष का y तथा स्त्री का y (स)
- उत्परिवर्तन का सिद्धान्त किसने दिया था –
(अ) माल्थस ने
(ब) लैमार्क ने
(स) डी व्रीज ने
(द) हक्सले ने (स)
- क्लाइनफेल्टर सिण्ड्रोम में लिंग गुणसूत्रों का युग्म क्या होता है –
(अ) xxy
(ब) xyy
(स) xy
(द) xx0 (अ)
- वंशागति का गुणसूत्रीय सिद्धान्त किसने प्रतिपादित किया था।
(अ) वाल्डेयर ने
(ब) टेमिन एवं बाल्टीमोर ने
(स) सटन व बोवेरी ने
(द) जेकब एवं मोनोड ने (स)
- एक परीक्षार्थ संकरण है –
(अ) जिसमें F1 पीढ़ी में पौधों को उनके अप्रभावी जनक से संकरण कराया जाता है।
(ब) जिसमें F1 सकंरित कराया जाता है।
(स) जिसमें F1 पीढ़ी के पौधों को किसी भी जनक से संकरित कराया जाता है।
(द) जिसमें F1 पीढ़ी में पौधों को संकरित नही कराया जाता है। (अ)
- डी. एन.ए. के द्विगुणन प्रारूप को पहली बार किसने प्रस्तावित किया –
(अ) वाटसन व क्रिक ने
(ब) फिशर व हालडानी ने
(स) लैमार्क व डार्विन ने
(द) ह्यूगो डी वीज ने (अ)
- Rhकारक की खोज की –
(अ) ल्युवेनहाॅक ने (ब) वीनर ने (स) लैण्डस्टीनर ने (द) लैण्डस्टीनर व वीनर ने । (द)
- सर्वप्रथम प्रयोगशाला में क्छ। का संश्लेषण किसने किया
(अ) मेण्डल ने (ब) डार्विन ने (स) वाटसन ने (द) हरगोविन्द खुराना ने (द)
- ‘एक जीन-एक एन्जाइम’ सिद्धान्त किसने दिया था।
(अ) वाटसन व क्रिक ने (ब) हरगोविन्द खुराना ने (स) बैडल एवं टैटम ने (द) माॅर्गन ने (स)
- क्छ। के प्यूरीन्स है –
(अ) न्तंबपस – हनंदपदम (ब) ळनंदपदम – ंकमदपदम (स) ।कमदपदम – बलजवेपदम (द) ळनंदपदम – जीलउपदम (ब)
- डी.एन.ए. में उपस्थित पेन्टोज शर्करा है –
(अ) राइबोज (ब) डी आॅक्सीराइबोज (स) फोस्फेट (द) स्टार्च (ब)
- आर.एन.ए में थाइमीन के स्थान पर कौनसा क्षार होता है।
(अ) एडिनीन (ब) युरेसिल (स) साइटोसिन (द) ग्वानीन (ब)
- डी.एन.ए का अणु बना होता है।
(अ) च्मदजवेम ेनहमत ़चीवेचीवतपब ंबपकम ़ चलतपउपकपदमे
(ब) च्मदजवेम ेनहमत ़ चीवेचीवतपब ंबपक ़ चनतपदमे
(स) च्मदजवेम ेनहमत ़ चीवेचीवतपब ंबपक ़ चलतपउपकपदमे ़ चनतपदमे
(द) भ्मगवेम ेनहमत़ चीवेचीवतपब ंबपक ़चलतपउपकमदमे़चनतपदमे (स)
- डी.एन.ए. के आनुवंशिक पदार्थ होने का सबसे प्रबल प्रमाण है –
(अ) गुणसूत्र धागेनुमा होना
(ब) क्छ। कोशिकाद्रव्य में नही होता
(स) बैक्टीरियल कोशिकाओें में जतंदेविउंजपवद
(द) क्छ। केन्द्रक में होता है। (स)
