फैराडे के विद्युत चुम्बकीय प्रेरण के नियम
प्रथम नियम –
जब किसी भी बंद परिपथ से बद्ध चुम्बकीय फ्लक्स में परिवर्तन होता है तो उस परिपथ में प्रेरित विद्युत बाहक बल उत्पन्न हो जाता है उसका अस्तित्व उस समय तक रहता है जब तक कि चुम्बकीय फ्लक्स में परिवर्तन होता रहता है |
द्वितीय नियम –
प्रेरित विद्युत वाहक बल का मान चुम्बकीय फ्लक्स में परिवर्तन की दर के अनुक्र्मानुपाति होता है |
प्रेरित विद्युत वाहक बल ∝ चुम्बकीय फ्लक्स में परिवर्तन की दर
चूँकि K = 1
तो
यहाँ ऋणात्मक चिह्न विद्युत वाहक बल के द्वारा चुम्बकीय फ्लक्स में परिवर्तन का विरोध दर्शाता है |