- डी.एन.ए. के दोनों वलयक हाइड्रोजन बाॅण्डों द्वारा निम्न प्रकार से जुडे रहते है।
(अ) ।.ज्ए ळ.ब् (ब) ।.ब्एळ.ज् (स) ।.ळए ज्.ब् (द) ।.न्ए ळ.ब् (अ)
- आनुवंशिक पदार्थों का वाहक होता है –
(अ) न्यूक्लिक अम्ल (ब) प्रोटीन (स) लिपिड (द) वसा (अ)
- डी.एन.ए अधिकतर पाये जाते है –
(अ) केन्द्रक झिल्ली में (ब) जीवद्रव्य में (स) माइटोकाॅण्ड्रिया में (द) सूत्रकणिका व केन्द्रक दोनों में (द)
- वह क्रिया जिसके द्वारा केन्द्र में डी.एन.ए. आनुवंशिक सूचनाओं को आ.एन.ए. को देता है कहलाती है।
(अ) ट्रांसडक्शन (ब) ट्रांसक्रिप्शन (स) ट्रांसलेशन (द) ट्रांसपोरटेशन (ब)
- न्यूक्लिक अम्ल किसके बहुलक होते है –
(अ) न्यूक्लियोप्रोटीन (ब) ग्लोब्युलीन प्रोटीन (स) न्युक्लियोसाइट (द) न्यूक्लियोटाइड (द)
- पोलीटीन गुणसूत्र किसमें पाया जाता है –
(अ) मछली (ब) पक्षी (स) एम्फीबिया (द) ड्रोसोफिला (द)
- प्रारम्भिक कोडोन कौनसा है –
(अ) ।न्ळ (ब) ।ळन् (स) ळळळ (द) ।।। (अ)
- सैटेलाइट शब्द का सम्बंध है –
(अ) लाइसोसोम (ब) गाॅल्जीकाय (स) गुणसूत्र (द) हरित लवक (स)
- डी. एन.ए. व आर.एन.ए. में समानता है –
(अ) दोहरी श्रृंखला है (ब) समान स्टार्च है ।
(स) न्यूक्लिायोटाइड के बहुलक है। (द) समान पिरिमिडीन्स है। (स)
- आर. एन.ए. से प्रोटीन बनना कहलाता है –
(अ) ट्रांसलेशन (ब) ट्रांसक्रिप्शन (स) रिवर्स ट्रांसलेशन (द) रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन (अ)
रोग
- निद्रा रोग किसके कारण होता है –
(अ) विषाणु (ब) जीवाणु (स) प्रोटोजोआ (द) प्लेटिहेल्मिन्थ्स (स)
- निद्रा रोग का वाहक है –
(अ) घरेलू मक्खी (ब) बालू मक्खी (स) मधुमक्खी (द) सी. सी. मक्खी (द)
- मलेरिया रोग किस से होता है –
(अ) मादा एनाफ्लीज मच्छर (ब) प्लाज्मोडियम से (स) नर एनाफ्लीज मच्छर (द) मादा क्युलेक्स मच्छर (ब)
- मलेरिया रोग का वाहक है –
(अ) मादा एनाफ्लीज मच्छर (ब) प्लाजमोडियम से (स) नर एनाफ्लीज मच्छर (द) मादा क्युलेक्स मच्छर (अ)
- मलेरिया के कारक की खोज किसने की थी –
(अ) गोल्डफस (ब) लुई पाश्चर (स) ल्युवेनहाॅक (द) राॅनाल्ड रास (द)
- संक्रामक रोग होते है –
(अ) वे रोग जो किसी ना किसी रोगकारक द्वारा उत्पन्न होते है ।
(ब) इन रोगों को वाहक से एक से दूसरे में फैलाया जाता है।
(स) ये सामान्यतः वंशानुगत नहीं होते है। (द) सभी प्रकार के (द)
- निम्न में से कौनसा रोग भिन्न है –
(अ) दमा (ब) अस्थमा (स) चेचक (द) ऐथलीट फुट (स)
- ऐथलीट फुट नामक रोग किसके कारण होता है।
(अ) कवक (ब) विषाणु (स) जीवाणु (द) शैवाल (अ)
- दमा किस अंग से सम्बंधित है।
(अ) हृदय (ब) त्वचा (स) मस्तिष्क (द) फेफड़ा (द)
- अस्थायी गंजापन किस कारण होता है –
(अ) गुणसूत्र से (ब) कवक से (स) धूल से (द) एलर्जी से (ब)
- चेचक का कारण क्या होता है –
(अ) विषाणु (ब) जीवाणु (स) कवक (द) शैवाल (अ)
- प्लेग किस कारण से होता है।
(अ) विषाणु (ब) जीवाणु (स) कवक (द) प्रोटोजोआ (ब)
- खसरा रोग का रोग कारक है।
(अ) विषाणु (ब) जीवाणु (स) कवक (द) प्रोटोजोआ (अ)
- वेरिसेला वायरस के कारण कौनसा रोग होता है।
(अ) खसरा (ब) छोटी माता (स) चेचक (द) रेबीज (ब)
- सर्दी जुकाम किसके कारण होता है।
(अ) वायरस (ब) कवक (स) जीवाणु (द) प्रोटोजोआ (अ)
- हेपेटाइटिस रोग का कारक है –
(अ) जीवाणु (ब) कवक (स) वायरस (द) प्रोटोजोआ (स)
- हेपेटाइटिस रोग मे कौनसा अंग प्रभावित होता है –
(अ) लीवर (ब) किडनी (स) हार्ट (द) पेंक्रियाज (अ)
- निम्न में से भिन्न रोग को छांटियें –
(अ) प्लेग (ब) हैजा (स) एड्स (द) कुष्ठ रोग (स)
- निम्न में से कुष्ठ रोग का नाम है –
(अ) मिजल्स (ब) लैप्रोसी (स) कोलेरा (द) गोनेरिया (ब)
- कुष्ठ रोग अन्य किस नाम से जाना जाता है।
(अ) लैप्रोसी (ब) हैन्सन (स) कोढ़ (द) सभी (द)
- धनुषटंकार रोग का अन्य नाम है –
(अ) हनुस्तम्भ (ब) टिटेनस (स) लाॅक जाॅ (द) सभी (द)
- स्वाइन फ्लू मेें कौनसा अंग प्रभावित होता है –
(अ) मस्तिष्क (ब) यकृत (स) श्वसन तंत्र (द) हृदय (स)
- भ्प्ट का पूरा नाम है-
(अ) भ्नउंद प्उउनदव टपतने (ब) भ्नउंद प्उउनदव टपइतव
(स) भ्नउंद प्उउनदव क्मपिबपमदबल टपतने (द) भ्नउंद प्उउनदव टंबंदबल (स)
- भ्प्ट में कौनसा न्यूक्लिक अम्ल पाया जाता है –
(अ) क्छ। (ब) क्छ। ंदक त्छ। (स) त्छ। (द) चतवजमपद वदसल (स)
- भ्प्ट संक्रमण की जांच के लिए कौनसा परीक्षण किया जाता है –
(अ) एलीसा (ब) डाॅट्स (स) सदर्न ब्लाटिंग (द) लिटमस ब्लाटिग (अ)
- भ्प्ट प्रतिरक्षी की अंतिम पुष्टि के लिए कौनसी जांच की जाती है –
(अ) एलीसा (ब) वेस्टर्न ब्लाॅट (स) सदर्न ब्लाटिंग (द) सभी (ब)
- ।त्ज् ;।दजप त्मजतवअपततने ज्ीमतंचीलद्ध का सम्बंध है
(अ) टी. बी. (ब) कुष्ठ रोग (स) एड्स (द) प्लेग (स)
- छ।ब्व् शब्द का विस्तार है –
(अ) छंजपवदंस ।हमदबल वित ब्नतमइसम व्पजउमदज
(ब) छंजपवदंस ।प्क्ै ब्वदजतवस व्तहंदपेंजपवद
(स) छंजपवदंस ब्वदजतवसस ंहमदबल
(द) छंजपवदंस ।दपउंजपवद ब्मदजमत – व्नजकववत (ब)
- छ।ब्व् का संगठन कग हुआ था –
(अ) 1981 (ब) 1983 (स) 1985 (द) 1987 (द)
- फेफड़ों में होने वाली ज्ण्ठण् को क्या कहते है –
(अ) टी. बी. थाएसिस (ब) टी. बी. आस्टीओमाइलिटिस (स) टी.बी. केरीज (द) टी. बी. ग्लेड (अ)
- बच्चों की गर्दन में होने वाली टी. बी. को क्या कहते है।
(अ) टी. बी. थाएसिस (ब) टी. बी. आस्टीओमाइलिटिस (स) टी.बी. केरीज (द) टी. बी. ग्लेड (द)
- हड्डियों में होने वाली टी. बी. को क्या कहते है।
(अ) टी. बी. थाएसिस (ब) टी. बी. आस्टीओमाइलिटिस (स) टी.बी. केरीज (द) टी. बी. ग्लेड (ब)
- रीढ़ की हड्डी में होने वाली टी. बी. को क्या कहते है।
(अ) टी. बी. थाएसिस (ब) टी. बी. आस्टीओमाइलिटिस (स) टी.बी. केरीज (द) टी. बी. ग्लेड (स)
- जोडों में होने वाली टी. बी. को क्या कहते है।
(अ) वात रोग (ब) टी. बी. आस्टीओमाइलिटिस (स) टी.बी. केरीज (द) टी. बी. ग्लेड (अ)
- क्व्ज्ै ;क्पतमबज व्इेमतअंजपवद ज्तमंजउमदज वित ैीवतज ैवनतबम द्ध का सम्बंध किस रोग से है –
(अ) एड्स (ब) टी.बी. (स) टायफाइड (द) मलेरिया (ब)
- प्लेग रोग का कारक होता है –
(अ) विषाणु (ब) कवक (स) जीवाणु (द) पीस्सू (स)
- जब प्लेग का संक्रमण पूरे शरीर में होता है तो उसे किया कहते है –
(अ) आन्त्रिक प्लेग (ब) ब्यूबोनिक प्लेग (स) सेप्टिसीमिक प्लेग (द) न्युमोनिक प्लेग (स)
- ब्यूबोनिक प्लेग में संक्रमण किसमें होता है –
(अ) श्वसन तंत्र में (ब) लसीका ग्रंथियों में (स) पूरे शरीर में (द) आंत में (ब)
- भोजन विषाक्तता किसके कारण होती है –
(अ) जीवाणु (ब) वायरस (स) कवक (द) प्रोटोजोआ (अ)
- प्रवाहिका या डायरिया का कारक क्या है –
(अ) विषाणु (ब) जीवाणु (स) कवक (द) प्रोटोजोआ (ब)
- डिफ्थीरिया नामक रोग जाना है –
(अ) कूकर खांसी (ब) कुष्ठ (स) गलघोंटू (द) हड्डितोड़ बुखार (स)
- डिफ्थीरिया रोग में कौनसा अंग प्रभावित होता है –
(अ) हृदय (ब) फेफड़ा (स) मस्तिष्क (द) गला (द)
- क्वाशिओरकर रोग किसके कारण से होता है –
(अ) विषाणु से (ब) कुपोषण से (स) हार्मोन से (द) विटामिन की कमी से (ब)
- निम्न मे से कुपोषण से होने वाला रोग है –
(अ) हैजा (ब) कुष्ठ (स) मरास्मस (द) केंसर (स)
- अल्झीमर रोग किस अंग से सम्बंधित है –
(अ) त्वचा (ब) पैरों से (स) मस्तिष्क से (द) हृदय से (स)
- व्त्ै का पूरा नाम क्या है –
(अ) व्चमद त्मेचपतंजपवद ैलेजमउ (ब) व्तहंदपेेंजपवद व ित्ंरंेजींद ैजंजम
(स) व्तंस त्मीलकतंजपवद ैवसनजपवद (द) व्दसल त्मजतवअपतने ैलेजमउ (स)
- चेचक के टीके की खोज किसने की थी –
(अ) लुई पाश्चर (ब) एडर्वड जेनर (स) जोनास साल्क (द) कालमोट (ब)
- टी.बी. रोग में कौनसा टीका लगाया जाता है –
(अ) ज्ण्।ण्ठण् (ब) ।ण्च्ण्ज्ण् (स) क्ण्क्ण्ै (द) ठण्ब्ण्ळण् (द)
- ।ण्च्ण्ज्ण् ;।सनउ चतमबपजंतमक ज्वगवपक द्ध किस रोग का टीका है –
(अ) कुष्ठ (ब) डिफ्थीरिया (स) टीटेनस (द) टायफाइड (ब)
- इंजेक्शन के माध्यम से दिया जाने वाला पोलियों के टीके की खोज किसने की थी –
(अ) डाॅ. क्रिश्चियन बर्नार्ड (ब) डाॅ. जोनास साॅल्क (स) ह्यूगो डी व्रीज (द) हरगोविन्द खुराना (ब)
- व्तंस च्वसपव अंबबपदम जो मुंह के माध्यम से दिया जाता है कि खोज किसने की थी –
(अ) अल्बर्ट सेबिन ने (ब) जोनास साल्क (स) अल्बर्ट आइन्स्टीन (द) अल्बर्ट काले (अ)
- प्लेग रोग के टीके की खोज किसने की थी –
(अ) हैफ्किग्ंस (ब) काले (स) जेनर (द) पाश्चर (अ)
- क्क्ै;क्पंउपदव क्पचीमदलस ैनसचीवदमजद्ध का टीका किस रोग के लिए उपयोग किया जाता है –
(अ) डिफ्थीरिया (ब) टीटेनस (स) हेपेटाइटिस (द) कुष्ठ रोग (द)
- मैक काऊ रोग जो विगत वर्षो में गयों के पगलाने के कारण बहुचर्चित रहा, किस कारक द्वारा फैलता है।
(अ) जीवायु (ब) वायरस (स) प्रिआॅन (द) बैक्टीरियोफेज (स)
- वायरस से संक्रमित कोशिकायें किस प्रतिरोधी पदार्थ को उत्पन्न करती है
(अ) प्रिआॅन (ब) इंटरफेराॅन (स) एमेटीन (द) एट्रोपीन (ब)
- रिफैम्पिसीन नामक दवा किस रोग में प्रयुक्त होती है –
(अ) टी. बी. (ब) कैंसर (स) एडस (द) एनीमिया (अ)
- परिसंचरण तंत्र में रक्त के थक्के का पता लगााने में किस आइसोटोप का प्रयोग किया जाता है –
(अ) आयोडीन 131 (ब) कोबाल्ट 60 (स) आर्सेनिक 74 (द) सोडियम 24 (द)
- कैंसर रोग के उपचार में किस रेडियोऐक्टिव तत्व का उपयोग किया जाता है –
(अ) कोबाल्ट 60 (ब) कार्बन 14 (स) फास्फोरस 34 (द) गोल्ड 199 (अ)
- न्यूक्लियर मेडिसीन के ट्रेसर सिद्धान्त के लिए 1943 में किसे चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया था –
(अ) जार्ज हैवेसी (ब) जार्ज फिलिप्स (स) रार्बटबून (द) सर्बटगालो (अ)
- पृथ्वी व पुरानी चट्टानों की आयु ज्ञात करने के लिए किस आइसोटोप का उपयोग किया जाता है –
(अ) कार्बन 14 (ब) यूरेनियम 238 (स) आयरन 59 (द) सोडियम 24 (ब)
- कौनसा रोग संक्रामक है –
(अ) मलेरिया (ब) मधुमेह (स) हाइपरटेन्सन (द) क्वाश्ओरकर (अ)
- ट्रकोमा रोग होता है –
(अ) वायरस से (ब) कवक से (स) जीवाणु से (द) प्रोटोजोआ से (अ)
पर्यावरण
- निम्न कथनों पर विचार कीजिए –
- पर्यावरण के अवयव परस्पर एक दूसरे पर आश्रित रहते है ।
- वर्तमान में पर्यावरण का प्रबन्धन धारणीय विकास की अनिवार्य आवशयकता बन गई है
उपरोक्त कथनों में से कौनसा कथन सही है ।
(अ) केवल 1 (ब) केवल 2 (स) दोनों (द) कोई नही (स)
Respiratory System / श्वसन तंत्र
- निम्न कौनसा कथन असत्य है –
- पर्यावरण के अजैविक/भौतिक संघटको के अन्तर्गत समस्त जीवमण्डल या उसके किसी भाग के भौतिक पर्यावरण को शामिल किया जाता है ।
- अत्ैविक संघटक, जैविक सघंटकों के विकास के लिए अनिवार्य होते है
(अ) केवल 1 (ब) केवल 2 (स) दोनों (द) इनमें से कोई नही (स)
- निम्न में से कौनसा कथन सही है –
- एक ऊर्जा पिरामिड किसी पारिस्थितिक तंत्र की सर्वपक्षी स्थिति को सबसे अच्छा दर्शाता है। ऊष्मा बतिकी के दूसरे सिद्धान्त के आधार पर क्रमिक खाद्य स्तरों पर ऊर्जा की मात्रा में क्रमशः कमी आती है।
- उत्पाद स्तर पर ऊर्जा सबसे अधिक होती है। ज्यों-ज्यों अगली कड़ियों की ओर जाते है, ऊर्जा की मात्रा कम होती है क्योंकि प्रत्येक स्तर पर लगभग 90 प्रतिशत ऊर्जा का व्यय हो जाता है तथा अगले स्तर पर करीब 10 प्रतिशत ऊर्जा ही उपलब्ध होती है।
(अ) केवल 1 (ब) केवल 2 (स) दोनों (द) इनमें से कोई नही (स)
- निम्न कथनों में से कौनसे कथनों में जीव भार के पिरामिड उल्टी हो जाती है –
- एक तालाब पारिस्थितिक तंत्र में उत्पादक सबसे छोटे जीव होते है। तथा मांसाहारी सबसे बडे़।
- जैविक भार मे क्रमशः उत्पादक से लेकर मांसाहारियों की ओर, हर खाद्य स्तर पर शारीरिक वृद्धि होती है।
- एक घास स्थल पारिस्थितिक तंत्र अथवा वन पारिस्थितिक तंत्र में उत्पादकों से लेकर ऊपरी मांसाहारियों की ओर हर खाद्य स्तर पर जैविक भार में क्रमशः कमी आती है।
(अ) केवल 1 (ब) केवल 2 (स) केवल 3 (द) केवल 1 और 2 (ब)
- सबसे अधिक स्थायी पारिस्थितिक तंत्र कौनसा है ?
(अ) मरूस्थल (ब) महासागर (स) पर्वत (द) वन (ब)
- सूची 1 सूची 2
ं घास 1 उत्पादक
इ ट्टिडा 2 प्राथमिक मांसाहारी
ब मेढ़क 3 प्राथमिक उपभोक्ता
क चील 4 द्वितीयक मांसाहारी
ं इ ब क
(अ) 3 1 2 4
(ब) 3 1 4 2
(स) 3 4 1 2
(द) 1 3 2 4 (द)
- किस प्रकार के पिरामिड द्वारा विभिन्न पारिस्थितिक तंत्रों की उत्पादकता का बोध होता है।
(अ) सख्ंया पिरामिड (ब) जैवभार पिरामिड (स) ऊर्जा पिरामिड (द) अ व ब दोनों (स)
- दो पारिस्थितिक तंत्रों के मध्य के संक्रमण क्षेत्र को कहते है ।
(अ) बायोम (ब) बायोटोप (स) ईकाटोन (द) सिअर (स)
- पारितंत्र में खाद्य श्रृंखलाओं के सन्दर्भ में , निम्न में से किस प्रकार के जीव अपघटक जीव कहलाते है –
(अ) विषाणु (ब) जीवाणु (स) कवक (द) ब व स दोनों (द)
- पारिस्थितिकीय निकाय के रूप में आर्द्र भूमि निम्न में से किस हेतु उपयोगी होती है ।
(अ) पोषक पुनप्र्राप्ति एवं चक्रण हेतु (ब) पौधों द्वारा अवशोषण के माध्यम से भारी धातुओं को अवमुक्त करने हेतु
(स) तलछट रोक कर नदियों का गादीकरण कम करने हेतु (द) उपरोक्त सभी (द)
रक्त परिसंचरण तंत्र / blood circulatory system – 01
- खाद्य श्रृंखला द्वारा घातक रसायनों की निरन्तर बढ़ती मात्रा कहलाती है।
(अ) पारिस्थ्तििक सन्तुलन (ब) खाद्य स्तर (स) जैव सान्द्रण (द) जैव अपघटन (स)
- हम भोजन से ऊर्जा प्राप्त करते है, भोजन में ऊर्जा सर्वप्रथम कहाँ से आती है –
(अ) अपघटकों द्वारा मृदा में छोड़े पाषको द्वारा
(ब) किसान के द्वारा प्रयोग किए गये उर्वरकों से, जिनसे पौधें तजी से उगते है ।
(स) भोजन निर्माणकार्ताओं द्वारा डाले गए विटामिन व खनिजों द्वारा
(द) उत्पादकों द्वारा भोजन में अवशोषित की गई सौर ऊर्जा से (द)
- पारिस्थितिक तंत्र में तत्त्वों के चक्रण को क्या कहते है ?
(अ) रासायनिक चक्र (ब) जैव भू-रासायनिक चक्र (स) भू-वैज्ञानिक चक्र (द) भू-रासायनिक चक्र (ब)
- जब एक जीवधारी दूसरे के बिना प्रभावित किए लाभान्वित होता है, तब इसे कहते है –
(अ) मृतोपजीविता (ब) परजीविता (स) कोमेन्सैलिज्म (द) सहजीविता (द)
- जब दो जीव एक साथ रहते है, किन्तु इस प्रक्रिया में केवल एक जीव को लाभ होता है, तो इस स्थिति को किया कहते है –
(अ) निर्भरता (ब) शोषण (स) परजीविता (द) सहजीविता (स)
- एक मनुष्य के जीवन को पूर्ण रूप से धारणयी करने के लिए आवश्यक न्यूनतम भूमि को क्या कहते है –
(अ) जीवजात (ब) पारिस्थितिकीय पदछाप (स) जीवोम (द) निकेत (द)
- जब हम बकरी या भेड़ का मांस खाते है, तब हम कहलाते है –
(अ) प्राथमिक उपभोक्ता (ब) द्वितीयक उपभोक्ता (स) तृतीयक उपभोक्ता (द) उत्पादक (ब)
- जीव रसायनी आॅक्सीजन आवश्यकता ;ठपवबीमउपबंस व्गलहमद क्मउंदक एठव्क्द्ध होती है –
(अ) जल में विद्यमान जीवधारियों द्वारा इस्तेमाल की गई आॅक्सीजन
(ब) सूक्ष्मजीवों द्वारा अपघटन हेतु इस्तेमाल की गई आॅक्सीजन
(स) जल में विद्यमान आॅक्सीजन की सम्पूर्ण मात्रा
(द) उपरोक्त सभी (ब)
- पर्यावरण से अभिप्राय है –
(अ) भूमि, जल, वायु, पौधों एवं पशुओं की प्राकृतिक दुनिया, जो इसके चारों ओर अस्तित्व में है।
(ब) उन सम्पूर्ण दशाओं का योग, जो व्यक्ति को एक समय बिन्दु पर घेरे हुए होती है।
(स) भौतिक, जैविकीय एवं सांस्कृतिक तत्त्वों की अन्तः क्रियात्मक व्यवस्था जो अन्य सम्बन्धित होते है।
(द) उपरोक्त सभी। (द)
- एक घास स्थलीय पारिस्थितिकी तंत्र के खाद्य श्रृंखला में विभिन्न घटकों का सही क्रम है –
(अ) घास, टिड्डा, मेढ़क, सर्प (ब) घास, टिड्डा, सर्प , मेढ़क
(स) टिड्डा, मेंढ़क, घास, सर्प (द) टिड्डा, सर्प , मेंड़क, घास (अ)
- पौधों द्वारा ली गई विकिरण ऊर्जा निम्न परिणाम देती है
(अ) जल का प्रकाशिक अपघटन (ब) क्लोरोफिल का आॅक्सीकरण
(स) आॅक्सीजन का अपचयन (द) कार्बन डाइ आॅक्साइड का आॅक्सीकरण (अ)
- निम्न में से किस प्रकार के पारिस्थितिक दक्षता को प्रदर्शित करने के लिए सीधी सौर विकिरण को इस्तूमाल करने की क्षमता को प्रदर्शित किया जाता है ?
(अ) प्रकाश संश्लेषी दक्षता (ब) स्वांगीकरण दक्षता (स) सकल प्राथमिक दक्षता (द) जैवभार दक्षता (अ)
- पारिस्थितिक तंत्र की खाद्य श्रृंखला का सही अनुक्रम क्या है ?
(अ) मांसाहारी – अपघटक- पादप-शाकाहारी
(ब) पादप-शाकाहारी-मांसाहारी-अपघटक
(स) शाकाहारी-पादप-शाकाहारी-अपघटक
(द) पादप-मांसाहारी-अपघटक-शाकाहारी (ब)
- पारिस्थितिकी स्थायी मितव्ययिता है यह किस आन्दोलन का नारा है –
(अ) नर्मदा बचाओं आन्दोलन (ब) चिपको आन्दोलन
(स) एपिको आन्दोलन (द) उपरोक्त में से कोई नही। (ब)
- निम्न में से कौनसा कथन असत्य है ?
(अ) निकेत एक निवास स्थान है, जिसमें जीव रहते है । (ब) निकेत में जीव के व्यवहारिक लक्षण आते है।
(स) निकेत को प्रभावी वातावरणीय कारकों के सन्दर्भ में व्यक्त करते है। (द) उपरोक्त सभी (द)
- फाॅस्फोरस चक्र के सम्बंध में निम्न में से कौनसा कथन सत्य है।
- फाॅस्फोरस जीव द्रव्य का महत्वपूर्ण घटक है । 2. इसका स्त्रोत चट्टानें तथा शैल है।
- पौधें इसको अपने पत्तियों के द्वारा वायुमण्डल से ग्रहण करते है।
(अ) केवल 1 (ब) 1 और 2
(स) केवल 3 (द) सभी (ब)
- कार्बन चक्र का प्राथमिक उत्पाद क्या है ?
(अ) कार्बन मानों आॅक्साइड (ब) कार्बन डाइ आॅक्साइड
(स) पाॅलीसैकेराइड़ (द) प्रोटीन (ब)
- पारिस्थितिकी निकेत की संकल्पना को प्रतिपादित किया था –
(अ) ग्रीनेल्स ने (ब) डार्विन ने (स) ई.पी. ओडम ने (द) सी. सी. पार्क ने (अ)
- कुल प्राथमिक उत्पादकता अधिकतम है –
(अ) खुले समुद्रों में (ब) आर्द्र उष्णकटिबन्धिय वनों में (स) घास भूमियों में (द) कृषि पारिस्थितिक तंत्र में (स)
- मृत पशुओं और जीवों के अपशिष्टों का भक्षण करने वाले जीव कहलाते है
(अ) रासायन पोषी (ब) नरभक्षी (स) मांसाहारी (द) अपघटनकारी (द)